Tuesday, January 14, 2020

31 वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत हुआ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन



                        आज दिनांक 14 जनवरी 2020 को उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर रेन्ज इन्दौर श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र एवं पुलिस अधीक्षक(मुख्यालय) इन्दौर श्री सूरज कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में यातायात के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकगण, श्री आर.एस.देवके, श्री महेन्द्र जैन, उप पुलिस अधीक्षकगण, श्री सन्तोष उपाध्याय, श्री हरीसिंह रघुवन्शी, श्री आर.एस.ठाकुर, श्री एच.के.कन्हौआ, श्री बसन्त कौल, श्री उमाकान्त चैधरी, निरीक्षक श्री दिलीप सिंह परिहार एवं श्री अर्जुन सिहं पवार एवं अन्य यातायात के अधिकारी/कर्मचारियों व्दारा 31 वाॅ. सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान निम्नानुसार कार्यक्रम आयोजित किये गयेः-
·        अक्शा इन्टर नेशनल के प्रशिक्षणरत एयर होस्टेज की छात्राओं व्दारा रीगल चैराहें पर 40 सेकेन्ड रेड सिग्नल के दौरान अपने तरीके से यातायात जागरूकता के संबंध कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
·        पुलक चेतना मंच के माध्यम से यातायात पुलिस व्दारा अभय प्रशाल में आयोजित कार्यक्रम में 4000 से अधिक व्यक्तियों को यातायात नियमों के पालन हेतु ’’ यातायात संकल्प ’’ दिलाया गया।
·        यातायात पुलिस व्दारा डोमिनो पिज्जा के सहयोग से रीगल चैराहें से पलासिया, गीताभवन, व्हाईट चर्च ,मधुमिलन से रीगल चैराहे तक दो पहिया यातायात जागरूकता वाहन रैली का आयोजन किया गया है।
·        इन्दौर पुलिस व्दारा पुलिस लाईन इन्दौर में उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर रेंज शहर एवं समस्त अधिकारीगणों व्दारा यातायात जागरूकता कार्यक्रम के तहत पतंग का वितरण एवं पतंगबाजी की जाकर यातायात नियमों का पालन करने का सन्देश इन्दौर की जनता को दिया गया।
·        यातायात पुलिस अधिकारियों व्दारा शहर के विभिन्न चैराहों पर रेडियम टेप चस्पा किये गये।
·        यातायात पुलिस सूबेदार योगेश राजपूत एवं व्दारा आज खजराना चैराहें पर आॅटो रिक्शा जागरूकता रैली निकाली गई ।
·        नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आर.आई. गु्रप व्दारा शहर के व्हाईट चर्च,नवलखा चैराहा,चैईथराम चैराहा आदि पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से यातायात नियमों के बारे में आम जनता को यातायात नियमों का पालन करने हेतु अवगत कराया गया।
·        यातायात पुलिस के समस्त उप पुलिस अधीक्षकों एवं अधिकारी/कर्मचारियों व्दारा शहर के मुख्य चैराहों पर हेलमेट एवं सीट बेल्ट नही लगाने वालो को गुलाब के फूल देकर समझाईस दी गई एवं जिन वाहन चालकों के व्दारा हेलमेट एवं सीट बेल्ट का उपयोग करते पाये गये उन्हें भी गुलाब के फूल देकर अन्य लोगो को भी प्रेरित करने हेतु बताया गया।
·        यातायात पुलिस व्दारा बायपास रोड़ पर रोटरी क्लब के सहयोग से नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें वरिष्ठ नेत्र चिकित्सकों व्दारा 160 वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण किया गया।
·        सड़क सुरक्षा सप्ताह यातायात रथ,एल.ई.डी. वैन व्दारा यातायात नियमों के प्रचार-प्रसार हेतु शहर के मुख्य मार्गो एवं कालोनियों में जाकर आम जनता में यातायात का प्रचार-प्रसार किया गया।
·        यातायात पुलिस के अधिकारियों व्दारा शहर के विभिन्न विद्यालयों में जाकर लगभग 2000 स्कूली छात्र-छात्राओं को यातायात शिक्षा की जानकारी दी गई।
·        सेम्यूलेटर प्रशिक्षण एवं सेफ्टी राईडिंग ब्रोसर वितरण कार्यक्रम।
·        उप पुलिस अधीक्षक श्री उमाकान्त चैधरी व्दारा एफ.एम.रेडियों के माध्यम से यातायात नियमों का पालन करने हेतु बताया गया।

