Monday, July 6, 2015

साउथ तोड़ा पर फौजा एवं उसके साथियों द्वारा की गई फायरिंग की घटना के आरोपी गिरफ्‌तार घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिलें, मारूति वेन, मोबाईल फोन, एक पिस्टल व एक देशी कट्‌टा तथा कारतूस जप्त महेश्वर एवं माल गोदाम इन्दौर में की गई थी घटना की प्लानिंग


इन्दौर-दिनांक 06 जुलाई 2015-पुलिस थाना रावजी बाजार क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 21 मई 2015 को रत्रि 12.30 बजे साउथ तोड़ा बड़ा गेट के पास जुबेर पिता अब्दुल कादिर को मोटर सायकल पर सवार होकर आये, कुखयात बदमाश फौजा एवं सगीर अद्‌दा तथा उसके साथियों के द्वारा गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया था, जिस पर पुलिस थाना रावजी बाजार पर अप. क्रं. 186/15 धारा 307, 34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। विवेचना में फौजा, सगीर, शादाबलाला के अलावा मोहसिन चिप्पी, इम्मु काला, आजम केले वाला तथा कल्लू मार्शल के नाम सह आरोपी के रूप में आये थे।
                इस प्रकरण के फरार आरोपी मोहसिन चिप्पी, सगीर अद्‌दा की तलाश पुलिस द्वारा लगातार की जा रही थी, जिसमें आज दिनांक 6.7.15 को मुखबिर द्वारा सूचना मिलीं कि मोहसिन चिप्पी आज अपनी खाला से राजमोहल्ला आने वाला है। उक्त सूचनापर पुलिस द्वारा दबिश देकर मोहसिन को पकड़ा गया। मोहसिन से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। इमरान उर्फ इम्मु काला जो कि पुलिस थाना सेन्ट्रल कोतवाली का गिरफ्‌तारशुदा आरोपी है, को थाना रावजी बाजार ने पुलिस रिमांड पर लेकर घटना के संबंध में पूछताछ की तो इन्होने निम्नांिकंत घटना बताई।
                दोनो आरोपियों ने बताया कि दिनांक 21.05.15 की फायरिंग की योजना महेश्वर में घाट घटना से 4-5 दिन पहले ही बनी थी। योजना बनाते समय महेश्वर में सरफराज उर्फ फौजा पिता अब्दुल सत्तार (28) निवासी साउथ तोड़ा, सगीर उर्फ अद्‌दा पिता अब्दुल सत्तार (35) नि. साउथ तोड़ा, मोहसिन उर्फ चिप्पी पिता अब्दुल हफीज उर्फ अप्पु (24) नि. साउथतोड़ा, इमरान उर्फ इम्मु काला पिता मोह. जफर (21) नि. साउथ तोड़ा, इमरान उर्फ जुग्गु पिता आबिद खान (29) नि. कबुतर खाना, जावेद पिता मोह. शरीफ उर्फ अंगु पहलवान (25) नि. साउथतोड़ा, वसीम उर्फ बबलू पिता शेख जफर (24) नि. खजराना हाल नि. गोविन्दपुरा महेश्वर इस योजना में शामिल थे। इनके द्वारा सिकलीगरों से फौजी काका के माध्यम से धरमपुरी के पास से पिस्टल व कारतूस खरीदे गये थे।
महेश्वर की मीटिंग के बाद घटना को पुुखता करने के लिये फौजा व सगीर अद्‌दा द्वारा अपने अन्य साथियों तथा राजकुमार कैथवास, सन्नी व समीना के साथ माल गोदाम इंदौर में योजना को अंतिम रूप दिया था।
घटना दिनांक को चार मोटर साईकलों पर 9 लोग गुलजार कालोनी आटीओ पुल के नीचे इक्ठ्‌ठा हुये थे। जिसमें वसीम की मोटर साइकल पर इम्मू काला, मोहसीन चिप्पी के पीछे अद्‌दा, जुग्गू के पीछे फौजा तथा कल्लू मार्शल के पीछे शादाब व आजम बैठा था। जुबेर की स्पाटिंग की पूरी सूचना अंगू पहलवान के लडके जावेद द्वारा जुग्गु को दी गई थी। गूलजार कालोनी से चंद्रभागा होकर कबूतर खाना नंदलालपुरा होकर तोडा गेट पर पहुचे थे जहां पर जुबेर अपने साथियों के साथ बैठा था। यहां पर आरोपियों द्वारा फायरिंग कर उक्त घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद सभी आरोपी अलग अलग हो गये थे जिसमें फौजा, सगीर, इम्मू काला, मोहसीन चिप्पी अपने साथी वसीम उर्फ बबलू के यहां महेश्वर में इक्ठ्‌ठा हुये। शादाब कल्लू मार्शल व आजम महूं भाग गये थे।
