Thursday, July 9, 2015

पुलिस थाना बाणगंगा का शातिर बदमाश राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत निरूद्ध



इन्दौर-दिनांक 9 जुलाई 2015-इन्दौर पुलिस द्वारा गुण्डे, बदमाशों व अपराधियों के विरूद्ध सतत की जा रही कार्यवाही के अन्तर्गत पुलिस थाना बाणगंगा द्वारा थाना क्षेत्र का शातिर बदमाश सुन्दरम उर्फ छोटू पिता अवधेश दीक्षित (26) निवासी राधाकृष्ण नगर, सदगुरू स्कूल के सामने वाली गली नंदबाग इन्दौर को पकड़ा गया है। इसके विरूद्ध जिला इन्दौर के विभिन्न थानों में लड़ाई-झगड़े, मारपीट, अवैध हथियार रखने, चोरी, गृहभेदन, लूट, हत्या व हत्या के प्रयास आदि के विभिन्न 14 अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध है। पुलिस द्वारा इसके विरूद्ध लगातार प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है फिर भी इसकी अपराधिक गतिविधियों में कोई सुधार नहीं आने से आरोपी सुन्दरम के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अन्तर्गत निरूद्ध करने हेतु प्रकरण डी.एम. महोदय जिला इन्दौर को भेजा गया था। जिस पर विचारण उपरांत श्रीमान डी.एम. महोदय द्वारा आरोपी सुन्दरम को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत निरूद्ध करते हुए केन्द्रीय जेल भोपाल में परिरूद्ध रखने का आदेश दिया गया है, जिसके परिपालन में आरोपी सुन्दरम उर्फ छोटू दीक्षित को पुलिस थाना बाणगंगा द्वारा गिरफ्‌तार किया गया है, जिसे केन्द्रीय जेल भोपाल भेजा जा रहा है।

अवैध शराब का परिवहन करते, एक महिला सहित तीन आरोपी चंदन नगर पुलिस की गिरफ्‌त में 16 हजार रूपयें कीमत की आठ पेटी अवैध शराब जप्त


इन्दौर-दिनांक 09 जुलाई 2015-पुलिस थाना चंदन नगर को आज दिनांक 09.07.2015 को मुखबिर द्वारा सूचना मिली की मकान नंबर 15 ग्रीन पार्क कालोनी के सामनें दो पुरूष व एक महिला अवैध शराब की पेटी जमा रहे है तथा महिला उन पेटियों पर कचरा डालकर छुपा रही है। उक्त सूचना पर मय फोर्स रवाना होकर मकान नंबर 15 के पास ग्रीन पार्क कालोनी पहुंचकर पुलिस द्वारा दबिश दी गयी तो, वहा पर से आरोपीगण 1.पंकज पिता मोहनलाल चौहान (34) निवासी रामानंद नगर इंदौर 2. अशरद पिता कासम कुरैशी (28) निवासी लोहागेट चंदन नगर इंदौर तथा महिला 3. यास्मीन पति शानु (25) निवासी ग्रीन पार्क कालौनी इंदौर को मय अवैध देशी मदिरा प्लेन शराब की कुल 8 पेटी कीमती 16,000रूपये की मिलने पर मौके पर जप्त की जाकर आरोपीगणों को आबकारी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।
पकड़े गये आरोपियों का पूर्व रिकार्ड चेक करने पर,  आरोपी पंकज के विरूद्ध पूर्व के कुल 4 अपराध इंदौर शहर के विभिन्न थानों में पंजीबद्ध है तथा आरोपी अरशद पिता कासम कुरैशी के विरूद्ध पूर्व के 5 अपराध इंदौर शहर के विभिन्न थानों में पंजीबध्द है। आरोपी अरशद थाना चंदन नगर के अपराध क्रमांक 397/15 धारा 452,294,323,506,34 भादवि. में घटना दिनांक से ही फरार चल रहा था, जिसे आज पुलिस द्वारा गिरफ्‌तार कर लिया गया।
उक्त आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश सिंह तोमर के नेतृत्व में उनि. श्यामसुंदर राजपूत, आर. आरीफ, आर. पंकज, तथा आर. चंद्रशेखर का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।



