Tuesday, July 23, 2019

· आजाद नगर क्षेत्र मे हुए अंधे कत्ल का पर्दाफास,

·    पुलिस व्दारा घटना के महज 48 घंटे मे, तीनो आरोपियो को लिया अपनी गिरफ्त मे।
·     आरोपीयो के कब्जे से मृतक अक्षय का मोबाईल व घटना में प्रयुक्त चाकू एवं वाहन भी बरामद ।

इंदौर - 22 जुलाई 2019- इंदौर शहर में थाना आजाद नगर क्षेत्र अन्तर्गत अपराधिक पृष्ठ भूमि  के अपराधियो व्दारा अक्षय सिलावट की सनसनी खेज हत्या के उपरान्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्रीमती रुचिवर्धन जी मिश्र व्दारा  कार्य योजना बनाकर आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए गये । जिस पर पुलिस अधीक्षक इदौर पूर्व श्री मो.युसुफ कुरेशी व अति.पुलिस अधीक्षक इन्दौर पूर्व जोन -3 श्री डा. प्रशान्त कुमार चौबे के मार्ग दर्शन मे , नगर पुलिस अधीक्षक श्री सुरेन्द्र कुमार सिह के नेतृत्व में  थाना प्रभारी व उनकी टीम द्वारा अंधे कत्ल का पर्दाफाश करते हुए महज 48 घंटे मे आरोपीगणो को पुलिस आजाद नगर व्दारा गिरफ्तार किया गया है ।
                          संक्षिप्त घटना इस प्रकार है  कि दिनांक 20/07/19 को रात्री करीबन 22/30 बजे सूचना प्राप्त हुई की विराट नगर खुले मैदान में बबुल की झाडीयो के पास मो.सा. टी वी एस स्पोर्ट्स न. MP09 QM7241 पर मृत अवस्था अज्ञात पुरुष का शव पडा है । जिसने स्लेटी कलर की टी शर्ट व काले रंग का लोवर पहना हुआ हैजिसका चैहरा स्पष्ट समझ नही आ रहा है । जिसकी उम्र करीबन 25 वर्ष है । शव के साथ पडी मोटर साईकल का नम्बर की तस्दीक करते मोटर साईकल अनुराग पिता दीलीप बौरासी नि. 95 बक्तावर राम नगर इदौर थाना पलासिया इन्दौर का होना पाया गया जिससे संपर्क कर जानकारी एकत्रीत की तो बताया गया की उक्त मोटर साईकल मेरे द्वारा बडी ग्वालटोली निवासी को बेचना बताया तत्काल वर्तमान मोटर साईकल मालीक का पता ज्ञात कर अवगत कराया जाकर संबंधीत परिजनो को विराट नगर मैदान बुलाया तो मृतक की पहचान अक्षय सिलावट के नाम से हुई ।  