इन्दौर-दिनांक 10 जुलाई 2015-इन्दौर पुलिस द्वारा गुण्डे, बदमाशों व अपराधियों के विरूद्ध सतत की जा रही
कार्यवाही के अन्तर्गत पुलिस थाना छत्रीपुरा क्षेत्र के शातिर बदमाश राजेश उर्फ
मोटा उर्फ कबीर पिता लक्ष्मण लुनिया (26) निवासी 210 लाबरिया भेरू
झोपड़ पट्टी इन्दौर को पकड़ा गया है। इसके विरूद्ध विभिन्न थानों में मारपीट,
लड़ाई-झगड़े आदि के विभिन्न अपराधिक प्रकरण
पंजीबद्ध है। पुलिस द्वारा समय-समय पर इसके विरूद्ध लगातार प्रतिबंधात्मक
कर्यायवाही भी की गई है, लेकिन इसकी
अपराधिक गतिविधियों में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है, इस कारण आरोपी राजेश उर्फ मोटा के विरूद्ध म.प्र. राज्य
सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 5
(क)(ख) के अन्तर्गत जिलाबदर करने हेतु प्रकरण
डी.एम. महोदय जिला इन्दौर को भेजा गया था। जिस पर विचारण उपरांत श्रीमान डी.एम.
महोदय द्वारा आरोपी राजेश उर्फ मोटा उर्फ कबीर को म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 5 (क)(ख) के अन्तर्गत को जिला इन्दौर एवं इससे लगी सीमा के
जिलों से निष्कासन करते हुए, आज दिनांक से 06 माह के लिये जिलाबदर किया गया है।
Friday, July 10, 2015
10 हजार का फरार ईनामी बदमाश क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में
इन्दौर-दिनांक 10 जुलाई 2015-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष
कुमार सिंह द्वारा अपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त तथा लम्बे समय से फरार आरोपियों
के विरूद्व विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत क्राईम ब्रांच इंदौर
एवं पुलिस थाना बाणगंगा की संयुक्त टीम द्वारा आज 10 हजार का ईनामी एवं दुर्दांत अपराधी गगन निवासी नंदानगर को
पकड़ने मे सफलता प्राप्त हुई है।
क्राईम ब्रांच इन्दौर एवं पुलिस थाना बाणगंगा की संयुक्त
टीम ने मुखबिर की सूचना पर शातिर अपराधी गगन को दीपमाला ढाबा सांवेर रोड के आगे देशी
कलाली के पास से घातक हथियार एक देशी पिस्टल मय 01 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के विरूद्ध
थाना बाणगंगा में अवैध हथियार रखने का प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की गई। आरोपी
गगन पर इंदौर शहर एवं उज्जैन शहर के विभिन्न थानो पर कई अपराध पंजीबद् है।
दिनांक 06 अप्रेल 2015 को एरोड्रम क्षेत्र में आरोपी गगन अपने साथी
बदमाश गैंगस्टर लखन जाट के साथ मिलकर कलानी नगर स्थित इलाहाबाद बैंक में डकैती
डालने की तैयारी करते समय अद्गाोक नगर सेक्राईम ब्रांच की टीम द्वारा लखन जाट को
उसके साथियों सहित गिरफ्तार किया गया था, जिसमें बदमाश गगन मौके से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। पुलिस द्वारा
पकड़ने पर भागते समय गुंडा लखन जाट ने एक राहगीर महिला जो स्कूटी से जा रही थी उसे देशी
कट्टा अड़ाकर भागने के लिए स्कूटी छीनने का प्रयास किया था। जिससे मौके पर से
अफरातफरी में बदमाद्गा कान्हा एवं गगन फरार हो गए थे। कान्हा को क्राईम ब्रांच
द्वारा पिछले दिनों ही गिरफ्तार किया गया है। लम्बे समय से फरार होने के कारण
पुलिस अधीक्षक पश्चिम इंदौर श्री डी.कल्याण चक्रवर्ती द्वारा गगन की गिरफ्तारी पर
रू. 10,000 का ईनाम घोषित किया गया
था।
