Saturday, October 21, 2017

पुलिस थाना लसूड़िया द्वारा, अंधे कत्ल का 6 घण्टें में पर्दाफाश, आरोपी ने अपने भाई के साथ मिलकर, पत्नी से संबंधों की वजह से दिया घटना को अंजाम


इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017-पुलिस थाना लसूड़िया पर दिनांक 2021.10.17 की दरम्यानी रात्रि करीबन 01.49 बजे फरियादी अर्जुन पिता राकेश पवार उम्र 28 साल निवासी दुर्गा मंदिर के पास बिज्जूखेड़ी ने उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि, उसका भाई लोकेश उम्र 24 साल मोबाईल शाप पर काम करने रोजाना की तरह गया था जो अभी तक वापस नही आया हैं। फरियादी की रिपोर्ट पर गुम इँसान क्र 151/17 कामय कर तत्काल गांव वालों के साथ-साथ एफआरवी तथा पुलिस टीम ने आस-पास तलाशा, तो लोकेश की मोटर सायकिल बिज्जूखेड़ी के रास्ते में ही खड़ी मिली जिसमें चाबी लगी हुई थी। रात्रि में लोकेश का कोई पता नहीं चल सका। इसी दौरान प्रातः 08.00 बजे के करीब डायल-100 पर सूचना मिली कि लोकेश की लाश सरजू बाई पति रामाश्रय के खेत के कोने में बागड़ के पास झाड़यों में पड़ी है।
        सूचना मिलते ही थाना प्रभारी लसूडिया टीम के साथ मौके पर पंहुचे तथा एफएसएल अधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारियों कोतत्काल सूचित किया। जिस पर पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री अवधेश गोस्वामी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्वी जोन-2 श्री मनोज राय, नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री जयंत राठौर तथा एफएसएल अधिकारी डॉ. बी.एल. मण्डलोई भी अपनी टीम के साथ मौके पर पंहुचे। घटनास्थल व शव के निरीक्षण से स्पष्ठ हुआ कि, किसी अज्ञात व्यक्ति ने मृतक की गला दबाकर हत्या की है।
       घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा पुलिस अधीक्षक पूर्व को अज्ञात आरोपी की तत्काल पतारसी करने के निर्देश दिये गये। जिसपर पुलिस अधीक्षक द्वारा मौके पर स्वंय पूछताछ करने के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोज राय एवं नपुअ श्री जयतं राठौर के मार्गदशन में, थाना प्रभारी लसूडिया के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर, आरोपी की पतारसी हेतु योजनाबद्ध तरीके से लगाया गया।
नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर तथा थाना प्रभारी लसुडिया द्वारा मौके पर ही लगातार पूछताछ विभिन्न साक्षियों से करने पर ज्ञात हुआ कि मृतक लोकेश के नजदीकी संबंध ग्राम बिज्जूखेड़ी निवासी अखलेश पिता बाबूलाल सोनगरा की पत्नी किरण से थे। लोकेश लगातार चोरी छुपे किरण से मिलताथा इसकी जानकारी किरण के पति अखलेश को थी। अखलेश ने कुछ माह पूर्व मृतक लोकेश को अपनी पत्नी के साथ रंगे हाथ पकड़ा भी था और लोकेश के साथ अखलेश ने मारपीट एवं विवाद भी किया था, लेकिन इसके बावजूद भी मृतक लोकेश यदाकदा किरण से मिलता रहता था ।
उपरोक्त जानकारी के आधार पर ग्राम बिज्जूखेड़ी में ही पुलिस पार्टी ने विभिन्न लोगो से पूछताछ की और कड़ी से कड़ी जोड़ी तथा इसी आधार पर किरण के पति प्रमुख संदेही अखलेश पिता बाबूलाल सोनगरा से सखती से पूछताछ की जिसने थोड़ी देर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन कुछ मिनटो में ही अखलेश टूट गया और उसने बताया कि, मृतक लोकेश के संबंध उसकी पत्नी किरण से थे । लोकेश को समझाने के बावजूद भी उसने किरण से मिलना नहीं छोड़ा था जिसके कारण वह बहुत परेशान था कल रात्रि उसने लोकेश का पता किया जो पता चला कि लोकेश अभी घऱ नहीं लौटा है, तो उसने अपने छोटे भाई प्रदीप पिता बाबूलाल सोनगरा को सूचना देकर ग्राम बिज्जूखेड़ी के रास्ते पर बुला लिया जंहा थोड़ी देर में ही मृतक लोकेश मोटर सायकिल से आता दिखा जिसे अखलेश ने रोका तथा किरण से मिलनेकी बात को लेकर लोकेश से विवाद होने लगा इसी दौरान अखलेश ने लोकेश को 4-5 चांटे मारे और तथा अपनी कलाई व भुजा के मध्य लोकेश की गर्दन को दबा लिया तथा इस दौरान अखलेश के भाई प्रदीप ने लोकेश की टांगे पकड़ ली, अखलेश ने लगातार लोकेश का गला दबाया जिससे लोकेश की मृत्यु हो गई। दोनो भाईयों ने मिलकर लोकेश की लाश को वहीं झाडियों में पटक दिया और अपने घऱ चले गये।
रात्रि में जब पुलिस ने गुम इंसान कायम किया और लोकेश की तलाश गांव में कर रही थी तब गांव वालो के साथ मुखय आरोपी अखलेश भी लोकेश की तलाश कर रहा था, तथा प्रातः जब लोकेश का शव बरामद हुआ तब पुलिस कार्यवाही में पंचान तलब किये गये उनमें अखलेश का भाई आरोपी प्रदीप भी एक पंच की हैसियत से मौजूद था, इस प्रकार दोनो भाईयों ने किसी को शक न हो इसका पूरा प्रयास किया और बजाय भागने के समस्त कार्यवाही में भी उपस्थित रहे, लेकिन पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारियों से ज्ञात घटनाक्रम तथा पूछताछ के आगे दोनो आरोपी ज्यादा देर नहीं टिक से एवं अपना अपराध कबूल कर लिया ।
पुलिस ने आरोपी अखलेश के मैमोरेंडम के आधार पर बिज्जूखेड़ी के नाले से मृतक लोकेश कीएक जोड़ीसेंण्डल तथा आरोपी प्रदीप के मैमोरेंड़म के आधार पर मृतक लोकेश का एच टी सी कम्पनी का मोबाईल नाले के दूसरी तरफ से बरामद कर लिया । इस प्रकार मृतक के अंतिम संस्कार के पूर्व ही पुलिस द्वारा तत्परता से अंधेकत्ल का पर्दाफाश मात्र 06 घण्टे में किया गया।