मुम्बई में फरारी काट रहा हत्या का आरोपी क्राईम ब्रांच की गिरफ्‌त में



इन्दौर-दिनांक 09 जुलाई 2015-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा पैरोल अवधि से फरार तथा लम्बे समय से फरार अपराधियों की गिरफ्‌तारी हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत क्राईम ब्रांच को पैरोल से फरार 7 वें आरोपी को पकड़ने में  सफलता प्राप्त हुई है।
                उक्त फरार हत्यारे का नाम नितेश पिता राधेश्याम यादव निवासी भगतसिंह नगर थाना बाणगंगा इंदौर है। वर्ष 2005 में नितेश का दोस्त वीरेन्द्र पिता गुरूप्रसाद, जो कि अपने मोहल्ले की एक लड़की से एक तरफा प्रेम करता था, उसी लड़की को आतीश कुशवाह ने छींटाकशी कर दी थी, यह बात वीरेन्द्र को बिल्कुल अच्छी नहीं लगी। यह बात वीरेन्द्र ने अपने दोस्तों नीतेश यादव, बन्टी छविलाल, जितेन्द्र वरदीचंद, गोपाल शिवराज सिंह, पिन्टू उर्फ मनीष, अंगद एवं राजू बाबूलाल को बताई, जिस पर सभी ने संगनमत होकर आतीश को कुशवाह नगर क्षेत्र मे उसे घेरकर, धारदार हथियारों से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना पर पुलिस थाना बाणगंगा पर अप. क्रं 296/05 धारा 302, 147, 148, 149 भादवि का प्रकरण पंजीबद्धकर आरोपियों को गिरफ्‌तार कर प्रकरण माननीय न्यायालय में पेश किया गया था।
                प्रकरण में माननीय न्यायालय द्वारा आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा से दण्डित किया था तथा आरोपियों को सेन्ट्रल जेल इन्दौर में भेजा गया था। फरार हत्यारा नीतेश करीब 6 साल की सजा काट चुका है, इसको चार बार पैरोल पर छोड़ा गया था। वर्ष 2011 में 5वीं बार पैरोल पर छूटने पर आरोपी नीतेश फरार हो गया था, जिस पर सेन्ट्रल जेल द्वारा पुलिस थाना एमजी रोड़ पर इसके विरूद्ध अप. कं्रं 460/11 पंजीबद्ध कराया गया था।
                उक्त फरार आरोपी नीतेश की गिरफ्‌तारी हेतु क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम को निर्देशित किया गया। टीम द्वारा इसके परिवार के बारें में जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ कि, परिवार में नीतेश के अतिरिक्त दो भाई व एक बहन है। वर्ष 2013 में आरोपी नीतेश के पिता राधेश्याम यादव जो टेलीफोन विभाग में कार्यरत थे, उनका निधन हो गया था। पिता के निधन पर भी आरोपी नीतेश इन्दौर नहीं आया। ऐसी स्थिति में परिवार से संपर्क नहीं होने पर पुलिस टीम के लिये आरोपी नीतेश की पतारसी और भी चुनौतीपूर्ण हो गई थी। टीम द्वारा सूचना तंत्र कोविकसित कर आरोपी के बारें में पतारसी की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपी नीतेश मुंबई में किसी कैसिनों पर काम कर रहा है।
                उक्त सूचना पर पुलिस की टीम को मुंबई रवाना किया गया, जहां पर टीम द्वारा आरोपी की सघन तलाशी की गई वहां पर वीडियों पार्लर एवं कैसिनो पर कार्य कर रहे व्यक्तियों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि मध्य प्रदेश का एक लड़का जो लगभग 32 साल का है, मुलुण्ड के वीडियों पार्लर पर कार्य कर रहा था, जो अब पवई के किसी वीडियों कैसिनों पर काम
कर रहा है। टीम के एक सदस्य को कैसिनों पर ग्राहक बनाकर भेजा गया, तो वहां पर काम करने वाले कर्मचारियों पर नजर रखने पर एक व्यक्ति नीतेश के हुलिये का मिला। क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा उसे घेरकर हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपना नाम नीतेश पिता राधेश्याम यादव निवासी 10 भगतसिंह नगर इन्दौर स्वीकार किया। फरार आरोपी से पूछताछ करने पर बताया कि पैरोल अवधि से फरार होकर वह इटारसी होते हुए मुलुण्ड गया, वहां प्रारंभ में सफाई एवं चौकीदारी का काम एक कैसिनों में किया। उसके बाद मुंबई में कैसिनों व्यापार में काम करने लगा। उक्त आजीवन कारावास के आरोपी ने अपने कोछुपाये रखने की लाख कोशिश की, लेकिन क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम ने पुनः उसे जेल में पहुचाने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
                उक्त आरोपी को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।