                फरारी के दौरान फौजा, सगीर, इम्मू काला व वसीम उर्फ बबलू महेश्वर में रहे तथा धरमपुरी में वसीम के दोस्त नियामत उल्लाउर्फ नेमू पिता अमान उल्ला नि. जनपद पंचायत के पीछे घरमपुरी जिला धार के यहां रहे और नियामत की मारूति वेन से नागपुर, मुखितयाई नगर भुसावल महाराष्ट्र, धूलिया, मालेगांव आदि स्थानो पर फरार रहे। कुखयात आरोपियों को फरारी के दौरान मदद करने वाले नियामत उल्ला उर्फ नेमू पिता अमान उल्ला (35) नि जनपद पंचायत के पीछे धरमपुरी जिला धार इंदौर को भी गिरफ्‌तार किया गया है तथा इसके कब्जे से मारूति वेन एमपी/09/बीसी/4080 जप्त की गई है।
घटना में शामिल वसीम उर्फ बबलू पिता शेख जफर (24) नि. खजराना हाल नि. गोविन्दपुरा महेश्वर जो कि थाना खजराना का हिस्ट्रीद्गाीटर है तथा विगत दो वर्ष से महेश्वर मे रह रहा है, नशे का आदि है और फौजा और अद्‌दा से जेल से परिचित है तथा मोहसिन चिप्पी का खास दोस्त है को भी गिरफ्‌तार किया गया है, इसके कब्जे से पिस्टल बरामद की गई है।
                घटना में शामिल जावेद पिता मोह. शरीफ उर्फ अंगु पहलवान (25) नि. साउथतोड़ा को गिरफ्‌तार किया गया। आरोपी के पिता अंगू पहलवान का मर्डर भी साउथ तोडा की गुटबंदी के चलते हुआ था।
                इमरान उर्फ इम्मू काला से एक देशी कट्‌टा मय कारतूस तथा एक सीबीजेड स्ट्रीम एमपी09 एनडी 8273 गाडी जप्त की गई।
                घटना के अन्य आरोपी शादाब उर्फ लाला, कल्लू मार्शल, आजम केले वाला पूर्व में ही गिरफ्‌तार हो चुके तथा इमरान उर्फ जुग्गू थाना कोतवाली इंदौर में अवैध शराब के मामले में गिरफ्‌तार होकर जेल में है। वर्तमान में घटना में कुखयात आरोपी सगीर अद्‌दा फरार है, जिस पर 20 हजार रूपये का ईनाम है, जिसकी गिरफ्‌तारी के सघन प्रयास जारी है।
                उक्त आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रावजी बाजार श्री सी.एस. चढार, उनि रविन्द्र शर्मा, प्रआर 1305 लोकेन्द्र तथा आरक्षक प्रतिपाल का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा। वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा उक्त टीम को पुरूष्कृत करने की घोषणा की गई है।



पेट्रोल पंप पर, पेट्रोल बम फेकने वाले तीनो आरोपी गिरफ्‌तार



इन्दौर-दिनांक 06 जुलाई 2015-अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-2 ने बताया कि कल दिनांक 05.07.15 को मधुमिलन स्थित पेट्रोल पंप को आग लगाने की नीयत से पेट्रोल बम बनाकर फेकने वाले तीनो आरोपियों को पकड़ने में संयोगितागंज पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
पुलिस थाना संयोगितागंज क्षेत्रान्तर्गत कल दिनांक 05-07-2015 को फरियादी रत्नेश पिता संतोष चौहान (36) निवासी एफ-4, जीडी कालेज मोती तबेला इंदौर ने रिपोर्ट की थी कि एक मोटर सायकल नंबर एमपी/10/एमएल/9877 पर सवार तीन अज्ञात लडको ने मधुमिलन चौराहा के पास स्थित भाटिया पेट्रोल पंप पर एक कांच की बोतल पर पेट्रोल बम बनाकर उसमे आग लगाकर पेट्रोल पंप पर आग लगाने की नियत से फेका था, जो उसकी मोटर सायकल पर आकर गिराजिससे उसकी मोटर सायकल मे आग लगकर नुकसान हुआ। फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस थाना संयोगितागंज मे अपराध क्रमांक 448/15 धारा 435 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक महोदय, इंदौर शहर द्वारा तत्काल आरोपियों की पतारसी कर उन्हे गिरफ्‌तार करने के निर्देश दिये गये। जिस पर पुलिस अधीक्षक इन्दौर पूर्व एवं अति.पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-2 के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी संयोगितागंज के नेतृत्व मे एक टीम गठित की जाकर आरोपीगणो की तलाश की गयी। पुलिस टीम ने 24 घंटे के अंदर ही उक्त मोटर सायकल पर सवार तीनो आरोपी 1. गणेश पिता रवि उमाफ (22) निवासी गांधी नगर इंदौर 2. संदीप पिता किशन राव सिकरे (18) निवासी कसरावद जिला खरगोन हाल गांधी नगर इंदौर तथा 3. मोनू पिता अजय कंडारे (26) निवासी गांधी नगर इंदौर को पकडकर पूछताछ की गयी तो इनके द्धारा उक्त अपराध कारित करना स्वीकार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका भाटिया पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरने वाले कर्मचारी से घटना के कुछ समय पहले विवाद हुआ था इस कारण आरोपीगणो ने पेट्रोल पंप को जलाने की नीयत सेपेट्रोल पंप पर पेट्रोल बम फेंका गया। प्रकरण मे जांच के दौरान अपराध धारा 436 भादवि की वृद्धि की गयी। पुलिस द्वारा सभी आरोपीगणो को 24 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मोनू कंडारे व गणेश उमाफ अपराधिक प्रवृत्ति के है, गणेश के विरूद्ध एक अपराध तथा मोनू के विरूद्ध विभिन्न 14 अपराध पंजीबद्ध है, आरोपी मोनू के विरूद्ध पूर्व में जिला बदर की कार्यवाही भी की गयी है।
उक्त आरोपीयो को पकडने मे वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी संयोगितागंज श्री दिवाकर सिंह बघेल के नेतृत्व में सउनि शंकर सिंह मेडा,  प्रआर. 392 सुरेन्द्र सिंह रघुवंशी, आर. 465 सतीश अंजाना तथा आर 1360 किशोर सोनगरा की सराहनीय भूमिका रही है।

अश्लील फोटो लेकर धमकाकर पैसे ऐठने वाले गिरोह का पर्दाफाश तीन महिलाओ सहित कुल 6 आरोपी गिरफ्तार एक लाख 60 हजार रुपये, दो चार पहिया वाहन, 6 मोबाईल एवं एक पिस्टल बरामद



इन्दौर-दिनांक 06 जुलाई 2015-पुलिस थाना लसूड़िया क्षेत्रान्तर्गत फरिययदी ने बताया कि  वह दिनांक 28-6-15 को महालक्ष्मी नगर स्थित स्पेस पार्क मे रहने वाली पुष्पा मेडम जिसको वह पूर्व से जानता था, जिनको वह गेहूं दिया करता था। पुष्पा मेडम को गेहूं लेने की बात के लिये जब फरियादी अजबसिंह अपनी मोटर सायकिल न. एमपी/09/एमयू/1445 से स्पेस पार्क पहुंचा तो वहां काजल नाम की लड़की बैठी थी, जो अक्सर फरियादी को वहां मिलती थी। इतने मे अचानक दो मोटे तगड़े आदमी कमरे मे आये और कमरा बंद कर दिया एवं स्वयं को क्राइम ब्रांच का होना बताया और धमकाकर कि फरियादी को कहा कि लड़की के साथ गलत काम कर रहे हो, फरियादी द्वारा मना करने पर पिस्टल निकालकर उसकी कनपटी पर लगा दी और बोले कपड़े उतार दो, फिर काजल व फरियादी दोनों की अर्ध नग्न अवस्था मे जबरन फोटो ले लिये। फोटो लेने के पश्चात उन्होने फरियादी से तीन लाख रुपये की मांग की और कहा कि ये फोटो मोबाईल व्हाट्‌सअप व समाचारपत्र मे डाल देगें, उसी समय फरियादी से 50 हजार