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ग्वालियर, पुणे, मुम्बई, आगरा, नागपुर, अमरावती, होशंगाबाद आदि
शहरों में छुपकर फरारी काट रहा था आरोपी ।
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गिरफ्तारी हेतु
जारी की गई थी 30
हजार रुपये के नगद ईनाम की उद्घोषणा।
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आरोपी के नाम पर
अनुज्ञापित 03
शराब दुकानों में 09 करोङ रुपये चालानी राशि का घोटाला हुआ था उजागर।
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वर्ष 2017 से फरार चल रहा था आरोपी, प्रकरण के शेष सभी
आरोपी पूर्व में हो चुके है गिरफ्तार।
इंदौर- 14 सितंबर 2019 - वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक इंदौर श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र द्वारा 41 करोङ रूपये की शासन
को राजस्व की हानि पहुंचाकर आबकारी घोटाले के प्रकरण में फरार चल रहे उद्घोषित
ईनामी आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त
निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) जिला इंदौर श्री सूरज वर्मा के
निर्देशन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम ब्रांच) श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा
थाना रावजी बाजार इंदौर मे पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 172/17 धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी भादवि के प्रकरण में 41 करोड़ के बहुचर्चित
आबकारी घोटाले में फरार चल रहे उद्घोषित ईनामी फरारी आरोपियों की पतारसी कर धरपकड़
करने हेतु क्राईम ब्रांच इंदौर की समस्त टीमों के प्रभारियों को इस दिशा में
प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
घटना का विवरण इस प्रकार है कि शराब
माफियाओं ने वर्ष 2016-2017
में शराब की दुकान के ठेके की चालानी
राशि में शासन को 41
करोड़ के राजस्व का चूना लगाते हुये
अवैध तरीके से शराब व्यवसाय के ठेके अपने नाम करा लिये थे जिसकी जांच पर से थाना
रावजी बाजार इंदौर मे पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 172/17 धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी भादवि के तहत आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण किया था जोकि सभी
आरोपी प्रकरण कायमी के बाद फरार हो गये थे।
फरार आरेापियों की पतारसी कर
गिरफ्तारी हेतु तत्कालीन पुलिस उपमहानिरीक्षक शहर इंदौर द्वारा प्रत्येक आरोपी की
गिरफ्ताारी हेतु 20-20 हजार के नगद ईनाम की उद्घोषणा जारी की
गई थी इसी अनुक्रम में विगत दिनों में आसूचना संकलित कर, पतासाजी करते हुये
इंदौर पुलिस ने अलग अलग कार्यवाहियों में देश के विभिन्न शहरों में दबिश देकर प्रकरण
में आरोपी राहुल चौकसे को छोड़कर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था किंतु राहुल चौकसे
आज दिनांक तक लगभग 02
वर्ष से भी अधिक समय से लगातार फरार
चल रहा था । फरार आरेापी राहुल चौकसे की गिरफ्तारी हेतु क्राईम ब्रांच इंदौर
द्वारा लगातार सूचना संकलित की जा रही थी जिसके तारतम्य में क्राईम ब्रांच की टीम
को सूचना मिली कि आरोपी राहुल चौकसे पिता सुरेन्द्र कुमार महाराष्ट्र के पुणे में
छुपकर फरारी काट रहा है। सूचना पर कार्यवाही करते हुये क्राईम ब्रांच की टीम
तत्काल पुणे महाराष्ट्र के लिये रवाना हुई जहां से ज्ञात हुआ कि आरोपी कहीं
अन्यत्र रफूचक्कर हो गया है अतः उसकी तलाश में नागपुर, पुणे, मुंबई, तथा इंदौर शहर के
संभावित ठिकानो पर एक साथ अलग अलग टीमों द्वारा दविश दी गई जिसमें फलस्वरूप अथक
प्रयास करते हुये गहन पतारसी उपरांत आरोपी राहुल चौकसे पिता सुरेन्द्र कुमार चोकसे
उम्र 36 साल निवासी A 296 तुलसी नगर नियर
सरस्वती माता मंदिर बांबे हास्पिटल, इंदौर को पकड़कर
अभिरक्षा में लिया।
आरोपी राहुल ने बताया कि वह शराब
दुकानों का ठेकेदार है तथा शराब का व्यवसाय करता था। आरोपी बी काम तक पढ़ा लिखा है।
आरोपी ने बताया कि 12
साल पहले इनोवेटिव केट कंपनी सागर मे
सुपरविजन का काम करता था। इसके बाद वह इंदौर आ गया जोकि सियांगज में देशी शराब
दुकान का तीन साल तक सुपरविजन का काम देखने के बाद, स्वयं शराब ठेकेदार
बन गया। आरोपी के पास देवगुराङिया मे अंग्रेजी, दुधिया व सनावदिया
मे देशी दुकान संचालित करने शराब का ठेका था। आरोपी ने बताया कि दुकान संचालन के
दौरान 15 व 30 तारीख को एक्साईज
ड्यूटी जमा नहीं करते थे तो 16 और 1 तारीख को एक्साईज
उनको नोटिस दे देती थी कि 5 दिन मे अगर पैसा
जमा नही किया तो दुकान केंसल कर बैंक ग्यारंटी की रकम को सीज कर दिया जायेगा तथा
दुकान टेंडर मे लगा दी जायेगी। 2015 -2016 मे आबकारी में
रिन्यूवल की राशि करीब 15
से 20 प्रतिशत बढाकर 80 प्रतिशत तक हो जाने
से वर्ष 2016-17 मे लायसेंसी अनुज्ञापी राहुल चौकसे ने
आपसी अनुबंध के आधार पर गैरकानूनी तरीके से एटीएम ग्रुप के मैनेजर राजू दशवंत को
अपनी दुकाने संचालित करने के लिये दे दी अनुज्ञापी राहुल चौकसे ने राजू दशवंत जैसे
शातिर बदमाश के साथ षणयंत्र रचकर दुकानों के फर्जी चालान प्रस्तुत कर शासन को 09 करोड़ रूपये राजस्व
का चूना लगाया था।
आरोपी राहुल चौकसे ने बताया कि उसने
आरोपी राजू दसवंत को स्वयं के शराब व्यवसाय से संबंधित बैंक के खातों की जानकारी
दे रखी थी अतः समस्त लेन देन वही करता था। आरोपी राहुल चौकसे के विरुद्ध प्रकरण
पंजीबद्ध होने के उपरांत वह लगतार फरार चल रहा था जोकि फरारी के दौरान ग्वालियर, पुणे, मुम्बई, आगरा, होशंगाबाद आदि
शहरों में छुपकर फरारी काट रहा था। आरोपी का पुलिस रिमांड प्राप्त कर विस्तृत
पूछताछ की जायेगी जिसमे अन्य घोटालेबाजों के नाम सामने आने की संभावना है।