इन्दौर-दिनांक 01 सितम्बर 2014-पुलिस अधीक्षक पश्चिम इंदौर श्री आबिद खान ने बताया कि दिनांक 29.08.14 को राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र की 22 माह की मासूम बालिका से दृष्कर्म करने वाले अज्ञात व्यक्ति का पर्दाफाश कर पुलिस ने अपराधी को पकड़ने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
दिनांक 29.08.14 को रात्रि लगभग 02 बजे कंट्रोल रूम इंदौर को सूचना मिली की एक 02 वर्ष की बच्ची कैलादेवी मंदिर के पास थाना छत्रीपुरा क्षेत्र में रोती हुई मिली है, जिस पर थाना छत्रीपुरा के धन्नालाला यादव एवं प्रआर राजेन्द्र मरमट वहां पहुचें, तो लोगों ने बच्ची के बारें में बताया कि वह रोती हुई लावारिस अवस्था में मिली है तथा उसके अन्तारांगों से भी खून आ रहा था। इस पर पुलिस द्वारा बच्ची को ईलाज हेतु एमवायएच में भर्ती करवाया तथा इन्दौर के सभी थानों पर बालिका मिलने की सूचना प्रसारित करवाई। उक्त सूचना पर थाना राजेन्द्र नगर की चीता मोबाईल द्वारा बताया गया कि एक 22 माह की बच्ची प्रगति नगर के चौकीदार दंपत्ति की गुम होने की सूचना मिली है, जिस पर थाना राजेन्द्र नगर पर अपराध क्रं 797/14 धारा 363 भादवि का पंजीबद्धकिया गया एवं बच्ची के माता पिता को एमवायएच ले जाया गया तो उन्होने उस बच्ची को उनकी पुत्री होना बताया। बच्ची एमएलसी कराई गई तो बच्ची के साथ दृष्कृत्य का प्रयास करना पाया गया।
उक्त मासूम बालिका के साथ किये गये अपराध को गंभीरता से लेते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक शहर श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री आबिद खान ने थाना राजेन्द्र नगर एवं थाना छत्रीपुरा की टीम बनाकर उन्हे अपराधी के पतारसी हेतु निर्देशित किया गया। विवेचना के दौरान पाया गया कि फरियादी (बालिका के पिता) का मोबाईल तथा 2500 रूपयें नगदी दिनांक 14.08.14 को चोरी हुए थे तथा फरियादी का पुराने चौकीदार से भी कार्य को लेकर झगड़ा चल रहा था। इन दोनों बिंदुओं पर बारिकी से विवेचना की गई तो मोबाईल चोरी होने की घटना सही पायी गयी, तब पुलिस द्वारा मोबाईल चोरी करने वाले गिरोह एवं अपराधियों का रिकार्ड खंगाला तो ज्ञात हुआ कि पारदियों का एक गिरोह है जो चोरी करता है, जिनके सदस्यों के नाम हीरालाल, राजेश, राजेन्द्र एवं मिथुन पारदी है, जो ढोलक बजाने का कार्य भी करते है। पतारसी के दौरान ज्ञात हुआ कि ये लोग घटना दिनांक को राजेन्द्र नगरक्षेत्र में ढोलक बजाने गणेश प्रतिमा के साथ आए थे।
पुलिस द्वारा पूछताछ में पता चला कि उक्त लोगों के अन्य साथीगण भी इसी क्षेत्र में रहते है। दिनांक 29.08.14 को राजेन्द्र उर्फ रिम्पी उर्फ तिरी अपने साथियों के साथ राजेन्द्र नगर नाके के पास मंदिर में गणेश स्थापना में ढोलक बजाने आए थे। जब ये ढोलक बजाकर वापस जा रहे थे तो राजेन्द्र ने अपने साथियों के साथ बैठकर शराब व गांजा पिया तथा अपने एक साथी भंवर को उसके घर भीमनगर मल्टी पर छोड़ा और तीन साथी वापस आयें, जिनमें से दो लोग वापस आयें व एक साथी अकेला यह कहकर कि मैं घर जा रहा हूं वहां से चला गया, जिसका नाम राजेन्द्र उर्फ रिम्पी है तथा अन्य दो साथी राजेश व हीरालाल अपने घर चले गये। जांच के दौरान इन दोनों का समय पर घर पहुंचना पाया गया किन्तु राजेन्द्र उर्फ रिम्पी का घर पहुंचना नहीं पाया गया। जब रिम्पी से इस संबंध में सघन पूछताछ की गई तो उसने बताया कि घटना दिनांक 29.08.14 को वह अपने साथियों के साथ अपनी प्रेमिका के घर भीम नगर मल्टी पर पहुंचा था, जहां पर प्रेमिका के पति ने उसके साथ गाली गलौच की थी जिसके बाद नशे में वह वहां से भाग गया था।उसके बाद वह अपने साथियों से घर जाने का कहकर, अकेला वहां पहुंचा जहां से इसने 14 तारीख को मोबाईल चोरी किया था। वहां पर इसने उक्त छोटी बच्ची को माता पिता से अलग सोते हुए देखा, उस घर में दरवाजा भी नहीं था, तब वह सोती हुई बच्ची को उठाकर चल दिया और प्रगति नगर पर बन रहे नये पुल पर एकान्त में ले जाकर बच्ची के साथ घिनौनी हरकत का प्रयास किया , जब बच्ची रोने लगी तो उसे घर छोड़ने का बोल कर, उसे दशहरा मैदान लेकर आया, जब वहां पर देखा कि गणेश उत्सव की लाईटिंग है व बहुत सारे लोग जाग रहे है, तब यह बच्ची को लेकर गंगवाल बस स्टेण्ड के पास आया व राजमोहल्ला के पास अंधेरी गली में ले गया। यहां पर फिर बच्ची से घिनौनी हरकत को प्रयास किया लेकिन बच्ची के रोने व उसे खून आने के कारण बच्ची को वहीं छोड़कर भाग गया तथा अपने घर न जाकर अपने साथी के झोपड़े के उधर दशहरा मैदान जाकर छुप गया।
चोरी के मोबाईल के संबंध में विवेचना करने पर पाया कि रिम्पी ने उक्त मोबाईल हीरालाल को बेच दिया था, जो हीरालाल के कब्जे से जब्त किया गया है, जिसके संबंध में हीरालाल ने बताया है कि वह उसने रिम्पी से 500 रूपयें मेंखरीदा था। आरोपी के कपड़े जिस पर खून के निशान है उसे जप्त किया गया है। आरोपी द्वारा मासूम बालिका के साथ दो स्थानों पर कुकृत्य करने की कोशिश करना पाया गया है। आरोपी राजेन्द्र उर्फ रिम्पी उर्फ तिरी पिता दरियाबसिंह (27) निवासी आकाश नगर थाना चंदन नगर इंदौर अभी तक अविवाहित है तथा पारदी जाति का होकर अपराधिक प्रवृत्ति एवं मनोविकृत मानसिकता का है। इसके विरूद्ध थाना चंदन नगर में पुराना अपराधिक रिकार्ड भी है।
उप पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री आबिद खान के मार्गदर्शन में अपराधी का पता लगाने व उसको पकड़ने में थाना प्रभारी छत्रीपुरा आर.डी कानवा एवं थाना प्रभारी राजेन्द्र नगर कमलेश शर्मा के नेतृत्व उनि बी.एस. रघुवंशी, सउनि बलराम यादव, सउनि एस.बी.एस. कुशवाह, आरक्षक निलेश, विक्रम, रितेश, लक्ष्मीकांत तथा सैनिक संजय का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।