इन्दौर-दिनांक
20 जून 2017-पुलिस
उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र व्दारा राजेन्द्र शिन्दे
अपहरण प्रकरण के फरार आरोपी सरफराज उर्फ सफरु को शीघ्र अतिशीघ्र गिरफ्तार करने
हेतु निर्देशित किया गया तथा फरार आरोपी की गिरफ्तारी हेतु दस हजार रुपये का इनाम
घोषित किया गया था। उक्त निर्देश पर पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर श्री मो.युसुफ
कुरैशी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र
सिंह चौहान व्दारा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच एवं थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच
की टीमों को योजनाबद्ध तरीके से लगाकर, इस
दिशा मे प्रभावी कार्यवाही हेतु समुचित निर्देश दिये गये।
थाना प्रभारी जिला अपराध शाखा व्दारा अपनी टीम
को आरोपी सरफराज उर्फ सफरु को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु मुखबिर तंत्र को
सक्रिय किया गया। इस दौरान मुखबिर के माध्यम से सरफराज के संबंध मे जानकारी मिली
की वह उज्जैन मे कहीं ठहरा हुआ है। उक्त सूचना पर क्राईम ब्रांच व पुलिस थाना
लसूडिया की संयुक्त टीम व्दारा तत्काल दबिश दी गयी तथामौके पर से मामले के मुख्य
आरोपी सरफराज खान उर्फ सफरु पिता अब्दुलफरीद उम्र 25
साल निवासी मुमताज अपार्टमेन्ट पेन्ट हाउस जूना रिसाला थाना सदर बाजार इंदौर को
गिरफ्त मे लेकर अग्रिम कार्वयाही हेतु पुलिस थाना लसूडिया के सुपुर्द किया गया।
आरोपी सरफराज उर्फ सफरु ने पूछताछ पर बताया की
उसके बचपन के दोस्त शानू उर्फ शाहनवाज ने उसे सारा से मिलवाया था तथा अपहरण मे
सारा की मदद करने के लिये बोला था । सारा ने सरफराज को लालच दिया था कि, अगर
वह राजेन्द्र शिन्दे के अपहरण मे उसकी मदद करेगा तो वह फिरौती मे मिली रकम मे से
एक मोटा हिस्सा उसे देगी। लालच मे आकर सरफराज ने अपने दोस्त लालू उर्फ सादिक, गोलू
एवं शुभम के साथ मिलकर महेश्वर स्थित दरगाह के सामने से राजेन्द्र शिन्दे का उसकी
कार मे उसे इंजेक्शन देकर उसे बेहोश कर अपहरण कर लिया तथा राजेन्द्र को उज्मा
व्दारा ग्रीन पार्क कालोनी चंदन नगर मे लिये गये एक किराये के मकान मे बांध कर रखा
गया तथा राजेन्द्र शिन्दे की सोने की चैन, ब्रेसलेट
व घडी आरोपी ने अपने पास रख ली थी जिसे आरोपी से लसुडिया पुलिस व्दारा जप्त किया
गया है। राजेन्द्र होश मे ना आये तथा आवाज ना करेइसलिये उसे हर थोडे अन्तराल मे
बेहोशी के इंजेक्शन देते थे तथा गोलिया भी देते थे इंजेक्शन व गोलियाँ सारा ने ही
सरफराज को लाकर दी थी। सारा और उज्मा को पुलिस व्दारा हिरासत मे लेने कि बात पता
चलने पर आरोपी सरफराज घर से फरार हो गया था। सारा उज्जैन की रहने वाली है तथा शानू
उर्फ शाहनवाज को जानती थी शानू ने ही सारा को सरफराज से मिलाया तथा अपहरण करने के
लिये लालच दिया था । सरफराज की 2
माह पहले ही शादी हुयी थी तथा वह आटो रिक्शा (पैसेंजर) चलाने का काम करता था। शानू
पूर्व मे इन्दौर मे रहा करता था तब से शानू और सरफराज की दोस्ती थी। शानू वर्तमान
मे उज्जैन के काजीबाडा मे रह रहा है। प्रकरण मे शानू उर्फ शाहनवाज कि गिरफ्तारी
हेतु उज्जैन मे दबिश दी गयी लेकिन वह घर पर नही मिला है शानू की हर संभव तलाश की
जा रही है।
उक्त अहरण प्रकरण के मुख्य आरोपी तथा दस हजार
रुपये के इनामी सरफराज खान उर्फ सफरु को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के
मार्गदर्शन में क्राईम ब्राँच की टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।