इन्दौर -दिनांक २९ सितम्बर २०११- पुलिस प्रषिक्षण विद्यालय, इंदौर में प्रषिक्षरत ६४वे नव आरक्षक बुनियादी प्रषिक्षण के प्रषिक्षणार्थियों का दिक्षान्त परेड समारोह माननीय गृहमंत्री महोदय, मध्यप्रदेष शासन, श्री उमाषंकरजी गुप्ता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर श्री राजेन्द्र कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक, प्रषिक्षण, पुलिस मुख्यालय भोपाल, श्री आर.सी.पंवार, पुलिस अधीक्षक एवं विषेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्रीमती मनीषा पाठक सोनी एवं जिले के समस्त वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
६४वां नव आरक्षक बुनियादी प्रषिक्षण सत्र दिनांक २५ नवम्बर २०१० से प्रारम्भ हुआ। प्रषिक्षण सत्र में कुल २४४ पुरूष एवं १७५ महिला इस प्रकार कुल ४१९ प्रषिक्षणार्थी सम्मिलित हुए जिनमें से ३६ प्रषिक्षणार्थी ग्रामीण एवं २०३ प्रषिक्षणार्थी शहरी क्षेत्र से है।
इन प्रषिक्षणार्थीयों में एक अन्तराष्ट्रीय स्तर का, २० राष्ट्रीय स्तर के एवं २० प्रषिक्षणार्थी राज्य स्तर के खिलाड़ी है।
इस सत्र में कुल १७५ महिला प्रषिक्षणार्थीयों द्वारा प्रषिक्षण प्राप्त किया गया जो अब तक के प्रषिक्षण इतिहास की सर्वाधिक संख्या है।
पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने उद्बोधन में बताया गया कि प्रषिक्षण निदेषालय द्वारा तैयार किये ''नव आरक्षक बुनियादी प्रषिक्षण पाठ्यक्रम वर्ष २०११'' के अनुसार प्रषिक्षार्थियों को प्रषिक्षित किया गया। प्रषिक्षण पाठ्यक्रम ०९ माह की अवधि तक निर्धारित कर दो सेमेस्टर परीक्षायें आयोजित की गई। बाह्य प्रषिक्षण एवं आन्तरिक प्रषिक्षण को समान वरियता दी गई है। बाह्य प्रषिक्षण में शरीर सौष्ठव, निहत्थी लड़ाई, योग एवं विभिन्न प्रकार की बाधाओं को लांघना एवं शारिरिक क्षमता विकास पर विषेष बल दिया गया।
६४वां नव आरक्षक बुनियादी प्रषिक्षण सत्र दिनांक २५ नवम्बर २०१० से प्रारम्भ हुआ। प्रषिक्षण सत्र में कुल २४४ पुरूष एवं १७५ महिला इस प्रकार कुल ४१९ प्रषिक्षणार्थी सम्मिलित हुए जिनमें से ३६ प्रषिक्षणार्थी ग्रामीण एवं २०३ प्रषिक्षणार्थी शहरी क्षेत्र से है।
इन प्रषिक्षणार्थीयों में एक अन्तराष्ट्रीय स्तर का, २० राष्ट्रीय स्तर के एवं २० प्रषिक्षणार्थी राज्य स्तर के खिलाड़ी है।
इस सत्र में कुल १७५ महिला प्रषिक्षणार्थीयों द्वारा प्रषिक्षण प्राप्त किया गया जो अब तक के प्रषिक्षण इतिहास की सर्वाधिक संख्या है।
पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने उद्बोधन में बताया गया कि प्रषिक्षण निदेषालय द्वारा तैयार किये ''नव आरक्षक बुनियादी प्रषिक्षण पाठ्यक्रम वर्ष २०११'' के अनुसार प्रषिक्षार्थियों को प्रषिक्षित किया गया। प्रषिक्षण पाठ्यक्रम ०९ माह की अवधि तक निर्धारित कर दो सेमेस्टर परीक्षायें आयोजित की गई। बाह्य प्रषिक्षण एवं आन्तरिक प्रषिक्षण को समान वरियता दी गई है। बाह्य प्रषिक्षण में शरीर सौष्ठव, निहत्थी लड़ाई, योग एवं विभिन्न प्रकार की बाधाओं को लांघना एवं शारिरिक क्षमता विकास पर विषेष बल दिया गया।