मृतक का दादा दीलीप मामा अमरदीप तथा मृतक के पिता परिजन के साथ घटना स्थल पर पहुचे  जिन्होने मृतक की पहचान अक्षय पिता सुरेन्द्र सिलावट नि. बडी ग्वालटोली इदौर के नाम से हुई । पहचान  के दौरान बारिकी से देखने पर अक्षय को गले में व पसली में गंभीर चोटे होकर खुन से लथपथ है जिसकी मृत्यु हो चुकी थी  । स्पष्टता प्रकरण हत्या का होने से मृतक की पृष्ट भूमि एवं दोस्तो की जानकारी प्राप्त हुई तो ज्ञात हुआ की  मृतक के खान पान व दोस्ती के संबंध में सूचना मिली की मृतक नशीले पदार्थ का सेवन करने का आदि था तथा  नशेडी दोस्तो की काफी बडी संख्या में दोस्ती थी इस बिन्दु पर विशेष ध्यान रखते हुवे चुकीः मामला हत्या का होने से अज्ञात आरोपी की तलास हेतु तत्काल टीम गठीत कर लगातार दबीस देकर  संदेही शय्यम पिता मनोज नि. महावीर नगर, शेख मोईन पिता शेख तनबीर नि. गणेश धाम कालोनी, विक्की उर्फ विवेक पिता बबलु बेनर्जी , अंकित पाटील पिता हरीश पाटील , रोहित उर्फ छोटु पंडीत पिता दिनेश शर्मा को थाना लाकर जिनसे गहन पूछताछ प्रथक प्रथक करते यह बात प्रकाश में आयी की छोटु पंडित पाउडर बेचने का काम करता था तथा मृतक अक्षय से उसका संपर्क पुडिया पीने के दौरान ही हुआ । दोनो के बीच कुछ पैसो का लेनदेन पुडिया के कारण ही हुआ । मृतक पर लगभग 5000 रु की उधारी वापसी के लिये रोहित उर्फ छोटु पंडीत लगातार दबाब बना रहा था लेकिन मृतक पैसे न देकर टालमटोल कर रहा था । इसी बात को लेकर विवाद बढा और आरोपी रोहित पंडीत ने घटना का षडयंत्र रचा । मृतक की पत्नी ने भी रोहित पंडित मुझे मरवा देगा ऐसा मृतक अक्षय द्वारा उसे कहना बताया था । दिनांक 20/07/19 को  पंवार ढाबा के पास विकास सुभम रोहित ने मिल कर अक्षय की हत्या करने का प्लान बना कर मृतक अक्षय को विकास के माध्यम फोन कर विराट नगर खाली मैदान में  टंकी (ड्रग्स ) देने के बहाने बुलाया  बाद रोहित उर्फ छोटु ने सुभम व विकास को अपनी स्कुटी देकर मृतक अक्षय की हत्या करने के लिये अपने पास से चाकु देकर विराट नगर मैदान भेजा सुभम व विकास घटना स्थल पर पहुचे जहा मृतक अक्षय अपनी मोटर साईकल पर बैठा मिला  सुभम मृतक अक्षय की मोटर साईकल के पीछे बैठ गया व विकास मृतक अक्षय से बोला माल ले लो तब अक्षय ने 100 रुपये निकाले ओर बोला की 200 रुपये बाद में दुगा अभी पावडर  देदो फिर सुभम ने  मृतक अक्षय के बाल पकड कर पीछे किया ओर उसका गला रेद दिया तथा एक वार उसकी पसलीयो में भी किया इस दौरान विकास मृतक के दोनो हाथ पकडे रहा इसके बाद मृतक को उसी हालत मे छोड कर दोनो सिधे रोहित उर्फ छोटु पंडीत के पास आये व काम हो गया । तो रोहित पंडीत बोला की अब तुम लोग यहा से निकल जाओ तो हम बहा से निकल गये ।     

