इन्दौर 19 नवम्बर। यातायात पुलिस के तत्वावधान में शहर के बढ़ते अपराध एवं यातायात के नियमों हेतु एक अवेयरनेस प्रोग्राम क्राइम प्रिवेंशन एण्ड ट्रेफिक अवेयरनेस' आयोजित किया गया। जिसमें आईजी श्री विपिन माहेश्वरी, डीआईजी. श्री राकेश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री आबिद खान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री देवेन्द्र पाटीदार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात सुश्री अंजना तिवारी, डी.एस.पी. श्री प्रदीपसिंह चौहान, डीएसपी श्री अरविन्द तिवारी तथा डीएसपी श्री विक्रम रधुवंशी, एवं सी.एस.पी.श्री शशीकान्त कनकने तथा न्यू दिगम्बर स्कूल प्राचार्य विंस्टन गोमेज़, प्रबन्धक डी.एम.ठोकर, शैक्षणिक समन्वयक श्री विशाल भाटिया सहित शिक्षण संस्थान के सभी शिक्षकगण तथा 1200 स्कूली विद्याथर्ीें की उपस्थिति में उक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियांें द्वारा कई रोचक प्रश्न आईजी श्री विपिन माहेश्वरी एवं डी.आई.जी. श्री राकेश गुप्ता से अपराधों की रोकथाम तथा यातायात के नियम संबंध में पूछे गए, जिनके उत्तरउपरोक्त दोनों ही पदाधिकारियों द्वारा विद्याथर्ीें को उदाहरण सहित दिए गए। कार्यक्रम के दौरान यातायात पुलिस द्वारा सिटीजन कॉप तथा यातायात नियमों तथा महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित विडियो फिल्में विघार्थियों द्वारा काफी तन्मयतापूर्वक देखी गई।
कार्यक्रम के दौरान विघार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्न जिनमें से कुछ पुरस्कृत सराहनीय प्रश्न निम्नानुसार हैः-
1-क्या कानूनी कार्यवाही मानवता से बढ़कर है - साक्षी सबनानी कक्षा 11 वी
उत्तर- मानवता कानूनी कार्यवाही से बढ़कर है,फिर भी कुछ केस में कानूनी कार्यवाही में तहकीकात करने की आवद्गयकता पड़ती है ।
2-रोड़ पर होने वाले अपराधों के लिए पुलिस आम जनता की सुरक्षा के लिये क्या कर सकती है- दीक्षा हरियाणी कक्षा 10 वीं,
उत्तरः- जिस पर पुलिस महानिरीक्षक ने सबसे पहले प्रश्नकर्ता छात्रा से पूछा कि आप पहले स्वयं बताए कि आप इसमें किस प्रकार से सहयोग करेंगी तत्पश्चात् छात्रा के प्रश्न का उत्तर दिया । आप स्वयं नियमों का पालन करेगें तभी पुलिस आपकी सुरक्षा करने में कामयाब हो पायेगें ।
3.पुलिस के प्रति आम नागरिक में डर की भावना क्यों है। -मंयक खुराना 11 वीं
उत्तरः-इस प्रद्गन का उत्तरडी.आई.जी.श्री राकेद्गा गुप्ता साहब ने दिया। अंग्रेजों के समय की पुलिस व्दारा आम जनता पर डर एवं भय की स्थिति निर्मित थी, उस समय मन चाहे नियम पुलिस के व्दारा आम जनता पर थोपा करते थे, तभी से यह क्रम चला हुआ आ रहा है, उदाहरण दिया किः- जैसे हम कहते है कि पुलिस ने उसे रिमाण्ड पर लिया तो आम जनता जनता में रिमाण्ड शब्द का अर्थ यह माना जाता है कि पुलिस रिमाण्ड के समय अपराधी के साथ जबरदस्त मारपीट या दुर्व्यहार करती है, जबकि रिमाण्ड शब्द का अर्थ होता है रिक्वेस्ट, हम माननीय न्यायालय के मजिस्ट्रेट से यह निवेदन करते है कि अपराधी पर आरोपित केस की तहकीकात पूरी नहीं हुई है,जिसके सम्बन्ध में सम्बधित अपराधी से विवेचना से सम्बधित अन्य आवद्गयक पूछताछ करना आवद्गयक है, इसलिए कुछ समय तहकीकात हेतु दिया जाना उचित होगा ।
4.आज के युवा या तो डॉक्टर बनते है या इंजीनियर, पुलिस फोर्स ज्वाइन करना कोई नही चाहता इसका क्या कारण- सोनिया रामचंदानी 11वीं
उत्तर-इसका कारण है कि पुलिस फोर्स के प्रति जो नकारात्मक छवि बनी हुई है इसके कारण कोई पुलिस फोर्स के प्रति अपना रूझान नहीं दिखा पाता है ।
5. 100 नम्बर डायल करने पर पुलिस की कौन सीप्रक्रिया चालू होती है-कनक खण्डेलवाल कक्षा 9 वीं
उत्तरः-जब आप 100 नम्बर डॉयल करेगें तो आपसे पूछा जाता है कि क्या समस्या है, उस समस्या की सही जानकारी देने पर, पुलिस कन्ट्रोल से वायरलेस के माध्यम से आपके निकटतम पैट्रोलिंग पुलिस वेन अथवा निकटतम पुलिस चौकी एवं थाने के माध्यम से आपको तत्काल पुलिस सेवाऍ/सुरक्षा मुहैया करायी जाती है ।
प्राचार्य श्री विंस्टन गोमेज़ द्वारा पुलिस पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए तथा इंदौर पुलिस की ओर से पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेश्वरी द्वारा प्राचार्य श्री गोमेज़ को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।