इन्दौर
23 अक्टूबर 2015-पुलिस
उप महानिरीक्षक इंदौर शहर इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा लम्बित प्रकरणों
में फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राईम ब्रांच इन्दौर को निर्देशित
किया गया था। उक्त निर्देश के तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच
श्री विनय पॉल द्वारा थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच एवं विवेचकों को निर्देश दिए गए
इन्दौर स्थित तिरूपती सेलकाम आर.एन.टी.
मार्ग इंदौर के प्रोपराईटर प्रशांत अग्रवाल ने उनके जियोनी कम्पनी के 118
मोबाईल सेट (कीमती करीब 10 लाख रूपए) की ठगी होने का आवेदन दिया
था जिस पर थाना क्राईम ब्रांच में दिनांक 13
फरवरी 2013 को ग्लोबल इंफोटेक दुकान के संचालक
श्याम जैसवार के विरूद्व अप.क्र. 08/15
धारा 420 भादवि. का मामला पंजीबद्व किया गया। शुरूआत
में विवेचना के दौरान आरोपी श्याम की पतारसी उसके द्वारा दिए गए मतदाता परिचय पत्र
पर दर्शित पते पर 18/6 परदेशीपुरा में की गई परंतु वहां इस
नाम का कोई भी व्यक्ति रहना नहीं पाया गया। आरोपियों ने ग्लोबल इंफोटेक नाम से
दुकान खोलने के पहले श्याम जैसवार के इसी मतदाता परिचय पत्र का उपयोग टिन नम्बर
प्राप्त करने और बैंक में खाता खुलवाने में उपयोग किया। इस तरह आरोपियों ने
सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया शाखा सियागंज में ग्लोबल इंफोटेक नाम से खाता खुलवाया और
उधार माल खरीदते समय इसी खाते के चैक काटकर दे दिए गए जो बाद में बाउंस भी हो गए।
इस तरह प्रत्येक जगह पर पते के प्रमाण के तौर पर 18/6
परदेशीपुरा का पता दर्शाया जबकि इस जगह पर आरोपी श्याम कभी किराए से रहा करता था
और तभी उसने यह मतदाता परिचय पत्र बनवाया था। बाद में मामले की पडताल करते-करते
ठगो के तार दिल्ली बम्बई जैसे महानगरो से जुडे होना पाया गया जहां से कुछ जानकारीयां
प्राप्त हुई। इन्हीं के आधार पर आरोपी की तलाश मंदसौर, नीमच
व देवास में की गई परंतु आरोपी श्याम कहीं नहीं मिला।
विवेचना के दौरान आरोपी के बारे में यह
जानकारी मिलीं कि आरोपी गंगवाल बस स्टेंड के पीछे माली मोहल्ला में रह रहा है।
उक्त सूचना की जब तस्दीक की गई तो आरोपी नकली पत्रकार बनकर48/2
माली मोहल्ला में रहना पाया गया परंतु पुलिस के पहुंचते ही मकान में ताला लगाकर
वहां से फरार हो गया। पुलिस द्वारा अपने मुखबिरों को आरोपी की फोटो दिखाकर आरोपी
के बारे में पतारसी करने के लिए कहा गया, इसके
परिणामस्वरूप आज दिनांक 23.10.15 को मुखबिर द्वारा यह सूचना मिली कि
फरार आरोपी श्याम जैसवार पिता खेमचंद (50) निवासी
48/2 माली मोहल्ला छत्रीपुरा इंदौर अपने घर के बाहर
आम रास्ते पर खडा है। प्राप्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी श्याम जैसवार को
पकडा गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मैं अपने दो अन्य साथीयों संतोष गुप्ता
पिता रामचरण गुप्ता (29) निवासी
21 सी कुशवाह नगर इंदौर एवं राजेश पिता सैम्युअल
जार्ज निवासी श्यामनगर इंदौर के साथ मिलकर धोखाधडी करने की नियत से सुनियोजित
तरीके से किराए की दुकान लेकर सपना संगीता रोड पर ग्लोबल इंफोटेक नाम से दुकान
खोली और ठगी कर फरार हो गए थे। इन सब कामों में राजेश जार्ज का लडका प्रभात उर्फ
रिंकू भी शामिल था। श्याम ने बताया कि मेरा काम दुकान पर बैठना होता था जबकि संतोष
व राजेश माल को सस्ती कीमतों पर बेचकर ठिकाने लगा देते थे। संतोष व राजेश ग्लोबल
इंफोटेक के नकली बिल प्रिंट करके माल बेचते थे। इस तरह से इन तीनों ने मिलकर लाखों
रूपए की ठगी की है।
आरोपी श्याम ने बताया कि वह कपडा सिलाई का
काम करता था, परंतु रूपयों की तंगी के कारण उसे ठगी
के व्यापार में उतरना पडा। प्रकरण में आरोपी राजेश जार्ज फरार है जबकि उसके पुत्र
प्रभात उर्फ रिंकू जार्ज को ठगी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया
है। प्रथमतः पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि किसी भी तरह टिन नम्बर लेकर मार्केट
में उधार माल आसानी से मिल जाता है। इसलिए आरोपियों ने टिन नम्बर का उपयोग करके
बडी आसानी से जिओनी मोबाईल कम्पनी के व्यापारी प्रशांत अग्रवाल को ठग लिया।
आरोपी श्याम जैसवार पर एम.आय.जी. थाने में
लडाई झगडे का अपराध भी पंजीबद्व है जबकि संतोष चैक बाउंस के एक मामले में भंवरकुंआ
थाने में बंद हो चुका है। पुलिस द्वारा तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके
विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है, पुलिस
द्वारा फरार आरोपी राजेश जार्ज की तलाश की जा रही है, जिसे
शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा। आरोपियो से
विस्तृत पूछताछ की जा रही है। इस प्रकार क्राईमब्रांच टीम द्वारा लाखो की मोबाईल
ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने में
महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की है।
इस कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के
मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका
रही।