दिनांक 15.01.2020 को होने वाले यातायात जागरूकता कार्यक्रम
1.यातायात विषय पर स्कूली छात्र छात्राओं की डिबेट (जूनीयर ग्रुप) 2, वाहनों की प्रदुषण चैकिंग, 3 नुक्कड़ नाटक, 4, वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण, 5, ड्रायवर ट्रेनिंग केम्प (लोक परिवहन) 6, हेलमेट रैली 7, एल.ई.डी वेन द्वारा यातायात फिल्म प्रदर्षन 8, स्कूलों में यातायात नियमों की जानकारी एवं जागरूकता कार्यक्रम 9, चैराहों पर हेलमेट एवं सीटबेल्ट लगाने वाले वाहन चालको को गुलाब वितरण 10, एफ.एम. रेडियों पर यातायात नियमों का प्रचार प्रसार करना।












· लाखों रूपये की धोखाधङीपूर्वक ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय ठग इंदौर क्राईम ब्रांच के हत्थे चढ़ा।



·        फर्जी उच्च अधिकारी, मजिस्ट्रेट, पुलिस अथवा जनप्रतिनिधि बनकर करता था लोगों को फोन, पारिवारिक समस्या बताकर, लोगों को झांसे में लेकर मांगता था लाखों रूपये की राशि।
·         आरोपी ने म0प्र0, राजस्थान, 0प्र0, गुजरात व अन्य कई प्रदेशों में वारदातें करना कबूला।
·         इण्टरनेट से मशहूर अथवा प्रतिष्ठित लोगों के मोबाईल नम्बर तथा नाम पता ज्ञात कर कॉल करता था आरोपी।
·        आरोपी किसी भी व्यक्ति की आवाज कॉपी करने में है माहिर, मिमिक्री आर्टिस्ट आवाज की नकल कर बनाता था लोगों को निशाना।
·         ठगी के लिये प्रयोग किये जाना फोन तथा सिम कार्ड प्रत्येक घटना के तुरंत बाद तोड़कर फेंक देता था आरोपी।
·        थाना पाली राजस्थान का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है आरोपी, राजस्थान के कई जिलों में आरोपी पर पूर्व से दर्ज है तीन दर्जन से भी अधिक अपराध।
·         मिस्टर नटवर लाल के नाम से मशहूर है ठगोरा।

