इंदौर
पुलिस द्वारा अपराधों की रोकथाम हेतु व घटित अपराध शीर्षों में कमी लाने के लिये
गुण्डों, बदमाशो के विरूद्ध विगत वर्ष 2016 की तुलना में
इस वर्ष 2017 में प्रभावी तरीके से प्रतिवंधात्मक कार्यवाही
की गई है जिसके कारण गुण्डागर्दी तथा अन्य संपत्ति, शरीर संबंधी
अपराधों में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है। गत वर्ष 2016 (75) की
तुलना में वर्ष 2017(264) में गुण्डों के विरूद्ध जिलाबदर की कार्यवाही
तीन गुने से भी अधिक की गई है, वहीं एन.एस.ए. की कार्यवाही गत वर्ष 2016
(48) की तुलना में इस वर्ष 2017 (100) में दुगुने से
भी अधिक की गई है जिसके परिणामस्वरूप शहर में गुण्डे बदमाशो का खौफ खत्म किया जाकर
अन्य अपराध शीर्षो में कमी दर्ज होने से, अपराधों की रोकथाम में महत्वपूर्ण
सफलता अर्जित की गई है। प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के दौरान बदमाशो के खिलाफ धारा 107/116 जा0फौ0 के
अंतर्गत गत वर्ष 2016 (12312) की तुलना में इस वर्ष 2017
(20178) में अधिक प्रभावी कार्यवाही की जाकर अपराधों पर रोकथाम लगाये जाने
हेतु गुण्डें, बदमाशो पर नकेल कसी गई है जिसके
परिणामस्वरूप भादवि के अपराधों में इस साल
गत वर्ष की तुलना में महत्वपूर्ण कमी परिलक्षित हुई है। धारा 110 जा0फौ0 के
साथ साथ धारा 151 जा.फौ. के अंतर्गत भी इंदौर पुलिस द्वारा इस
वर्ष प्रभावी कार्यवाही की जाकर, अपराधों पर अंकुश लगाया गया है।
इंदौर पुलिस द्वारा अपराधों पर अंकुश लगाने
के लिये लगभग 450 ऐसे बदमाशो की गुण्डा/निगरानी फाईलें खोली गई
हैं जो आदतन अपराधी होकर लगातार शहर में वारदातों को अंजाम दे रहे थे जिनका
अपराधिक रिकार्ड भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज पाया गया। उक्त बदमाशो की
निगरानी फाईल खोली जाकर ऐसे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले आसामाजिक तत्वों पर सतत्
निगाह रखी गई जिसके फलस्वरूप अपराध नियंत्रण में महत्पपूर्ण सफलता हासिल हुई है।
No comments:
Post a Comment