आरोपी गगन पूर्व में पुलिस थाना परदेशीपुरा तथा थाना
हीरानगर में भी गिरफ्तार हो चुका है। इस प्रकार अपराधी गगन तीन बार हत्या का
प्रयास अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कर चुका है साथ ही बैंक डकैती की योजना बनाते
हुए आरोपी गगन के आपराधिक प्रवृत्तियों पर काबू पाने के लिए आरोपी के विरूद्ध
जिलाबदर की कार्यवाही भी की गई है। फिर भी आरोपी गगन अपनी आपराधिक गतिविधियों में
लिप्त होकर सक्रिय है, अगर अपराधी के
पास से अवैध हथियार जप्तनहीं किया जाता तो आरोपी की आपराधिक प्रवृत्ति को देखते
हुए यह स्पष्ट है कि निद्गिचत ही कोई बडी घटना घटित हो सकती थी। इस प्रकार शातिर
ईनामी बदमाश को पकडने में इंदौर पुलिस को सफलता मिली है।
उक्त शातिर बदमाश को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के
मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच इन्दौर व पुलिस थाना बाणगंगा की संयुक्त टीम का
महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
अंधे कत्ल का 24 घंटे मे पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार
इन्दौर-दिनांक 10 जुलाई 2015-पुलिस थाना कनाड़िया क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 09.07.15 को बिचोली मर्दाना गिट्टी खदान बड़ियाकीमा रोड
के किनारे रामगोपाल चंदेल निवासी कमल नगर मुसाखेडी इन्दौर की अज्ञात आरोपी द्वारा
की गई निर्ममतापूर्वक हत्या का खुलासा 24 घन्टे के अंदर करने मे पुलिस टीम को कामयाबी मिली है।
ज्ञात हो कि दिनांक 09.07.15 को देवीसिह पुत्र रामसिह पटेल निवासी बिचोली मर्दाना
द्वारा बिचोली मर्दाना बड़ियाकीमा रोड किनारे क्षतिग्रस्त चेहरे वाले किसी अज्ञात
व्यक्ति की लाश पडे़ होने की सूचना थाना कनाडिया को दी गई। जिस पर थाना कनाड़िया पर
मर्ग क्रमांक 24/15 धारा 174 जा.फौ. की जांच से अपाध क्रमांक 356/15 धारा 302/201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटना को
गंभीरता से लेते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह एवं पुलिस
अधीक्षक पूर्व श्री ओपी त्रिपाठी के मार्गदर्शन मे अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री
बिट्टू सहगल तथा नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री विपुल श्रीवास्तव के निर्देशन मे
थाना प्रभारी कनाडिया संजय चतुर्वेदी के अधीन एक टीम घटित कर घटना के आरोपी
कीपतारसी के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
पुलिस द्वारा मृतक रामगोपाल के परिजनो, घटना स्थल के आसपास, मृतक के घर के आसपास रहने वालो लोगो तथा मृतक जिस पुष्टा
फेक्ट्री मे काम करता था वहां के कर्मचारिय़ो से पूछताछ की गई तो, पुलिस टीम को सर्वप्रथम मृतक रामगोपाल के निवास
स्थान कमल नगर मुसाखेडी के आसपास रहने वाले लोगो से जानकारी प्राप्त हुई कि,
मृतक की पत्नी गुड्डी का मृतक रामगोपाल से
विवाद होता रहता था और अक्सर मारपीट भी होती रहती थी। दिनांक 7-7-15 को हाल ही मे भी दोनो का झगडा हुआ था। टीम
द्वारा जब मृतक का उसकी पत्नी गुड्डी से झगडे के कारण का पता लगाया गया, तब आसपास रहने वाले अनेक लोगो द्वारा बताया गया
कि विगत दो वर्ष पूर्व मृतक रामगोपाल के मकान मे किराये से रहने वाले सुनील गुर्जर
