इन्दौर-दिनांक 26 अप्रेल 2015- उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि दिनांक 21/4/15 को तकरीबन 3/30 बजे दोपहर को फरियादी
निखिल विश्वकर्मा नि.जबलपुर (म.प्र) ने थाना खजराना पर मयूर हास्पीटल के सामने रिंगरोड
पर से रोड किनारे लघुशंका करने के दौरान खडी कार को तीन अज्ञात बदमाश इसकी अल्टो कार
MP20FA2712 को लेकर भागे थे इसी गाडी का उपयोग करते हुये रात तकरीबन 11 बजे उज्जैन
जिले के अतंर्गत नरवल थाना क्षैत्र मे थाने के ए.एस.आई श्री एस.सी.मिश्रा जो की मोटर
सायकल पर जा रहे थे को टक्कर मारकर नीचे गिराकर उनकी सर्विस पिस्टल लूट ली थी जिस पर
थाना नरवल मे अप.क्र.70/15 धारा 394 भादवि का पंजीबद्ध हुआ था इसके उपरांत टोल नाका
पार कर उसी अल्टो गाडी से उज्जैन शहर पार कर इंदौर रोड पर प्रशांतिधाम थाना नानाखेडा
के पास एक मो.सा.सवार विष्णु पिता नागुलाल को रोककर लूटी गई सर्विस पिस्टल से गोली
मारकर हत्या कर उसकी मो.सा. लूट कर कार को वही छोडकर भाग गये इस घटना पर थाना नानाखेडा
पर अप.क्र.165/15 धारा 302,394 भादवि का पंजीबद्ध किया गया था उक्त घटना के दुसरे दिन
दिनांक 22/4/15 को पुनः इन्ही बदमाशो द्वारा रात तकरीबन 8/30 बजे सुपर कारिडोर इंदौर
पर से उसकी कार ओला केब mp09ta6819 लूट कर भागे थे जिस पर से थाना एरोड्रम पर अप.क्र.309/15
धारा 392भादवि का पंजीबद्ध किया गया।
उक्त घटना
घटित होने के तत्काल बाद इंदौर जिले की पुलिस को अलर्ट किया गया एवं जिले एवं देहात
के समस्त थानो को रास्ते पर नाकाबंदी की गई , रिंगरोड एंव बायपास पर पुलिस की विभिन्न
टीमो द्वारा नाकाबंदी की गई लुटी गई ओला केब कार मे जीपीएस लगा होने से उसकी त्वरित
लोकेशन के आधार पर सीएसपी विजयनगर,थाना प्रभारी खजराना, थाना प्रभारी कनाडिया एवं समस्त
अधिकारियो की टीमो द्वारा इनके सभी संभावित निकास के रास्तो की घेराबंदी की गई जब इनकी
लोकेशन भंडारी रिसोर्ट बायपास पर आयी तब सीएसपी विजयनगर श्री विपुल श्रीवास्तव व थाना
प्रभारी खजराना श्री सी.बी.सिंह इनके पीछे लग गये ये कार तेजी से खण्डवा रोड आसाराम
बापू चौराहा क्रिस्टल पार्क की ओर जा रही थी तभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोन-2 पूर्व
सुश्री सिमाला प्रसाद भी अन्य रास्ते से इनका पीछा करने लगी आसाराम बापु चौराहे पर
लगी चेकिंग पार्टी को देखकर आरोपियो ने तेजी से गाडी भँवरकुआ चौराहे की ओर मोड दी भँवरकुआ
चौराहे पर भी नाकाबंदी देखकर इन्होने लूटी गई कार अपने आप को चारो तरफ से घिरा पाकर
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के मुख्य गेट के सामने गाडी खडी कर अंधेरे का लाभ लेकर सभी आरोपी विश्वविद्यालय
के सामने बने रेसीडेंशियल परिसर के जंगल मे भाग गये जिनके पीछे कई अधिकारियों की टीमो
द्वारा पीछा किया गया किंतु बडी खास एवं अंधेरे का लाभ लेकर आरोपी भागने मे सफल रहे।
सभी घटनाओ
को आपस मे जोडकर देखते हुये एक विस्तृत कार्य योजना बनाई गई आरोपियो द्वारा लूटी हुई
ओला केब लुटने के पश्चात जिस जिस रास्ते पर गई थी उसमे सबसे पहली लोकेशन मयंक ब्लू
वाटर के आसपास मिली थी उसके बाद थाना खजराना क्षैत्रांतर्गत अमन नगर,खिजराबाद,मैजेस्टिक
नगर एवं खजराना की विभिन्न गलियो मे आरोपियो की व उनकी कार की लोकेशन आती रही आरोपियो
का खजराना क्षैत्र मे होना इस बात का संकेत था की आरोपी निश्चित रूप से खजराना थाना
क्षैत्र से है या किसी ना किसी रूप मे इनका संबंध खजराना से होना चाहिये एक महत्वपुर्ण
तथ्य सामने आया था की जब आरोपी विश्वविद्यालय के सामने कार छोडकर भागे थे उस समय एक
व्यक्ति ने एक आरोपी का हुलिया बताया था और उसके बाल गोल्डन रंग से रंगे हुये थे तथा
काले रंग की शर्ट पहने हुये है तथा उसके चाल ढाल का हुलिया भी बताया था इसके बाद इंदौर पुलिस ने उज्जैन पुलिस के समन्वय से देवास
उज्जैन के बीच स्थित नरवल टोल नाके के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किये इन्ही फुटेज के
