इन्दौर -दिनांक 26 जून 2012- दिनांक 25 जून 2012 को सुबह 11.00 बजे सूचनाकर्ता अजय पिता नारायण राव फणसे निवासी सोमनाथ की जूनी चाल इंदौर द्वारा थाने पर उपस्थित होकर रिपोर्ट किया कि मेरी भतीजी शिवानी पिता अर्जुन फणसे आयु करीब 3-4 वर्ष रात्रि 24.06.12 को 08.00 बजे निकल रही बारात को दख रही थी उसके बाद से घर पर नही आई, आज सुबह भी उसे ढूंढ रहे थे कि सूचना प्राप्त हुई श्रीनगर-मालवीय नगर गंदे नाले में एक अज्ञात बच्ची की लाश पड़ी हुई है, जिसे जाकर देखा तो उक्त लाश मेरी भतीजी शिवानी पिता अर्जुन फणसे की ही थी। सूचना के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर तत्काल मौके पर जाकर घटना स्थल को देखा, बच्ची के शव को निकालकर पंचनामा किया बाद मुताबिक निर्देश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री ए.साई. मनोहर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोज राय एवं नगर पुलिस अधीक्षक विजयनगर श्री अमरेन्द्र सिंह ने थाने के स्टॉफ को लेकर उक्त प्रकरण की कमान स्वयं संभाली एवं घटना स्थल व आसपास की सूक्ष्म से सूक्ष्म बिन्दुओ को लेकर जांचकर्ता को निर्देशित कर जांच निरंतर जारी रखी एवं पुलिस टीम को गठित कर एक टीम को गठित कर क्षेत्र में निर्देद्गा देकर रवाना किया तथा दूसरी टीम को थाना प्रभारी स्वयं के हमराह लेकर पता करते ज्ञात हुआ कि रिक्शा चालक बाबू केतन पिता रमेश बायल (25) निवासी जगजीवन रामनगर का अपने रिक्शा क्रं. एमपी-09/टी/2232 में जितेन्द्र पिता केदार बागवान का सामान अनूप टॉकिज के पीछे से भरकर लेकर जा रहा है, रिक्द्गाा चालक बाबू केतन एवं सन्नी म्हार, जितेन्द्र बागवान कही दूसरी जगह मकान खाली करके जा रहे है।
उक्त सूचना पर रिक्शे को रोककर समस्त संदेहियो सहित थाना लाकर पूछताछ की गई, जिस पर आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर बताया कि द्गिावानी को बारात से लाईट वाले के पास से उठाकर रिक्शे में बैठाया और उसका मुॅह दबा लिया, उसे घूमाते हुए अरविन्दो अस्पताल तक पहुॅचे उसके बाद रसोमा चौराहे होते हुये अयोध्यापुरी नाले में दुष्कृत्य कर हत्या कर लाद्गा को नाले में अपराध छुपाने के लिए फेंक दिया तथा पुलिस से बचने के लिए खेड़ाघाट (ओंकारेद्गवर) भाग गये। अज्ञात आरोपियों का पर्दाफाद्गा करते आरोपी 1. बाबू केतन पिता रमेद्गा बायल (25) निवासी जगजीवन रामनगर (रिक्शा चालक), 2. सन्नी उर्फ देवेन्द्र पिता सुरेद्गा म्हार(18) निवासी 709 नेहरूनगर, 3. जितेन्द्र पिता केदार बागवान (18) निवासी नन्दानगर इंदौर को गिरफ्तार किया गया। महत्वपूर्ण जघन्य अपराध को सुलझाने व अपराधियों की गिरफ्तारी करने में महत्वपूर्ण भूमिका थाना प्रभारी एमआयजी उनि वाय.आर.यादव, उनि निर्मल कुमार श्रीवास, सउनि ए.के. चतुर्वेदी, आरक्षक देवेन्द्र, विनोद, राकेश की भूमिका रही। पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन इंदौर द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वालो को 15 हजार का नगद ईनाम एवं अधिकारीयों को प्रशसा पत्र देने की घोषणा की गई है।