के गुड्डी बाई से घनिष्ठ संबंध बन गये थे। इस बात पर से मृतक रामगोपाल द्वारा
गुड्डी बाई को समझाय़ा गया किन्तु गुड्डी बाई नही मानी और अक्सर सुनील के साथ बाजार
घूमने जाती थी तथा घर मे हंसी मजाक करती रहती थी। एक बार रामगोपाल द्वारा सुनील व
गुड्डी को आपत्तिजनक अवस्था मे देखने पर
आपत्ती की गई तो गुड्डी औरसुनील राम गोपाल पर हावी हो गये थे। इस बात की जानकारी
जब रामगोपाल ने अपने मोहल्ले के लोगो को बताई तो मोहल्ले के अनेक लोग इकट्ठे हो
गये और सभी ने मिलकर सुनील को राम गोपाल का मकान खाली कर चले जाने का कहा और सुनील
को मकान खाली करने पडा। किन्तु इस घटनाक्रम के बाद भी गुड्डी बाई सुनील से घर से
बाहर अक्सर मिलती रहती थी। यहा तक की सुनील के कमरे पर भी पहुंचती रहती थी। सुनील
यह टीस अपने दिल व दिमाग मे रखे रहा कि रामगोपाल ने मोहल्ले वालो से बेईज्जत कर घर
से बाहर निकाला, इसका बदला लेना
है। शुरुआती दौर मे सुनील से रामगोपाल बात नही करता था किन्तु दोनो ही केटरिंग के
कार्य से जुडे होने के कारण कुछ समय बाद मृतक रामगोपाल अपने सीधे स्वभाव के कारण
सुनील से बातचीत करने लगा। किन्तु समय-समय पर रामगोपाल आरोपी सुनील को उसकी पत्नी
गुड्डी से बात न करने के बारे मे कहता रहता था।
आरोपी सुनील ने इसी बीच कुछ पार्टियो मे वेटर का काम भी राम गोपाल को
दिलाकर रुपये दिलवाये। जब रामगोपास से आरोपी सुनील ने पुनः दोस्ती कर विश्वास
प्राप्त कर लिया तभी अपनी पुरानी अदावत का बदला लेने की ठानी और इसी के चलते
दिनांक 7/9/15को शाम करीबन 7 बजे मोबाईल से बात करके मृतक को एक पार्टी मे
केटरिंग के काम के लिये बुलाया और काम पर ले जाने के बहाने साथ साथ चलते हुए पीछे
से रामगोपाल की पीठ पर चाकू से वार किया गया। हमले से बचने के लिये रामगोपाल ने
काफी बचाव किया किन्तु आरोपी सुनील ताबड तोड चाकू से वार करता रहा और रामगोपाल के
जमीन पर गिरने पर पास मे पडे बडे-बडे पत्थरो से रामगोपाल का सिर कुचल दिया,
ताकि उसे कोई पहचान नहीं पायें। इस घटना के बाद
आरोपी सुनील ने घटना मे प्रयुक्त चाकू घटना स्थल के पास पत्थरो के नीचे छिपा दिया
तथा घटना के समय पहने कपडे मुसाखेडी मे कचरा पेटी मे डाल दिये।
पुलिस को आरोपी सुनील के बारे में पता
चलने पर उसके घर पर तथा आरोपी के अक्सर मिलने के स्थान पाल्दा, कांकड, मुसाखेडी, मयूर नगर,
मे तलाश की गई, तभी यह सूचना प्राप्त हुई कि सुनील हरदा भागने की तैयारी मे
है, और अभी कलेक्टर से मोती
तबेला के रास्ते मे चाय की दुकान के पास खडा है। इस सूचना पर से कनाडिया पुलिस टीम
द्वारा आरोपी सुनील गुर्जर को हिरासत मे लेकर पूछताछ की गई तो आरोपी द्वारा अपराध
स्वीकार करते हुए घटना स्थल से चाकू ,खून लगा पत्थर, मुसाखेडी से घटना के समय पहने खून लगे कपडे,
कचरा पेटी मे छुपाकर रखे बरामद कराये गये। मृतक
रामगोपाल का मोबाईल फोन तथा सायकल आरोपी सुनील के पास से जप्त की गई। आरोपी सुनील
से और पुछताछ कर हत्या से संबंधित अन्य सुराग एकत्र किये जा रहे है।
इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर, आरोपी को गिरफ्तार करने में वरिष्ठ अधिकारियों
के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री विपुल श्रीवास्तव के नेतृत्व
मे थाना प्रभारी कनाडिया संजय चतुर्वेदी, उनि आर.ए. यादव, उनि एम.सी.