उक्त आरोपीणो को पकडने मे  थाना प्रभारी संजय शर्मा .उपनिरी. वी एस धुर्वे .उपनिरी प्रियंका अलावा . प्र आर 132 जितेनद्रसिंह (जितु सरदार ) प्र आर 2797 ताज मोहम्मद आर. 2733 कल्लू राठोर .आर.3486 अमित तिवारी आर 1530 ओमप्रकाश यादव आर 3051 लखन गुप्ता चालक 3400 निलेश चोरे आर 569 लोकेन्द्र सिसोदिया  का सराहनीय योगदान रहा है ।

· नंदा नगर क्षेत्र में हुई अर्पित उर्फ भूरा की हत्या के आरोपी, चंद घंटो में पुलिस थाना परदेशीपुरा द्वारा गिरफ्तार,



·        पैसो के लेन-देन एवं आपसी विवाद में, आरोपीगण ने दिया था इस हत्याकाण्ड को अंजाम

इन्दौर-दिनांक 23 जुलाई 2019- पुलिस थाना परदेशीपुरा क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 22.07.19 को रात्रि में करीब 01.00 गोल स्कुल के सामने नन्दानगर इन्दौर पर अर्पित उर्फ भूरा पिता महेन्द्र मोरे उम्र 20 साल निवासी 155/2 नन्दानगर इन्दौर को आरोपीगण 1. राजा कचोरी पिता देवप्रकाश श्रीवास उम्र 20 साल निवासी 19/1 नन्दानगर इन्दौर, 2. पमपम उर्फ आशिष उर्फ आदर्श पिता पंकज शर्मा उम्र 19 साल निवासी 1315/11 परदेशीपुरा इन्दौर द्वारा चाकुओ से मारकर हत्या कर दी थी तथा घटना को अंजाम देकर उक्त आरोपीगण फरार हो गये थे। उक्त घटना पर थाना परदेशीपुरा पर अप.क्र. 615/19 धारा 307,323,294,506,34 भादवि का अपराध 1. राजा कचोरी पिता देवप्रकाश श्रीवास 2. पमपम उर्फ आशिष उर्फ आदर्श पिता पंकज शर्मा के विरुद्ध कायम किया गया।
घटना की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रुचि वर्धन मिश्र एवं पुलिस अधीक्षक इन्दौर (पूर्व) श्री मोहम्मद युसूफकुरैशी द्वारा तत्काल आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। जिस पर अति. पुलिस अधीक्षक जोन-03 पूर्व श्री प्रशान्त चौबे एवं नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री पंकज दीक्षित द्वारा आरोपीगण की पतारसी कर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए थाना प्रभारी परदेशीपुरा के नेतृत्व में एक टीम घटित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। टीम द्वारा लगातार प्रयास कर, घटना के 20 घण्टे के अन्दर ही आरोपीगणों राजा कचोरी तथा पमपम उर्फ आशिष उर्फ आदर्श शर्मा को गिरफ्तार किया गया।
आरोपीगणों से घटना के संबंध मे विस्तृत पूछताछ की गई तो यह कारण सामने आया कि मृतक अर्पित उर्फ भूरा तथा आरोपी पमपम उर्फ आदर्श उर्फ आशिष शर्मा के बीच पैसे का लेन देन था, इसी बात का दोनो के बीच विवाद रहता था । पैसे के विवाद मे मृतक अर्पित उर्फ भूरा, पमपम उर्फ आदर्श के कार्यस्थल पर जाकर भी विवाद कर चुका था ।
इसी तरह आरोपी राजा कचोरी ने पूछताछ मे बताया कि उसका व अर्पित का किसी वीडियो क्लिप को लेकर दोनो का विवाद था जिसके चलते दोनो की रंजिश हो गई थी । आरोपी राजा कचोरी व पमपम उर्फ आशिष दोनो ने लोकेश खोपड़े, आशु अंसारी तथा वतनशेख से मिलकर चर्चा की, चूँकि लोकेश खोपड़े, आशु अंसारी तथा वतन शेख का पूर्व से अर्पित से झगड़ा चल रहा था तथा दिनांक 18.06.2019 को ये तीनों अर्पित को मारने के लिये उसके घर भी गये थे लेकिन अर्पित घर पर नही मिला था। फिर सभी ने मिलकर अर्पित को मारने का प्लान बनाया । घटना दिनांक 22.07.19 को रात करीब 9-10 बजे लोकेश खोपड़े के घर पर प्लान बनाया गया तथा लोकेश खोपड़े ने चाकू राजा कचोरी व पमपम उर्फ आशिष को उपलब्ध कराये ।
घटना दिनांक 22.07.19 को रात करीब 11.00 बजे राजा कचोरी ने उसके दोस्त के मोबाईल से अर्पित को फोन लगाया कि उसे मिलना है तथा वीड़ियो डिलीट करने के संबंध में बैठक करनी है, तो अर्पित ने देर रात मिलने की बात कही तथा रात करीब 01.00 नन्दानगर गोल स्कूल मे बनाये गये षड़यंत्र के अनुसार राजा कचोरी व पमपम उर्फ आशिष ने चाकुओ से वार कर अर्पित की हत्या कर दी एवं आरोपीगण उज्जैन भागे वहां से बड़वाह भागे तब सूचना के आधार पर इन्हे गिरफ्तार किया गया, प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।
उक्त कत्ल का पर्दाफाश कर आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारीपरदेशीपुरा श्री विनोद कुमार दीक्षित, उनि आर.एल.मिश्रा, उनि कमलकिशोर, आर.1277 विशाल जादौन, आर. 205 भूपेन्द्र, आर.2015 भोला यादव की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।