रुपये ले लिये व पर्स मे रखे आईडी, सिम एवं मोबाईल छीन लिये तथा दो कोरे चेक भी ले लिये। इसके बाद बाकी रुपये देने के लिये भी धमकाने लगे फिर फदियादी के घर से और रुपये देने के लिये दवाव डालने लगे। इनकी गाड़ी टवेरा एमपी/09/बीसी/3566 मे बैठाकर घर ले जाकर, फरियादी से 1.50 लाख रुपये और ले लिये, वे एक दूसरे से क्राइम ब्रांच के राहुल शर्मा करके बात कर रहे थे तथा बाकी पैसो की  व्यवस्था दो दिन में करने को कहा था। दिनांक 2-7-15 को फिर अपने आप को क्राइम ब्रांच बताने वाला, फरियादी के आया घर आ गया तो, डर के मारे फिर 75 हजार रुपये देने पड़े। फरियादी ने अपना पर्स व मोबाईल मांगा तो मोबाईल दे दिया और पर्स के अलग से चार्ज देना पड़ेगे ऐसा बताया। जब फरियादी ने उनको पूछा कि अब तो इतने पैसे दे दिये है अपना नाम तो बता दो तब पिस्टल वाले ने अपना नाम नीरज सिंह चौहान व दूसरे ने संजय परमार बताया, दोनो ने कहा कि एक लाख रुपया और दोगे तो फोटो डिलीट करेगे।
उक्त सूचना पर पुलिस थाना लसूड़िया द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में तत्काल कार्यवाही कर सभी आरोपियान को गिरफ्तारकर लिया लिया गया। जब गिरफ्‌तारशुदा आरोपियान से पूछताछ की गई तो तो पुलिस के सामने बड़ी रोचक कहानी सामने आयी।
इन्होने पूछताछ में बताया कि आरोपिया पुष्पा के यहां ये लड़की काजल अक्सर आया करती थी। पुष्पा मेडम फरियादी अजबसिंह को गेहूं देने के सम्बंध के कारण जानती थी। पुष्पा व बबली का एक दूसरे के यहां आना जाना था। बबली ऐसे लड़के लड़कियों को मिलने के लिये अपना घर का एक कमरा उपलब्ध कराती थी। आरोपिया पुष्पा व बबली षड़यंत्र पूर्वक गरीब लड़कियों को पैसा कमाने का लालच देकर उनको इस षड़यंत्र में शामिल करती थी। ये लोग ऐसे लोगो पर निगाह रखते थे जो पैसे वाले होकर इज्जतदार है किन्तु पत्नी के अतिरिक्त कही सम्बंध रखना चाहते है, और फिर ऐसे लोगों को अपने चंगुल मे फसाकर, नकली पुलिस व क्राइम ब्रांच का भय बताकर ऐसे लोगो से पैसा एठते थे। आरोपी राहुल शर्मा भी षड़यंत्र मे शामिल है जो आरोपिया काजल का प्रेमी है। आरोपिया बबली व पुष्पा, नकली क्राइम ब्रांच के नीरज व संजय के साथ मिलकर ऐसे ग्राहको से जबरन धमका कर पैसा ऐठते थे। आरोपिया पुष्पा स्वयं को इंश्योरेंस कम्पनी का मैनेजर बताती है, ऐसा ज्ञात हुआ हैकि इसके साथ कई लड़कियां काम करती है ।
लसुड़िया पुलिस के द्वारा सभी आरोपियान को गिरफ्‌तार कर इनके कब्जे से अपराध मे उपयुक्त इण्डिगो कार तथा एक टबेरा कार जप्त की गई है। आरोपी नीरज सिंह 34 बटालियन एसएफ मे आरक्षक है जिसके कब्जे से एक पिस्टल बरामद की गयी है। आरोपियान के कब्जे से कुल 1 लाख 60 हजारु रुपये नगद भी बरामद किये गये है।
जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि आरोपियान के द्वारा इसी प्रकार षड़यंत्र रचकर स्वयं को क्राइम ब्रांच का बताकर कई जगह से इस तरह पैस ऐठे है, जिसके संबंध में आरोपियान से अलग अलग पूछताछ की जा रही है, जिनसे और कई अन्य बारदातो के खुलासे की प्रबल संभावना हैं। अभी फरियादी प्रकाश मे नही आये है।
उक्त आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस थाना लसूड़िया की टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा। उक्त पुलिस टीम को वरिष्ठ अधिकारियो ने पुरस्कृत करने घोषणा की है।