इन्दौर -दिनांक 21 जनवरी 2012- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री मनोज कुमार राय ने बताया कि इंदौर शहर में मंदिरों में चोरी के बढ़ते अपराधों की सुरागरसी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए. सांई मनोहर ने क्राईम ब्रांच को अपराधों की पतारसी करने हेतु निर्देश दिये थे। उपपुलिस अधीक्षक अपराध शाखा जितेन्द्र सिंह के मार्गदर्द्गान में, निर्देशानुसार क्राईम ब्रांच के निरीक्षक जय गोपाल चौकसे की टीम को पतारसी हेतु लगाया गया था। टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि पूर्व नकबजन सुनील उर्फ टार्जन पिता रामसूरत बोरासी (18) नि0 गोविन्द नगर खारचा इन्दौर एवं उसके 2 साथी रवि बाठा एवं विजय राणा मंदिरों में चोरी की वारदातों में लिप्त हैं। क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा आरोपी सुनील उर्फ टार्जन बोरासी के ठिकाने पर दबिश देकर पकड़ा। आरोपी से पूछताछ करने पर उसके द्वारा थाना एरोड्रम क्षेत्र में दिगम्बर जैन मंदिर संगम नगर तथा श्वेताम्बर जैन मंदिर से चांदी के छत्र आदि चुराना कबूल किया तथा उक्त तीनों आरोपियों द्वारा लगभग 6 माह पूर्व सोने की एक चैन महिला के गले से छीनना भीबताया। रवि एवं विजय वर्तमान में जेल में हैं, आरोपी सुनील उर्फ टार्जन ने बताया कि कुछ सामान उसके पास है। आरोपी रवि उर्फ बाटा पिता अयोध्याप्रसाद ठाकुर (24) नि0 बाणगंगा इन्दौर के विरूद्ध थाना बाणगंगा एवं एरोड्रम में चोरी एवं नकबजनी के करीबन 14 प्रकरण पंजीबद्ध हैं। आरोपी विजय राणा पिता बाबूलाल मोची (28) नि0 पीलिया खाल इन्दौर के विरूद्ध थाना बाणगंगा पर चोरी, नकबजनी एवं अन्य के करीबन 14 प्रकरण पंजीबद्ध हैं तथा सुनील उर्फ टार्जन के विरूद्ध नकबजनी एवं मारपीट के 02 प्रकरण थाना बाणगंगा पर पंजीबद्ध हैं।
आरोपी को गिरफ्तार करने में टीम के प्र0आर0 ओमप्रकाश तिवारी, आरक्षक राजभान, ओंकार शुक्ला, रविन्द्र कुशवाह, महेन्द्रसिंह, योगेन्द्रसिंह, सुभाष, राजेश राठौर, दीपक का सराहनीय योगदान रहा। आरोपी से पूछताछ जारी हैं इससे अभी और भी चोरी/नकबजनी के मामलों में माल बरामद होने की संभावना हैं। आरोपी सुनील उर्फ टार्जन को अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना एरोड्रम के सुपुर्द किया गया हैं।