इन्दौर - दिनांक १० नवम्बर २०१०- पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री मकरंद देउस्कर ने बताया कि दिनांक ०१ नवम्बर २०१० को रो हाउस म.नं. १२५ अंसल टाउनषिप तलावली चॉदा पर जघन्य तरीके से तीन व्यक्तियों दुर्जन, भगत व मकसुद की हत्या हुई थी जिससे आसपास के क्षेत्र के लोगो में भय का माहौल व्याप्त हो गया था। घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री डी.श्रीनिवास राव सहित सभी पुलिस अधिकारी तथा एफएसएल अधिकारी डॉ. सुधीर शर्मा मौके पर पहुॅच गये थे, पुलिस लसूडिया द्वारा अपराध धारा ३०२ भादवि का कायम कर घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण कर आसपास के लागो से जानकारी प्राप्त की गई तो ज्ञात हुआ कि मृतको का साथी जूझारसिंह घटना स्थल से घटना दिनांक से ही फरार होना पाया गया।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये वरिष्ठ अधिकारीयो के मार्गदर्षन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व कुमार सौरभ के निर्देषन में नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर अमरेन्द्रसिंह, थाना प्रभारी लसूडिया विजयषंकर द्विवेदी, उपनिरीक्षक अनिल यादव, सहायक उपनिरीक्षक बी.आर. प्रजापत के हमराह टीम का गठन किया जाकर संदेही आरोपी जूझारसिंह की तलाष हेतु उसके मूलनिवास स्थान डिहुनीकला नीमडेर थाना मुस्करा जिला हमीदपुर तहसील मोदहा उत्तरप्रदेष में टीम को भेजा जाकर पतारसी की गई जिसका कोई पता नही लगा इसी बीच मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि उपरोक्त तिहरे हत्याकांड का संदेही आरोपी जूझारसिंह मजदूर चौराहा विकास नगर देवास में देखा गया है इस सूचना पर विष्वास कर पुलिस की उक्त टीम द्वारा दबीष दी जाकर संदेही आरोपी जूझारसिंह पिता रामसहाय राजपूत (२७) निवासी डिहुनीकला नीमडेर थाना मुस्करा जिला हमीदपुर तहसील मोदहा उत्तरप्रदेष को हिरासत में लिया जाकर घटना के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि घटना दिनांक को तीनो मृतको दुर्जन, भगत तथा मकसूद के साथ बैठकर शराब पीने के दौरान झगडा होने पर सो जाने के बाद नींद में इन पर हथोडे से वार कर हत्या कर फरार हो गया था।