आधार पर इंदौर जिलो की विभिन्न टीमो एवं क्राईम की टीम ने सीसीटीवी फुटेज पर काम करना
शुरू किया विडियो मे दिखाई दे रहे आरोपी की असपष्ट तस्वीर थी उसको विडियो लेब मे साफ
करवाने के उपरांत हुलिये से मिलते जुलते अपराधियो की धरपकड शुरू की गई किंतु कोई उल्लेखनीय
सफलता प्राप्त नही हुई ।
इसी दौरान
घटनाक्रम मे महत्वपुर्ण मोड आया थाना प्रभारी खजराना सी.बी.सिंह एवं इनकी टीम को पता
चला की सीसीटीवी से प्राप्त आरोपी का हुलिया एवं एरोड्रम थाना क्षैत्र से लूटी गई ओला
केब के आरोपी का हुलिया खजराना थाने के अपराधी
अकील पिता इम्लियाज नि. 16 दौलात बाग खजराना से मिलता जुलता है इस सूचना को तस्दीक
करने के लिये थाना खजराना की एक टीम बनाई गई जिसमे टी.आई सी.बी.सिंह के नेतृत्व मे
टीम आरोपी अकील के घर भेजी गई जिन्होने उसके घर को चारो ओर से घेर लिया चारो तरफ से अपने आप को घिरा पाकर आरोपी अपने घर के पीछे
गंदे नाले मे कूद गया जिसका पीछा टीम ने किया व आरोपी को धरदबोचा एवं थाने लाकर उससे
विस्तृत पुछताछ की गई जिसमे उसने स्वीकार किया
।
आरोपी अकील ने बताया की 21/4/15 को दोपहर 3/30 बजे अकील
स्वयं एवं परवेज पिता फिरोज सुहना पार्क खजराना आरिफ उर्फ मउआ नि.गौहर नगर खजराना तीनो
मैजिक से जा रहे थे तीनो ने गांजा पिया हुआ था रिंगरोड चौराह ओर बंगाली के बीच मयूर
हास्पीटल के सामने तीनो उतरे वही साईट मे एक अल्टो गाडी खडी देखी उसका वाहन मालिक लघुशंका
कर रहा था गाडी दुर खडी थी तीनो ने उस गाडी मे बैठे ओर गाडी लेकर भागे तथा बंगाली चौराहे
से कनाडिया रोड पर निकले बायपास पर पहुच कर इनका साथी परवेज जो गाडी चला रहा था उसने
गाडी मे रखे फरयादी के मोबाईल आयफोन 5 व अन्य दो मोबाईल बायपास पर ही पकडे जाने के
डर से फेक दिये वहा से टोल नाका पार कर देवास पहुचे पेट्रोल खत्म होने पर 1000 रू का
पेट्रोल देवास मे डलाया उसके बाद तीनो आरोपी आरिफ की खाला के यहा देवास मे चले गये
वहा खाना खाकर देवास शहर मे घुमते रहे रात को ये लोग देवास से उज्जैन की ओर निकले नरवल
ओऱ देवास के बीच नरवल थाने के सउनि अपनी मो.सा से जा रहे थे जिनके कमर मे स्रविस पिस्टल
फसी थी तीनो आरोपियो ने यह देख योजना बनाई तथा कुछ दुर आगे पिछे कर सउनि को टक्कर मारकर
गिरा दिया ओर उससे उसकी सर्विस पिस्टल छीनकर उज्जैन तरफ भागे उज्जैन से इंदौर की ओर
पकडे जाने के डर से प्रशांतिधाम के सामने एक मो.सा सवार को रोक लिया व उसको गोली मारकर
हत्या कर मो.सा एमपी 13डीए1693 लूट ली ओर उसी पर बैठकर इंदौर आ गये बाडगंगा के वहा
चेकिंग होने से कच्चा रास्ता पकडकर घर आ गये दुसरे दिन पुनः इनके द्वारा सुपर कारिडोर
पर 8/30 बजे रात ओला कार वाले की कार को लूट लिया गया तथा उज्जैन से लूटी गई मो.सा
वही छोड दी गई ।जब ओला कार लूट कर खजराना क्षैत्र मे आये थे खजराना मे इनके साथ सलमान
उर्फ इलाहाबादी नि. सुहाना पार्क ,सलमान उर्फ सल्लु नि. गौहर नगर भी बैठ गये ओर 5 ने
अगली लूट की योजना बनाई थी उसी योजना के अंतर्गत 5 आरोपी भंवरकुआ क्षैत्र मे गये थे
जंहा पुलिस की घेराबंदी देख कार छोड कर भाग निकले ।
आरोपी अकील
से एएसआई मिश्रा नरवल मे लूटी गई सरकारी पिस्टल बरामद हो चुकी है तथा इसका एक साथी
सलमान उर्फ इलाहाबादी को भी पकड लिया गया है शेष तीन आरोपी फरार है जिनकी धरपक़ड हेतु
विभिन्न टिमे तैयार की गई है।
संपूर्ण कार्यवाही मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश
सहाय ,सीएसपी विजयनगर श्री विपुल श्रीवास्तव थाना प्रभारी खजराना सी.बी.सिंह उनि एस.के
त्रिपाठी,सउनि राकेश चौहान,प्र.आर 2833 नरेन्द्रप्र.आर.मंगलसिंह ,आर.प्रदीप,आर.अमित,
आर.पंकज,आर.शैलेन्द्र पंवार,आर.सुरेश का विशेष योगदान रहा है जिन्हे घोषित ईनाम के
अलावा पुलिस महानिदेशक महोदय म.प्र. भोपाल द्वार ा भी पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई।