इन्दौर-दिनांक 22 नवम्बर 2014-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि बाणगंगा थाना क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 14.10.14 को पोलोग्राण्ड में हुई लूट के अपराधियों की पतारसी के दौरान लूट का मुखय षडयंत्रकारी गौरी उर्फ सैयद इरफान अली पिता सैयद मोहम्मद अली (24) निवासी-आजाद नगर को थाना बाणगंगा पुलिस व्दारा गिरफतार किया गया है। इस आरोपी ने पोलोग्राउण्ड की लूट के साथ सधन पूछताछ में शहर के कई अन्य थाना क्षेत्रो की लूट करने वाले अपराधियों की जानकारी दी है।
विगत समय वरिष्ठ अधिकारियों व्दारा इन्दौर शहर में हो रहे अनसुलझे अपराधो में लूट के अपराधो को प्राथमिकता पर लेकर कार्यवाही किये जाने के निर्देद्गा दिये गये थे। इस कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक इन्दौर (पूर्व) श्री ओ. पी. त्रिपाठी के निर्देद्गान मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेद्गा सहाय के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर, आवद्गयक निर्देद्गा जारी किये गए। सर्वप्रथम लूट के अपरधो में घटित घटनाक्रमो के अनुरुप तलाद्गा की तैयारी प्रारंभ की गई इसी दौरान पोलोग्राउण्ड मे घटित लूटके आरोप में सूत्रधार की तलाद्गा की जा रही थी, उसमें यह तथ्य प्रकाद्गा में आया कि बैंक में कार्य करने वाला व्यक्ति इस घटना का सूत्रधार हो सकता है। प्रचलित संसाधनो के प्रयोग से तथा विद्गवसनीय सूचनाओ के आधार पर इस बात की पुष्टि हुई कि एसबीआई बैंक के मैनेजर की गाड़ी चलाने वाला ड्रायवर गौरी की गतिविधियां संदिग्ध है, यह मुखय अपराधी फिरोज के नजदीक आजाद नगर में रहता है। घटना के बाद से गौरी अपनी उपस्थिति छिपी हुई रखता है। विवेचना के दौरान जांच में इस व्यक्ति की घटना में पुष्टि हुई और इसे आज गिरफतार कर लिया गया। चूकि गिरफतारी से पूर्व इसका पूर्ण विवरण पुलिस के सामने था इसके मेल मिलाप के व्यक्ति तथा उठने बैठने के स्थानो के बारे में जब गहन चर्चा की गई तो इसने अपने एक साथी छोटू उर्फ शहबाज पिता जावेद शाह (24) निवासी-आजाद नगर का नाम उजागर किया, तो तत्काल इसको गिरफतार किया गया।
पूछताछ के दौरान अपराधी गौरी ने बताया कि उसके व्दारा बैक में आने वालीे बडी रकम जमा करने वालो पर नजर रखी जाती थी और इस तथ्य की जानकारी छोटू के माध्यम से अपराधी गैग तक पहुचाने की बात गौरी के व्दारा रखी गई थी। छोटू नेपहले स्वंय इस काम को करने का सोचा किन्तु बाद में यह काम फिरोज गैंग को हेन्डओव्हर कर दिया। छोटू और गौरी के गिरफतार होने के बाद इसी अपराध का राजस्थान उदयपुर का अपराधी बंटी उर्फ रोद्गान पिता फूलचंद (28) निवासी-कालका माता रोड उदयपुर के बारे में चर्चा की गई तो दोनो ने चुप रहने के बाद दबी जबान में बताया कि बंटी रात में इन्दौर में था ओर आज बस के माध्यम से उज्जैन होते हुए गुजरात मेहसाणा जावेगा। उक्त सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी योगेद्गा तोमर