उक्त त्वरित कार्यवाही कर अंधेकत्ल का पर्दाफाश करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसूड़िया श्री राजेन्द्र सोनी, उनि रमेश चौहान, उनि दीपक शर्मा, उनि अनीता सिंह, सउनि राकेश चौहान, सउनि अनिल सिलावट प्रआर 2814 मुनीश पाण्डये, प्रआर 2367 अवधेश चतुर्वेदी, प्रआर 147 गोविन्द, आर 2903 शैलेन्द्र मीणा, आर 2984 केदार, आर 1337 राजेन्द्र , आर 846 धीरेन्द्र, आर 1211 संजय खानआर. चालक 3262 जयदीप की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही। उक्त सराहनीय कार्य करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गयी है।


अपने शौक पूरे करने के लिये चोरी करने वाला, शातिरवाहन चोरी, पुलिस थाना चंदन नगर की गिरफ्त में, आरोपी से चोरी के कुल 3 दोपहिया वाहन बरामद


इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017-शहर में वाहन चोरी व नकबजनी की वारदातों पर नियत्रंण हेतु, अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर एवं क्षेत्र में सघन चैंकिग कर, पूर्व अपराधियों एवं संदिग्धों पर कड़ी नजर रख प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश, उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा सभी अधिकारियों को गये है। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम इन्दौर, श्री विवेक सिंह एवं अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री रूपेश कुमार द्विवेदी के मार्गदर्शन में पुलिस थाना चंदन नगर द्वारा एक शातिर वाहन चोर को, चोरी के तीन दोपहिया वाहन सहित पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
क्षेत्र में अपराधिक गतिविधियों पर नियत्रंण हेतु, नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री मनोज रत्नाकर द्वारा गम्भीरता से कार्यवाही करने हेतु थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश सिंह तोमर व उनकी टीम को निर्देशित किया गया। इसी तारतम्य में मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर, चंदन नगर चौराहे पर की जा रही वाहन चैकिंग के दौरान एक संदिग्ध हीरो होंडा सीडी डॉन मोटरसाईकिल नंबरएमपी-09/एलबी-6875 के चालक को रोका गया, जिससे वाहन के संबंध में पुछताछ करने पर, कोई  संतोषजनक जवाब नहीं दे सका और न ही गाड़ी के कागजात बताये गये। पूछताछ पर उसने अपना नाम लक्ष्मण पिता रामलाल सुतार निवासी श्री कृष्ण कालोनी इंदौर का होना बताया। उक्त व्यक्ति पर चोरी के वाहन की शंका होने पर जांच व पूछताछ की गयी तो, उक्त वाहन चोरी का निकला। आरोपी से अन्य वाहनों के संबंध में पूछताछ करते एक हीरो पेशन प्लस नंबर एमपी-09/एमयू-3078 तथा होंडा एक्टीवा नंबर एमपी-09/एसक्यू-1788 कुल किमती करीब 1,65,000/- रूपये के वाहन आरोपी से बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी लक्ष्मण अमीर बनने व शौकों को पूरे करने के लिये सूने स्थानों पर खड़े टू व्हीलर वाहनों को अपना निशाना बनाया करता था। आरोपी लक्ष्मण से अन्य वाहन चोरी के अपराधों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।

उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश सिंह तोमर व उनकी टीम कें उनि हरेन्द्र सिंह यादव, आर. दीपेन्द्र सिंह तथा आर. कमल जरिया की सराहनीय भूमिका रही।


अमेरिका की नागरिकता का फर्जी कार्ड बनाकर, फिल्मो में काम दिलाने के नाम पर धोखा धडी करने वाला शातिर बदमाश, क्राईम ब्रांच इन्दौर की गिरफ्त में आरोपी स्वंय को बालाजी टेलीफिल्मस का कास्टींग डायरेक्टर बता कर करता था, लोगों से ठगी

        
इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र व्दाराशहर मे फर्जी दस्तावेज आदि के आधार पर धोखाधडी करने वाले तथा ऐसी गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों पर कडी नजर रखते हुये, ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देशो के पालन मे पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह चौहान द्वारा थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच व उनकी टीमों को इस दिशा मे प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा-निर्देश दिये गये।
फरियादी ऋषि शर्मा द्वारा पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर के समक्ष में उपस्थित होकर, उनके साथ हुई धोखाधडी के संबंध मे एक आवेदन पत्र दिया गया था, जिसकी जाँच क्राईम ब्राँच इंदौर को सौपी गई थी। आवेदक ऋषि शर्मा ने अपने आवेदन मे बताया था कि, उसे जेरी उर्फ विरमदेव पटेल उम्र 22 साल निवासी खडी तह. देपालपुर जिला इंदौर के द्वारा उसको आडिशन व प्रमोशन दिलाने के नाम पर, करीब 24500 रुपये की धोखाधडी की है। उक्त आवेदन पंत्र की जाँच के दौरान आरोपी जेरी पटेल उर्फ विरमदेव पटेल की तलाश इंदौर शहर व आसपास के क्षेत्रो मे की गई तथा मुखबिर तंत्रको सक्रिय किया गया।  इस दौरान मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई की विरमदेव की हुलिये का आदमी कालानी नगर चौराहे के आसपास देख गया है। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा कालानी नगर चौराहे से उक्त हुलिये को संदिग्ध व्यक्ति को पकडकर, पूछताछ की तो उसने अपना नाम विरमदेव उर्फ जेरी पटेल निवासी ग्राम खडी जिला देपालपुर होना बताया।
आरोपी से जब विस्तृत पूछताछ की गई तो आरोपी विरम उर्फ जेरी पटेल ने वताया कि, आज से करीब चार बर्ष पूर्व मेरे नाम की चार बीघा जमीन बेचकर व आठ लाख रुपये प्राप्त कर मैने विदेश मे पढाई करने की कोशिश की थी परंतु घर वालो को जमीन बेचने की खबर होने पर जमीन का सौदा निरस्त हो गया था। उक्त बात लोगो को मालूम पडेगी तो लोग क्या कहेगें इस डर से जेरी पटेल उर्फ विरमदेव ने घर छोडकर बाम्बे रहने चला गया। बाम्बे मे कुछ दिन रहने के पश्चात जेरी पटेल वापस आया तो उसने लोगो को बताया की मै न्यूयार्क मे पढाई कर वापस आया हूँ, ओर यह बात सही साबित करने के लिये विरमदेव ने एक कम्प्यूटर कैफे सेन्टर पर बैठकर गूगल पर सर्च कर आमेरीका का फर्जी रेसीडेशीयल कार्ड बना लिया था और उसने अपनी फेसवुक आईडी परजेरी पटेल 23 न्यूयार्क हेकर यूनिवर्सिटी आँफ आक्सफोर्ड नाम से स्टेटस डाल लिया था। आरोपी ने लोगो को बताया कि मै बालाजी टेलिफिल्म का कास्टिंग डारेक्टर हूँ, एवं ग्रेग स्काँट माक्रोसाफ्ट कंपनी न्यूयार्क एलबनी पाईंट 5 सीटी सेन्टर पार्क अमेरीका मे सीईओ के पद पर हूँ और लंदन की आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का टाँपर होकर हेकर भी हूँ और पूरे विश्व मे हेकरर के रुप मे 23 वी रेंक है, और भारत मे नं. 1 की रेंक पर हूँ तथा मैने अमेरिका की नागरिकता ले रखी है।