इन्दौर शहर में अवैध मादक पदार्थ ‘गांजा’ की तस्करी करने वाले 02 आरोपी क्राईम ब्रांच, इन्दौर की गिरफ्त में।



Ø अलीराजपुर, झाबुआ व खरगौन के तस्करों से धार का रहने वाला गणपत खरीदता था थोक में गांजा, बाद में करता था अन्य खेरची विक्रेताओं को सप्लाय।

Ø नशे के आदी युवा, विद्यार्थियों, व्यापारियों, तथा अन्य आपराधिक किस्म के लोगों को, पुड़िया बनाकर चार गुना कीमत में बेचता था  गांजा।

Ø दोनो आरोपियों से कुल 03 किलो 400 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद।

इन्दौर- 23 जुलाई 2019- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र व्दारा शहर में अवैध मादक पदार्थों की खरीदी-ब्रिकी करने वाले आरोपियों तथा तस्करों पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के लिये इन्दौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री अवधेश गोस्वामी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की समस्त टीम प्रभारियों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित निर्देश दिये गये थे।
           उक्त निर्देशों के अनुक्रम में क्राईम ब्रांच द्वारा अवैध मादक पदार्थाें की गतिविधियों में संलिप्त अपराधिक तत्वों के बारे में सूचना संकलन हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय किया जिसमें  क्राईम ब्रांच की टीम को मुखबिर तंत्र के माध्यम से सूचना मिली कि बेटमा थाना क्षेत्र स्थित सागौर कुटी रोड बायपास पर 02 व्यक्ति पोटली में गांजा भरकर बेचने की फिराक में घूम रहे है। सूचना पर क्राईम ब्रांच की टीम ने थाना-बेटमा पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये 02 व्यक्तियों को सागौर कुटी से घेराबन्दी कर संदेह के आधार पर पकड़ा जिन्होंनें अपने नाम 01. धर्मेंन्द्र पिता दारासिंह धाकड उम्र-33 वर्ष निवासी-ग्राम ओरंगपुरा थाना-बेटमा, इन्दौर व 02. गणपत पिता मुन्ना जाति भील उम्र-25 साल निवासी-ग्राम रलायता थाना-कानवन, जिला धार का होना बताये। 
            उक्त दोनों आरोपियों को संदेह के आधार पर मौके पर तलाशी लेने पर उनके कब्जे से  हरे रंग का तीव्र गंध वाला पदार्थ बरामद हुआ जिसका परीक्षण करने पर उक्त अवैध मादक पदार्थ गांजा पदार्थ गांजा होना पाया गया। आरोपी धर्मेन्द्र के कब्जे से कुल 01 किलो 300 ग्राम गांजा व आरोपी गणपत पिता मुन्ना के पास से 02 किलो 100 ग्राम गाँजा (अवैध मादक पदार्थ) कुल 03 किलो 400 ग्राम बरामद हुआ उक्त दोनों आरोपियों से अवैध मादक पदार्थ गांजा रखने के संबंध मे लायसेंस तलब किया गया जो आरोपियों द्वारा नहीं होना बताया गया। आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर दोनों आरोपियों के विरुध्द थाना-बेटमा मे अपराध क्रमांक- 343/19 धारा-8/20 स्वापक औषधि और मनः प्रभावी अधिनियम 1985 के अतंर्गत प्रकरण पंजीबध्द किया गया था। 
          
         आरोपी धर्मेन्द्र ने पूछताछ पर बताया कि वह ग्राम ओरंगपुरा थाना-बेटमा, इन्दौर का रहने वाला है तथा वह पेशे से रोजनदारी पर मजदूरी का काम करता है। आरोपी ने गत 03 माह से अवैध रूप से गांजा बेचना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि वह नशा करने के आदी व्यक्तियों, विद्यााथिर्याें युवाओं तथा आपराधिक किस्म के लोगों को पुड़िया बनाकर गांजा बेचता था। आरोपी अपने साथी गणपत से प्रति किलो के हिसाब से गांजा खरीदता था जोकि छोटी मात्रा पुड़िया बनकर नशेड़ियों को इंदौर शहर व इसके आसपास के गांवो में बेच देता था। आरोपी धर्मेन्द्र पर पूर्व से ही मारपीट के 02 प्रकरण पंजीबद्ध हैं।