रघुवंशी, सउनि एस.एन. कटियार,
सउनि के.के. शर्मा, आर. सत्यनारायण, आर. प्रदीप, आर. रामलखन,
आर. लोकेन्द्र तथा आरक्षक
चालक संतोष का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
दो वाहन चोरों व 1 खरीददार सहित तीन आरोपी गिरफ्तार, 7 मोटर सायकल बरामद आरोपी एशो आराम के लिये करते थे चोरियां
इन्दौर-दिनांक 10 जुलाई 2015-पुलिस थाना चंदन नगर व शहर के विभिन्न थाना
क्षेत्रो में लगातार हो रही वाहन चोरी की वारदातो पर अंकुश लगाया जाकर वाहन चोरों
को गिरफ्तार करने हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह
द्वारा सभी थानाप्रभारियों को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के
परिप्रेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती व अति. पुलिस
अधीक्षक पश्चिम श्री रूपेश द्विवेदी के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक श्री आर
.एस. घुरैया कि देख रेख में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश सिंह तोमर के
नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए
वाहन चोरो को पकड़ने हेतु जाल बिछाया। इसी तारतम्य में मुखबिर से सूचना प्राप्त
होने पर दो वाहन चोरो को गिरफ्तार कर 7 चोरी की मोटर सायकिले बरामद करने में चंदन नगर पुलिस को सफलता मिली है। एक
मोटर सायकिल खरीददार को भी हिरासत में लिया गया है।
पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त होने पर
सर्वप्रथम साबिर पिता मोहम्मद याया खान (24) निवासी ई सेक्टर चंदन नगर इंदौर को गिरफ्तार किया गया जिसने
मोटर सायकिल की चोरियां अपने दोस्त सोहन पिता बालकिशन भावेल (18) निवासी अहिरखेड़ी थाना द्वारकापुरी इंदौर के साथ
मिलकर करना स्वीकार किया। दोनों वाहन चोरों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई
तो उन्होने बताया कि अपनी महिला मित्रो को घुमाने फिराने हेतु पैसा कमाने केलिये
बाईक चोरी किया करते थे। इनसे कुल 7 मोटर सायकिले
बरामद कर ली गई है जो इन्होने थाना चंदन नगर तथा शहर के अन्य थाना क्षेत्र आजाद
नगर, राजेन्द्र नगर, संयोगितागंज से चोरी किया जाना बताया। इनसे
चोरी का वाहन खरीदने वाले राहूल पिता रामप्रसाद (22) निवासी प्रजापत नगर इंदौर को भी गिरफ्तार किया गया है।
दोनों शातिर चोर अक्सर वाईन शॉप के सामने खड़ी
गाड़ियों को ही अपना निशाना बनाते थे। पहले ये वाईन शॉप के सामने गाड़ी खड़ी करने
वाले ग्राहक पर नजर रखते जब वह शराब खरीदकर अहाते में पीने चला जाता तो उसकी गाड़ी
को धीरे से चुरा लेते थे।
उक्त वाहन चोरो को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों
के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश सिंह तोमर के नेतृत्व में आर
संजय पटेल, आर आरिफ खान तथा आर पंकज
सांवरिया की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
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