इसी बीच जेरी पटेल की मुलाकात ऋषि शर्मा नाम के व्यक्ति से हुई जिसे विरमदेव ने अपना निक नेम जेरी पटेल बताया था, और ऋषि शर्मा से आडिशन और प्रमोशन शो कराने का प्रलोभन देकर ऋषि शर्मा से नगद 22500 एवं 2000 रुपये विरमदेव पटेल ने अपने दोस्त संदीप पटेल के खाते मे जमा कराये थे। इस प्रकार विरमदेव पटेल ने आडिशन व प्रमोशन के नाम पर फरियादी ऋषि शर्मा से कुल 24500 रुये की ठगी कर धोखा धडी की थी। इसी प्रकार आरोपी  विरमदेव पटेल द्वारा अमन श्रीवास्तव को बालाजी फिल्म मे काम दिलाने के पूर्व फिल्म इंड्रिस्ट्रीज मे रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर अमन श्रीवास्तव व इसके दोस्त अभिषेक सिसौदिया से15000 रुपये व अमन सिसौदिया के भाई आयुष पटेल को ओरल यूनिवर्सिटी स्टेट रसिया मे एडमिशन दिलवाने के नाम पर अलग अलग समय पर कुल 48 हजार रुपये की धोखाधडी कर कुल 63000 रुपये की ठगी की है।  अमन के भाई आयुष श्रीवास्तव ने खुद की बुआजी के लडके अभिजीत ठाकुर को बी.ई. की डिग्री दिलाने के नाम पर 6000 रुपये एवं आयुष को लंदन से सीएस करवाने हेतु दस्तावेजो को ट्रासंफर कराने के नाम पर कुल 8 हजार रुपये जमा करवाये थे। आरोपी विरम पटेल ने विजयराज सिंह के भाई विश्वराज सिंह को बोस्टन न्यूयार्क मे नौकरी दिलाने के नाम पर विजयराज सिंह से कुल 29500 रुपये की धोखाधडी की थी। उक्त सभी लोगो से धोखाधड़ी द्वारा लिये गये रूपयें विरमदेव पटेल ने अपने दोस्त राहुल कुमाती व संदीप पटेल के खातो मे पैसे जमा करवाकर स्वयं द्वारा उनके एटीएम से पैसे निकालकर खर्च करना बताया है। आरोपी को अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु पुलिस थाना एरोड्रम के सुपुर्द किया गया है। आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है, जिसमें उसके साथ संलिप्त अन्य लोगों के बारें में भी जानकारी निकाली जा रही है।





इन्दौर पुलिस द्वारा अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों की धरपकड़ अभियान के तहत की गई कार्यवाही 75 अपराधी एवं असमाजिक तत्व इन्दौर पुलिस की गिरफत्‌ में


इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017- पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर इंदौर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इंदौर (पूर्व) अवधेश कुमार गोस्वामी के मार्गदर्शन में कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को फरार एवं स्थायी वारंटियो तथा अपराधियों व असमाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 50 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिसके अंतर्गत-
               
01 आदतन व 12 संदिग्ध बदमाश गिरफ्तार
इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017 -इन्दौर पुलिस पूर्व क्षेत्र द्वारा कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए 01 आदतन व 12 संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा 110,151 जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।

