Saturday, October 5, 2019

सही समय पर सहायता से, हो सकता है मानसिक समस्या का समाधान



यह बात कार्यक्रम की मुखय अतिथि एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र द्वारा मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा मे गांधी जयंती के उपलक्ष्य मे आरंभ किये गये 'मनमित्र क्राइसिस इंटरवेशन सहायता केंद्र' के  शुभारंभ के अवसर पर कही गई । जिसमें मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा द्वारा दिनांक 3 अक्टूबर 2019 को निराशा या आत्महत्या के विचार से परेशान लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर -0731-2421545 जारी किया गया है

इसकेन्द्र की शुरुआत कर मानसिक चिकित्सालय के अधीक्षक डॉक्टर रामगुलाम राजदान द्वारा बताया गया कि हमारे शहर मे कोई भी व्यक्ति जो लावारिस हालत मे है तथा मानसिक समस्या से ग्रस्त है यदि  'हेल्पलाइन 0731-2421545' पर उसके विषय मे जानकारी प्रदान की जाती है तो  चिकित्सालय की टीम मौके पर पहुंच कर उसके उपचार की व्यवस्था करेगी । साथ ही यदि कोई व्यक्ति निराशा हताशा या अन्य कारण से परेशान है और उसे आत्महत्या कर लेने या किसी पर अपराध कर देने जैसे विचार आते हो तो इस 'मनमित्र क्राइसिस इंटरवेशन सहायता केंद्रहेल्पलाइन' पर संपर्क कर सकते हैं ।

इंदौर पुलिस द्वारा भी ऐसे अवसाद ग्रस्त लोगों की मदद के लिए संजीवनी हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन मानसिक चिकित्सालय के इस कार्य मे भी पूर्ण सहयोग करेगा।

अतः जनसामान्य से यह अपील की जाती है कि ऐसे किसी भी अवसादग्रस्त व्यक्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर जो कि आत्महत्या जैसे विचार मन में लाता है या अन्य किसी प्रकार के अवसाद से ग्रसित है या किसी पर अपराध कर देने जैसे विचार आते हो तो इस मनमित्र क्राइसिस इंटरवेशन हेल्पलाइन 0731-2421545 पर संपर्क करसकते हैं । ताकि ऐसे गलत कदम उठाने वाले व्यक्ति को विशेषज्ञों द्वारा उचित परामर्श मुहैया कराया जाकर उन्हे इससे उबारा जा सके।



इन्दौर पुलिस द्वारा अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों के विरूद्ध की जा रही प्रभावी कार्यवाही में, 84 अपराधी एवं असमाजिक तत्व इन्दौर पुलिस की गिरफ्त में



इन्दौर-दिनांक 05 अक्टूबर 2019-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर, श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र के निर्देशन में इन्दौर पुलिस के द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 के सुबह से आज दिनांक 05 अक्टूबर 2019 के सुबह तक फरार, स्थायी व गिरफ्तारी वारंटियों तथा अपराधियों व असमाजिक तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए कुल 84 अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया। जिसके अंतगर्त-

08 आदतन व 19 संदिग्ध बदमाश गिरफ्तार
इन्दौर पुलिस द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए 08 आदतन व 19 संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा 110, 151 जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।

03 गैर जमानती, 46 गिरफ्तारी एवं 151 जमानती वारण्ट तामील
इन्दौर पुलिस द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गतमें कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 03 गैर जमानती, 46 गिरफ्तारी एवं 151 जमानती वारण्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयों द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी बदमाशों, अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों के वारन्ट तामिल कराकर, वैधानिक कार्यवाही की गयी।

जुऍ/सट्‌टे की गतिविधियों में लिप्त मिलें, 03 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस थाना विजय नगर द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 01.15 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर बर्फानी धाम मंदिर के पास से ताश पत्तों के द्वारा हार जीत का जुआं खेलतें हुए मिलें, करण पिता किशनलाल दतोदिया, रामकिशन पिता नथ्थुलाल चौहान, भरत पिता शरद पाटील को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 840 रूपयें नगदी व ताश पत्तें जप्त किये गयें।
पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व जुआ/सट्‌टा एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की गयी है।

अवैध शराब सहित, 03 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस थाना संयोगितागंज द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 08.40 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर चिडियाघर के पास से अवैध शराब बेचतें हुए मिलें, 234 श्यामाशरण शुक्ल नगर निवासीभवानीराम पिता मोहन साल्वे को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 800 रूपयें कीमत की 18 क्वाटर अवैध शराब जप्त की गई।
पुलिस थाना द्वारकापुरी द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 19.30 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर ऋषि पैलेस लाल बाउंड्री के पास से अवैध शराब बेचतें हुए मिलें, 424 सी ऋषि पैलेस निवासी उमेश को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 1750 रूपयें कीमत की 25 क्वाटर अवैध शराब जप्त की गई।
पुलिस थाना खुडैल द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 13.00 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर गणेश की दुकान के पास ग्राम अम्बामोलिया से अवैध शराब बेचतें हुए मिलें, अम्बामोलिया निवासी विक्की को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 1750 रूपयें कीमत की 25 क्वाटर अवैध शराब जप्त की गई।
पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व आबकारी एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की गयी है।

अवैध हथियार सहित 02 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस थाना लसुडिया द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 13.20 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर देवास नाका से अवैध हथियार लेकर घुमतें/फिरतें हुए मिलें, ग्राम गुर्जरखेडानिवासी विशाल पिता सुदंरलाल को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से एक अवैध चाकू जप्त किया गया।
पुलिस थाना आजाद नगर द्वारा कल दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को 13.15 बजें, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर सुभाष पटेल का खाली मकान कोहिनुर कालोनी आजाद नगर अवैध हथियार लेकर घुमतें/फिरतें हुए मिलें, कोहीनुर कालोनी आजाद नगर निवासी सुभान पटेल को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 5 अवैध तलवारें जप्त की गई।
पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व आबकारी एक्ट के तहत्‌ प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की गयी है।








" सही समय पर सहायता से, हो सकता है मानसिक समस्या का समाधान "


यह बात कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र द्वारा मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा मे गांधी जयंती के उपलक्ष्य मे आरंभ किये गये *मनमित्र क्राइसिस इंटरवेशन सहायता केंद्र* के  शुभारंभ के अवसर पर कही गई । जिसमें मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा द्वारा दिनांक 3 अक्टूबर 2019 को निराशा या आत्महत्या के विचार से परेशान लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर -📞0731-2421545 जारी किया गया है| 

इस केन्द्र की शुरुआत कर मानसिक चिकित्सालय के अधीक्षक डॉक्टर रामगुलाम राजदान द्वारा बताया गया कि हमारे शहर मे कोई भी व्यक्ति जो लावारिस हालत मे है तथा मानसिक समस्या से ग्रस्त है यदि  *हेल्पलाइन📞0731-2421545* पर उसके विषय मे जानकारी प्रदान की जाती है तो  चिकित्सालय की टीम मौके पर पहुंच कर उसके उपचार की व्यवस्था करेगी । साथ ही यदि कोई व्यक्ति निराशा हताशा या अन्य कारण से परेशान है और उसे आत्महत्या कर लेने या किसी पर अपराध कर देने जैसे विचार आते हो तो इस *मनमित्र क्राइसिस इंटरवेशन सहायता केंद्र हेल्पलाइन* पर संपर्क कर सकते हैं ।

इंदौर पुलिस द्वारा भी  ऐसे अवसाद ग्रस्त लोगों की मदद के लिए संजीवनी हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन मानसिक चिकित्सालय के इस कार्य मे भी पूर्ण सहयोग करेगा।

            अतः जनसामान्य से यह अपील की जाती है कि ऐसे किसी भी अवसादग्रस्त व्यक्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर जो कि आत्महत्या जैसे विचार मन में लाता है या अन्य किसी प्रकार के अवसाद से ग्रसित है या किसी पर अपराध कर देने जैसे विचार आते हो तो इस "मनमित्र क्राइसिस इंटरवेशन हेल्पलाइन 0731-2421545 " पर संपर्क कर सकते हैं । ताकि ऐसे गलत कदम उठाने वाले व्यक्ति को विशेषज्ञों द्वारा उचित परामर्श मुहैया कराया जाकर उन्हे इससे उबारा जा सके।



“Black Ribbon Initiative” ''संकल्प'' अभियान के तहत 324वीं कार्यच्चाला संपन्न.



अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री वरूण कपूर द्वारा “Black Ribbon Initiative” के तहत सायबर जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है । इस लोकप्रिय अभियान की 324 वीं कार्यशला का आयोजन नरसी मुंजी इंस्टिट्‌यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, इंदौर के सभागृह में किया गया जिसमें 279 छात्र-छात्राओं व फेकल्टी ने भाग लिया व सायबर सुरक्षा के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री वरूण कपूर, अमनि द्वारा सायबर अपराध बढ़ने के कारणों को विस्तृत रूप से समझाया गया । सायबर अपराध बढ़ने का कारण सुरक्षा के मापदंड नहीं अपनाना, नियमों की जानकारी न होना एवं असली दुनिया के मापदंड वर्चुअल वर्ल्ड में अपनाना ही सायबर अपराध बढ़ने का मुखय कारण है । यह युग इंफार्मेशन का युग है, जिसके पास जितनी ज्यादा इंफार्मेशन होगी वह उतना ही सशक्त होगा । आजकल अपराधी भी हमारी सोशल मीडिया पर शेअर की गई जानकारी का उपयोग कर सायबर अपराध को अंजाम दे रहे है । कार्यच्चाला को संबोधित करते हुए श्री कपूर ने विशेष तौर पर छात्र-छात्राओं को डिजिटल फुटप्रिंट के बारेमें जानकारी प्रदान की गई । डिजिटल फुटप्रिंट कभी भी खत्म नहीं होते हैं इसलिये कोई भी गतिविधि सायबर वर्ल्ड में करने के पूर्व सोच समझकर करें क्योंकि यदि आपसे कोई अपराध घटित हो गया तो डिजिटल फुटप्रिंट के माध्यम से आसानी से पकड़ा जा सकता है। इसलिये डिजिटल वर्ल्ड/ डिजिटल मीडिया में कार्य करने के पहले सोचे,समझे व फिर कार्य करें व अच्छा फुटप्रिंट बनाए । सोशल मीडिया पर रखने वाली सावधानियों के बारे में बताते हुए यह बताया कि कभी भी अपना फोन नंबर व पता पोस्ट न करें पते में जगह का नाम ही बताना काफी है,पूरा पता कभी भी पोस्ट न करें जिससे अपराधी आपके घर के सामने आकर खड़ा हो सकें और आपकी जानकारी ज्ञात कर किसी प्रकार का अपराध घटित कर सकें । साथ ही कभी भी अपना स्टेटस समय व स्थान की जानकारी के साथ अद्यतन न करें । कार्यशाला में फायनेंसियल क्राईम और कार्पोरेट क्राईम में किस प्रकार से सायबर अपराध किये जा रहे है, इसकी भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई । इसके अतिरिक्त सायबर के विभिन्न अपराधों की जानकारी देते हुए श्री कपूर ने आगे बताया कि :-
·         आज जहॉं पूरा विश्व मोबाईल, इंटरनेट के माध्यम से आपस में एक हो गया है व दैनंदिन के समस्त कार्यों में इंटरनेट का उपयोग सामान्य बात है, वहीं सबसे तीव्र गति से बढ़ने वाला अपराध भी, सायबर अपराध है ।
·         सायबर बुलिंग,सायबर स्टॉकिंग,फेसबुक स्टॉकिंग,मार्फिंग, फेक प्रोफाईल, कॉल स्पूफिंग जियो टेगिंग, सायबर से जुड़े वे अपराध है जिनके बारे में जानकारी होना आवच्च्यक है। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं का सायबर वार फेअर, सायबर क्षेत्र में सिटीजन क्राईम के बारे में भी जानकारी दी गई ।
·         आधुनिक टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल सुरक्षित ढंग से करते हुए उसका इस्तेमाल अपने लाभ के लिये करें न कि दूसरों को नुक्सान पहुंचाने में ।
·         युवा सोच समझकर ही फेसबुक पर दोस्त बनाये । इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाईस का उपयोग करते समय हमेच्चा अपने मस्तिषक में सुरक्षा की बातों को बनाये रखें ।
·         वर्तमान्‌ में नागरिकों को नित नये-नये सायबर अपराधों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी जानकारी हमें समाचार-पत्रों/न्यूज चैनलों से प्रतिदिन प्राप्त हो रही है।
·         सायबर अपराधों को नियंत्रित करने व इसके दुष्प्रभावों से बचने का सबसे सशक्त माध्यम है युवाओं, छात्रों व आम नागरिकों की-जागरूकता ।

  इस कार्यशाला में शामिल छात्र-छात्राओं ने अपनी बातें प्रश्नों के माध्यम से रखी, जिनका समाधान श्री कपूर ने सहजता से किया। कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो सक्रिय छात्रों क्रमशः प्रखर एवं कु. खुशी कुमारी को श्री कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया।

छात्र-छात्राओं एवं अन्य स्टॉफ के साथ उपुअ सुभाष सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में संस्थान की ओर से डायरेक्टर डॉ. प्राची घारपुरे द्वारा श्री कपूर को मोमेंटों व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । कार्यक्रम का समन्वय डॉ. निरंजन शास्त्री द्वारा किया गया ।