बाणगंगा के व्दारा दल बल के साथ सभी बस अडडो पर टीम रवाना की गई तो ज्ञात हुआ कि बस में बैठकर उक्त हुलिया का व्यक्ति उज्जैन की ओर निकल चुका है। प्रत्याद्गिात समय के अनुरुप एमआर 10 ब्रिज पर आरोपी को पकड लिया गया, जिसने पूछताछ पर अपराध स्वीकार कर फिरोज के कहने पर उदयपुर से आकर लूट में शामिल होना स्वीकार किया। फिरोज से दोस्ती ग्राम झिरनिया उज्जैन के आधार पर होना बताया गया तथा लूट के रुपयो को बाटा जाना शेष बताया है। सूत्रधार अपराधी गौरी के पास 50 हजार रुपये पहुचना स्वीकार किया गौरी से पुनः पूछा गया तो इसने स्वीकार किया और इस आधार पर रुपया बरामद कर लियागया है ।
आरोपी गौरी व्दारा पहले लूट का काम छोटू को देने का आधार के बारे में बातचीत की गई तो छोटू ने स्वीकार किया कि उसके साथ की जो गेंग थी उसने इस कार्य को करने के लिए प्रयास किया किन्तु सफल नहीं हुआ इस बात को और अधिक गहराई से पूछा गया तो छोटू ने स्वीकार किया की उसकी गैंग में 1-रामबीर उर्फ राम पिता आनंद सिंह निवासी पंडरीनाथ, 2-रद्गाीद पिता रफीक नूरी कालोनी माणिकबाग, 3-इकराम पिता इदरिस खान निवासी कोहीनूर नगर आजाद नगर 4-रिक्कू उर्फ राकेद्गा पिता राजेन्द्र सेन निवासी जूना गणेद्गा मंदिर के सामने जूनी इन्दौर के नाम उजागर किये इनके अलावा अभी और भी इनके साथी होना बताया है। जो नाम बताए गये उन आरोपियों को भी पुलिस गिरफतार कर लिया है। संयुक्त पूछताछ में इन लोगो ने थाना चंदननगर, में गुमास्ता नगर ग्रीन पार्क कालोनी की 2 लूट, तुकोगंज में रीगल ब्रिज के नीचे की लूट, लसूडिया में शालिमार के सामने की गई लूट, छत्रीपुरा में बैग छीनने की घटना तथा रावजीबाजार की मंडी की लूट करना स्वीकार किया है। साथ ही इन लूटो में थाना चंदन नगर की 10 लाख रुपये की लूट ग्रीन पार्क 55 हजार तुकोगंज 40 हजाररावजीबाजार 3 लाख अन्नपूर्णा डेढ लाख सेन्ट्रल कोतवाली की 5 लाख की लूट सहित अन्य कई जगह लूट करना स्वीकार किया है। इनकी गिरफतारी के बाद विस्तृत पूछताछ जारी रहेगी ।
इन पकड़े गये आरोपियों का पुराना अपराधिक रिकार्ड थाना जूनी इन्दौर तथा पलासिया में मौजूद है। इन आरोपियों के व्दारा जो लूट करने की रीति अपनाई जाती थी उसमें यह सभी लोग मोटर सायकल से पहले व्यापारी की रैकी करते थें और उसके बाद उसका पीछा कर उसे लूट लेते थें। लूट में इनके व्दारा आंख में मिर्ची डाल कर वारदात करना मुखय तरीके में शामिल था। बदमाद्गाो ने यह भी स्वीकार किया की इन्दौर के बाहर भी यह लोग जाते थें लेकिन अभी घटनाओ की पूछताछ करना बाकी है ।
इस कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्द्गान में नगर पुलिस अधीक्षक परदेद्गाीपुरा अजय जैन के नेतृत्व में थाना प्रभारी बाणगंगा योगेद्गा सिंह तोमर, उनि विनोद शर्मा, सउनि कैलाद्गा मिश्रा, आर. धनद्गयाम, आर. नीरज, आर. शेषपाल, आर. अजय, आर. उदयभान, आर. आद्गाीष शुक्ला तथा आर. संजय मंडलोई का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।