03 गिरफ्तारी एवं 19 जमानती वारण्ट तामील
इन्दौर- दिनांक 21 अक्टूबर 2017-इन्दौरपुलिस पूर्व क्षेत्र द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत में कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को 03 गिरफ्तारी एवं 19 जमानती वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में, न्यायालयों द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी बदमाशों, अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों के वारन्ट तामिल कराकर, वैधानिक कार्यवाही की गयी।

जुऑ खेलते हुए मिलें, 34 आरोपी गिरफ्‌तार
इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017-पुलिस थाना खजराना द्वारा कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर थाना क्षेत्रांतर्गत विभिन्न स्थानों से इन्दौर से ताश पत्तों के द्वारा हार जीत का जुऑ खेलतें हुए मिलें, नंदू पिता देवीसिंह, रमेश पिता जवाहर सिंह, उमेश पिता शिवराम, रूपसिंह पिता नरसिंह, विजय पिता साहबराव पंवार और धारूसिंह पिता मोहनराव, धनसिंह पिता सोनसिंह, आत्माराम पिता हरिसिंह, राजेश पिता तुलाराम, धरमराज पिता गुड्‌डु और जागीर पिता राजाराम, संजु पिता कृष्णकांत पाटिल, रामु पिता शिवा पाटिल, राजाराम पिता सुखराम और श्याम पिता भुरा पाटील, दिनेश पिता शिव, योगेश पिता हरि, रमेश पिता सुखलाल पाटील, मोतीलाल पिता चंदरसिंह, दशरथपिता भागीरथ चौहान और दिलीप पिता सायबू, बलीराम पिता जेमा, जितेंद्र पिता करन राठौर, विनोद पिता नंदु गोयल, पुरन पिता शिवपाल, लखन पिता मांगीलाल, और शिवा पिता बाबुलाल पाटील, दिनेश पिता ग्यारसीलाल, लक्की पिता महेंद्र देवेदी, रेवा पिता बाबुलाल पाटील, दिलीप पिता विकास पाटील, दर्शित पिता देवीदास, सचिन पिता गुड्‌डु खेड़, विजय पिता सुरेश को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से नगदी व ताश पत्ते बरामद किये गये।
                पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्ध जुऑ एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की गयी है।

सार्वजनिक स्थान पर शराब पितें हुए मिलें, 01 आरोपी गिरफ्तार
इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017-पुलिस थाना बाणगंगा द्वारा कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को 20.15 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर रेल्वे आरक्षण कार्यालय के सामनें स्टेशन रोड़ छोटी ग्वालटोली इंदौर से सार्वजनिक स्थान पर शराब पितें हुए मिलें, टी/8 रेल्वे कालोनी इंदौर निवासी रोहित पिता अजय चावरें को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से अवैध शराब जप्त की गयी।
पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्ध आबकारी एक्ट के तहत्‌ प्रकरणपंजीबद्व कर कार्यवाही की गयी है।

इन्दौर- दिनांक 21 अक्टूबर 2017- पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर इंदौर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इंदौर (पश्चिम) श्री विवेक सिंह के मार्गदर्शन में कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को फरार एवं स्थायी वारंटियो तथा अपराधियों व असमाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 25 आरोपियों को गिरफ्‌तार किया गया जिसके अंतर्गत-

02 आदतन व 21 संदिग्ध बदमाश गिरफ्तार
इन्दौर- दिनांक 21 अक्टूबर  2017-इन्दौर पुलिस पश्चिम क्षेत्र द्वारा कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए 02 आदतन व 21 संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा 151 जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।

01 गैर जमानती तथा 15 जमानती वारण्ट तामील
इन्दौर- दिनांक 21 अक्टूबर 2017-इन्दौर पुलिस पश्चिम क्षेत्र द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत में कल दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को 01 गैर जमानती तथा 15जमानती वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयों द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी बदमाशों, अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों के वारन्ट तामिल कराकर, वैधानिक कार्यवाही की गयी।

अवैध हथियार सहित 01 आरोपी गिरफ्तार
इन्दौर-दिनांक 21 अक्टूबर 2017-पुलिस थाना भवंरकुआं द्वारा कल दिनांक 20 अक्टुबर 2017 को 21.15 बजें, मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर राजनंदनी होटल के नीचे भवंरकुआं रोड़ इन्दौर से अवैध हथियार लेकर घूमते हुये मिलें, 898 मदिना नगर आजाद नगर इंदौर निवासी साजिद पिता मो. समी शेख को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से एक छूरा जप्त किया गया।

पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर इसके विरूद्व आर्म्स एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की गयी है।