10 हजार का फरार ईनामी बदमाश क्राईम ब्रांच की गिरफ्‌त में



इन्दौर-दिनांक 09 जुलाई 2015-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा अपराधिक प्रवृत्ति में लिप्त तथा लम्बे समय से फरार आरोपियों के विरूद् विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में अभी तक कई फरार ईनामी अपराधियों को शिंकजे में लिया जा चुका है। इसी कडी में पुलिस को फरार इनामी बदमाश राहुल पिता तोताराम जाट (25) निवासी 130 गुरूशंकर नगर, थाना चंदन नगर इंदौर को पकड़ने मे महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। इस आरोपी ने 20 वर्ष की उम्र से ही अपराध की शुरूआत कर दी थी,  आज इस पर थाना चंदन नगर एवं छत्रीपुरा में लडाई झगडे, मारपीट, चोरी, अवैध वसुली व अवैध शराब के आधा दर्जन से अधिक अपराध पंजीबद्ध है तथा वर्तमान में थाना चंदन नगर के अपराध में फरार था, जिसमें इसके गिरफ्‌तारी के प्रयास किये जा रहे थे। 
दिनांक 01 फरवरी 2015 को बदमाश राहुल जाट, ऋषि पेलेस कालोनी स्थित श्री मांगलिक भवन में हो रहे एक सगाई सामारोह में अपने साथियों के साथ पहुंचा एवं वहां पर सगाई के आयोजनकर्ताओं को अवैध वसुली के लिये धमकी देने लगा ।आयोजनकर्ताओं द्वारा  विरोध करने पर राहुल ने अपने साथियों के साथ चाकू लेकर सगाई सामारोह में उपस्थित लोगों के साथ गाली गलौच, मारपीट, तोड फोड कर उत्पाद मचाया व दो लोगो को चाकू मारकर घायल कर दिया था। सार्वजनिक स्थल पर चाकू बाजी कर सनसनी फैलाने वाले उक्त बदमाश के खिलाफ थाना चंदन नगर में अप.क्रं. 151/15 धारा 294,327,323,506,427,34 भादवि का अपराध पंजीबद्व किया गया था। उक्त बदमाश घटना दिनांक से ही फरार था, जिसकी गिरफ्‌तारी हेतु पुलिस अधीक्षक पश्चिम इंदौर द्वारा 10,000/- के ईनाम की घोषणा की गई थी।
क्राईम ब्रांच द्वारा उक्त आरोपी की पतारसी करने पर इसके महू ,धार, पीथमपुर सब्जी मंडी में आने-जाने की सूचना प्राप्त हुई। सब्जी मंडी में सब्जी बेचने वालो पर नजर रखी गई व इसी बीच मुखबिर तंत्र के द्वारा फरार आरोपी राहुल जाट के बारे में जानकारी मिलीं कि वह उसके जीजा जितेन्द्र चौधरी निवासी गायकवाड कालोनी, महू के वहां भी आता है। उक्त सूचनाओं पर क्राईम ब्रांच द्वारा घर व आस-पास की निगरानी कर फरार आरोपी राहुल जाट को घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध के बाद भाग कर महूजाना स्वीकार किया। जीवन यापन के लिये वह सब्जी मंडी पीथमपुर व अन्य कस्बो के हाट बाजारों में सब्जी बेचने लगा, जब उसे समाचार पत्रों के माध्यम से उसके उपर घोषित ईनाम की जानकारी मिलीं तो वह पुनः महू की गायकवाड कालोनी में छिपकर रहने लगा, जिसे क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा गिरफ्‌तार किया गया।
उक्त शातिर बदमाश को गिरप्तार करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।