इन्दौर 10 दिसम्बर 2014। यातायात पुलिस के तत्वावधान में शहर के बढ़ते अपराध एवं यातायात के नियमों की जागरूकता हेतु 'क्राइम प्रिवेंशन एण्ड ट्रेफिक अवेयरनेस' के अन्तर्गत लारेन्स इन्टरनेशनल स्कूल में एक अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किया गया। जिसमें पुलिस महानिरीक्षक, श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस अधीक्षक, पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री राजेश सहाय, नगर पुलिस अधीक्षक श्री विपुल श्रीवास्तव, यातायात के उप पुलिस अधीक्षकगण श्री प्रदीपसिंह चौहान, श्री गोविन्द बिहारी रावत, श्री विजय सिंह पंवार श्री विक्रम रघुवंशी एंव लारेन्स इन्टनेशनल स्कूल के पदाधिकारी सहित सभी शिक्षकगण तथा 500 स्कूली विद्यार्थियों की उपस्थिती में उक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा कई रोचक प्रश्न पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेश्वरी एवं अधिकारीगणों से अपराधों की रोकथाम तथा यातायात के नियम संबंधित पूछे गए, जिनके उत्तर उपरोक्त पदाधिकारियों द्वारा बच्चों को उदाहरण सहित दिए गए। कार्यक्रम के दौरान यातायात पुलिस द्वारा सिटीजन कॉपतथा यातायात नियमों तथा महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित विडियो फिल्में छात्र-छात्राओं को दिखाई गई जिसे उनके द्वारा काफी तन्मयतापूर्वक न केवल देखा गया अपितु जिज्ञासवंश फिल्म समाप्ति पर प्रश्न भी पूछे गये :-
प्रश्न क्र.1- आजकल युवाओं में आत्महत्या की दर बढ रही है, इसे कैसे कम किया जाये ?
उत्तर- वर्तमान समय के बदलते परिवेश में युवाओं में धैर्य एवं आत्मविश्वास की कमी है। किसी भी परिस्थिति का सामना न कर पाने की क्षमता बच्चों में विकसित नही हो पा रही है तथा बच्चे विपरीत परिस्थिति में अपने माता-पिता एवं अभिभावकों से चर्चा नही करते है, इस कारण से बच्चों में आत्महत्या की दर बढ गई है। छोटी सी बात पर बच्चे आत्महत्या जैसे निर्णय ले लेते है। इसके लिये सुझाव है कि बच्चों को हर बात अपने माता-पिता एवं अपने अभिभावको को बताना चाहियें। अपने स्कूल में टीचरो से भी चर्चा की जा सकती है, क्योकि ये सब आपके सच्चे मित्र होते है। बच्चों को हमेशा खेल खेलते रहना चाहियें, खेलने से बच्चों का सर्वागिण विकास होता है और हार का सामना करने की क्षमता भी विकसित होती है।
प्रश्न क्र.2- बाल श्रम रोकने के लिये आप क्या कर रहे है?
उत्तर- बाल श्रम अधिनियम की धारा 24 के अनुसार भारत में बाल श्रम पूर्णतः प्रतिबंधित है, फिर भी भारत में बहुत से परिवार गरीबी रेखा के नीचे रह रहे है, ऐसे परिवार के बच्चे मजदूरी पर चले जाते है, जो नियम विपरीत है। यदि कोई बच्चा फिर भी मजबूरीवद्गा कोई काम करता है तो यह संरक्षक का दायित्व है कि वे उसे स्कूल भेजे, उसके भरण पोषण का पूर्ण ध्यान रखे।
प्रश्न क्र.3- पुलिस इतना श्रम करती है फिर भी उनकी छबि खराब क्यों है ?
उत्तर- यह सही है कि बहुत मेहनत करने के बाद भी पुलिस की जो छबि होना चाहिये वह नही है। पुलिस जनता के मदद के लिये ही बनी है और उनकी मदद के लिये 24 घन्टे अपनी सेवाएं देती है। समाज की पुलिस से बहुत ज्यादा अपेक्षाएं है। पुलिस का सीधा संबंध जनता से होता है जिस कारण उसकी बडी-बडी अच्छाईया उसकी छोटी-छोटी बुराईयों से छिप जाती है।
प्रश्न क्र.4- पुलिस से सभी डरते है ऐसी परिस्थिति में आप जनता की मदद कैसे करते है ?
उत्तर- पुलिस ने लोगो की सहायता के लिये सिटीजन कॉप नामक एक एप जारी किया है। आप इस एप की सहायता से आप किसी भी आपराधिक गतिविधियों या आपके विरुद्ध होने वाली घटना की सूचनापुलिस को दे सकते है, इसमें आपका नाम गोपनीय रखा जाता है। आम व्यक्ति में पुलिस तक पहुंचने का समय भी बचता है वे उसी स्थान से तत्काल सूचना दे सकते है। वर्तमान तक इस एप में एक जनवरी से अभी तक 7481 शिकायतें पुलिस को सिटीजन कॉप एप्लीकेशन के माध्यम से प्राप्त हुई है, जिनका निराकरण भी पुलिस द्वारा किया जा चुका है । पुलिस ने गत माह इस एप्लीकेशन में आटो फेयर से लेकर आपके मोबाईल गुमने की सूचना, कागजात गुमने की सूचना का प्रावधान भी जोडा गया है।
प्रश्न क्र.5- इन्दौर शहर में खराब यातायात का एक कारण अतिक्रमण भी है, इसके लिये पुलिस क्या करती है ?
उत्तर- सार्वजनिक मार्गो पर अतिक्रमण हटाने का कार्य नगर निगम का है। नगर निगम के द्वारा अतिक्रमण हटाने का कार्य लगातार किया जाना चाहिये। इस कार्य के लिये वे जब भी पुलिस की मदद मांगते है तो हम उन्हें पुलिस बल उपलब्ध कराते है।
प्रश्न क्र.6- रोड एक्सिडेन्ट क्यों होते है ?
उत्तर- सामान्यतः रोड एक्सिडेन्ट वाहन चालक की लापरवाही का ही परिणाम होता है, जैसे वाहन को तेज गति से चलाना, यातायात नियमों का उल्लंघन करना, हेलमेट नही पहनना आदि है।
प्रश्न क्र.7- वर्तमान में कैमरे कितनेचौराहे पर लगे है? और हम इस प्रकार के चालान किस प्रकार भर सकते है ?
उत्तर- यातायात पुलिस द्वारा शहर के प्रमुख 15 चौराहों पर कैमरों के माध्यम से चालान बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है, जिसमें यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कैमरे द्वारा वाहन चालक का फोटो ले लिया जायेगा जिसे वाहन स्वामी के घर पर नोटिस भेजा जायेगा। वाहन स्वामी चालान प्राप्त होने पर यातायात थाने पर आकर इसे भर सकता है।
इसके अतिरिक्त सभी बच्चों के प्रश्नों की जिज्ञासाएं शांत की गई। प्राचार्य द्वारा पुलिस पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए तथा इंदौर पुलिस की ओर से पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेश्वरी द्वारा उत्कृष्ट प्रश्न पुछने वाले 5 बच्चो का पुरूस्कृत भी किया गया ।