इंदौर- दिनांक 14 जनवरी 2020 -  पुलिस उपमहानिरीक्षक (शहर) इन्दौर श्रीमती रुचिवर्धन मिश्र द्वारा लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर झांसे में लेकर, लोगों के साथ धोखाधड़ीपूर्वक ठगी की वारदातें करने वाले ठगों को पकड़ने के लिये इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशों के तारतम्य पुलिस अधीक्षक (पूर्व) मो0 युसूफ कुरैशी एवं पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच के टीम प्रभारियों को इस दिशा में आसूचना संकलित कर ठगोरों को पकड़ने के लिये प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
           इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इंदौर को सूचना मिली कि कोई अज्ञात व्यक्ति छलपूर्वक, फोन कर, अधिकारियों के नाम का प्रयोग करते हुये फरियादी राम पिता मंगलसिंह तर्फे वर्तमान जनप्रतिनिधि विधायक श्री आकाश विजयवर्गीय से 10 लाख रूपये की मांग कर रहा है जिसके तारतम्य में थाना परदेशीपुरा पर अपराध क्रमांक 19/20 धारा 419, 420 भादवि एवं 66 डी आईटी एक्ट का प्रकरण अज्ञात आरोपी के विरूद्ध पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया जिसके अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 10 हजार रूपये के नगद ईनाम की उद्घोषणा पुलिस अधीक्षक (पूर्व) जिला इंदौर द्वारा जारी की गई थी। उपरोक्त प्रकरण के अज्ञात आरोपी की तलाश करते हुये क्राईम ब्रांच ने प्रकरण के संबंध में सूचना संकलन किया जिसके परिप्रेक्ष्य में सभी मोबाईल नम्बर तथा अन्य आवशयक बिन्दुओं के संबंध में जानकारी एकत्रित की जाने पर यह ज्ञात हुआ कि आरोपी का संबंध राजस्थान के पाली जिले से है बाद जिस नम्बर से फोन तथा मैसेज आये थे उसके उपयोगकर्ता की पुलिस टीम ने पहचान सुरेश उर्फ भेरिया पिता भंवरलाल घांची निवासी 03 रजत नगर, रामदेव रोङ के रूप में सुनिश्चित की।
आरोपी की तलाश हेतु क्राईम ब्रांच की टीम राजस्थान रवाना हुई जहां उसके गृहनिवास पर तलाश करने पर आरोपी नहीं मिला अतः पुलिस उसकी तलाश में राजस्थान के संभावित स्थलों पर दबिश देने हेतु कई जिलों में पहुंची बाद अथक प्रयास के बाद आरोपी को थाना फालना क्षेत्र राजस्थान से पतासाजी कर पकड़ने में सफलता मिली।
           आरोपी को पकड़कर पुलिस टीम इंदौर लाई जिसे थाना परदेशीपुरा के अपराध क्रमांक 19/20 धारा 419, 420 भादवि 66 डी आई टी एक्ट के प्रकरण में गिरफ्तार किया गया। बाद आरोपी से की गई विस्तृत पूछताछ में आरोपी सुरेश ने बताया कि वह एक शातिर किस्म का ठग है वह किसी की भी एक बार आवाज सुनने के उपरांत उसकी आवाज की नकल करने मे माहिर है, आरोपी पर जिला पाली, माउंट आबू, जयपुर, जलौर, जोधपुर, अजमेर, सिरोही एवं सहित राजस्थान के कई अन्य शहरों मे तीन दर्जन से अधिक अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपी सिर्फ 8 वीं कक्षा तक पढा है लेकिन मोबाइल का अच्छा जानकार है जिससे इंटरनेट के माध्यम से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, राजनेताओं, उधोगपतियों एवं संपन्न लोगों के मोबाइल नंबर निकालकर उनको फोन करता था। अपनी आवाज की नकल करने की कला का उपयोग कर अफसरशाही का रूआब दिखाते हुये वह लोगों को अपने झांसे मे लेकर रूपयों की ठगी करता था जोकि आर.टी.जी.एस., फण्ड ट्रांसफर, ऑनलाइन वैलेट्स आदि में लाखों रूपयों ठगी के जमा करा लेता था। बाद में अपना सिम कार्ड एवं अपना मोबाइल तोङकर फेंक देता था एवं बाद में किसी अन्य के नाम से सिम लेकर पुनः उपयोग करता था।
            आरोपी ने इंदौर की घटनाक्रम के संदर्भ में खुलासा किया के उसने इण्टरनेट के माध्यम से बेबसाईट पर इंदौर के विधायक के नाम को सर्च किया तो श्री आकाश विजयवर्गीय का नाम आया जिनका मोबाईल नम्बर उसने पता कर लिया। बाद आरोपी ने इंदौर पुलिस कण्ट्रोल रूम का इण्टरनेट से मोबाईल नम्बर ज्ञात कर, फोन कर इंदौर में पदस्थ पुलिस अधीक्षक के नाम पता किये तथा पुलिस अधीक्षक के नाम का दुरूपयोग कर आरोपी ने श्री आकाश विजयवर्गीय को कॉल कर 10 लाख रूपये किसी परिजन के बैंक खातें में जमा कराने की बात कही। आरोपी ने चतुराई दिखाते हुये जिस नम्बर से कॉल किया उसको ट्रू कॉलर पर एस0पी0 इंदौर लिखकर पंजीकृत कर लिया था।
      आरोपी राजस्थान के पाली थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है जोकि क्षेत्र में मिस्टर नटवरलाल के नाम से मशहूर है लेकिन स्वभावगत आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति का है। पूर्व आरोपी 6-7 बार जेल में भी निरूद्ध किया जा चुका है। आरोपी ने राजस्थान सहित म0प्र0 0प्र0 गुजरात तथा अन्य कई राज्यों में इस प्रकार ठगी की वारदातें कबूला है जिससे प्राप्त रूपये पैसे से वह जुआ सट्टा खेलता था। आरोपी ठग इतना बदमाश है कि कई बार जेल जाने के बाद भी लगातार वारदातें करता रहा जोकि लगभग 02 दर्जन जिले के सैकड़ों लोगों को ठग चुका है। आरोपी घर पर परिजनों के साथ भी नहीं रहता है जोकि पुलिस से बचने के लिये कई जिलों के अलग अलग ठिकानों पर ठहरता था अथवा अपनी कार में ही रात गुजारा करता था।