आरोपी गणपत पिता मुन्ना पेशे से खेती, तथा मजदूरी का काम करता है। आरोपी ने बताया कि विगत 06 माह से गांजा बेच रहा था आरेापी गणपत झाबुआ अलीराजपुर तथा खरगौन के लोगों से थोक में गांजा खरीदता था जोकि किलो के हिसाब से अन्य फुटकर तस्कर क्रेताओं को गांजा बेच देता था। आरोपी गणपत, आरेापी धर्मेन्द्र को गांजा स्पलाय करता था जोकि खेरची कीमत पर बेचकर मोटी रकम कमाते थे। 

आरोपी अन्य किन लोंगो से अवैध गांजा खरीदते थे तथा किन-किन लोगों को सप्लाय करते थे इस संबंध में पुलिस रिमांड लिया जाकर विस्तृत पूछताछ की जायेगी तथा अन्य लोगों के नाम सामने पर उनके विरुध्द भी वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।



· भेरू घाट के जंगल मे रात्रि मे खराब हुई कार वाले बाम्बे के परिवार के लिये, फरिश्ते बने डायल-100 एफ़आरवी के कर्मचारी।



·  उज्जैन दर्शन कर बाम्बे लौट रहा था परिवार, जंगल में कार खराब होने पर, डायल-100 एफ़आरवी स्टाफ ने तत्काल पहुंचकर परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

इंदौर- 23 जुलाई 2019- राज्य स्तरीय पुलिस कंट्रोल रूम भोपाल पर दिनांक 23-07-2019 को रात्रि 03:03 बजे   सूचना प्राप्त हुई कि जिला इंदौर, थाना मानपुर क्षेत्र के अंतर्गत आगरा-बाम्बे रोड भेरू घाट पर कॉलर की कार खराब हो गयी हैं। कॉलर के साथ कार मे 04 महिलाएं तथा 02 बच्चे भी है। पुलिस सहायता की आवश्यकता है। सूचना मिलते ही पुलिस कन्ट्रोल रूम भोपाल व्दारा तत्काल थाना मानपुर एवं पुलिस कन्ट्रोल रूम इंदौर को सूचित किया गया। सूचना पर तत्काल    थाना मानपुर की डायल-100 वाहन (एफ.आर.व्ही.) को घटनास्थल पर  भेजा गया । एफ़आरवी स्टाफ ने मौके पर पहुँचकर कॉलर समेत परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। 
प्राप्त जानकारी अनुसार बाम्बे के अंधेरी ईस्ट के निवासी राजू निवालकर तथा प्रशांत चौहान अपने परिवार को लेकर ओंकारेश्वर तथा उज्जैन महाकाल के दर्शन करके लोट रहे थे। रात्रि 03:03 बजे AB रोड पर भेरू घाट मे उनकी कार खराब हो गयी थी, सुनसान जंगल होने से सभी को डर लग रहा थाजिसकी सूचना उन्होंने डायल-100 को दी। 
 उक्त  सूचना पर डायल-100 एफ़आरवी स्टाफ  प्रधान आरक्षक महादेव तथा राजकुमार ने तत्काल मौके पर पहुंचे। डायल 100 स्टाफ ने बताया कि रात्रि के समय सुनसान जंगल मे कार खराब होने से कार मे सवार महिलाएँ तथा बच्चे घबराए हुए थे डायल 100 एफ़आरवी के आने से उन्हे सुरक्षित होने का आभास हुआ । स्टाफ द्वारा कार को सुरक्षित खड़ा कराकर परिवार को डायल-100 वाहन द्वारा मानपुर की एक होटल मे उनके रुकने की व्यवस्था कराई गयी। डायल-100 पुलिस की तत्परता से संकट मे फसे परिवार को तत्काल सहायता पहुंचायी गयी जिससे परिवार के साथ कोई घटना होने के पूर्व परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुँच सका। परिवार के लोगों ने डायल-100 योजना तथा डायल-100 स्टाफ की इस मानवीय पहल की तारीफ की।