इन्दौर-दिनांक
27 सितम्बर 2016-आज दिनांक 27 सितम्बर 2016 को
वैष्णव प्रबंधन संस्थान इन्दौर में क्राईम प्रिवेंशन एवं ट्रेफिक एज्युकेशन एण्ड
अवेयरनेस का कार्यक्रम के अन्तर्गत इंदौर पुलिस व्दारा एक जागरूकता कार्यक्रम
आयोजित किया गया। जिसमें इंदौर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विपिन माहेश्वरी,
पुलिस
अधीक्षक मुखयालय इन्दौर श्री अखिलेश झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात इन्दौर
श्री पंकज श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन-1
श्री रूपेश द्विवेदी, वैष्णव संस्थान के अध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम दास
पसारी, सचिव श्री कैलाशचन्द्र भागार एवं निदेशक डॉ राजीव शुक्ला सहित विद्यालय
में अध्ययनरत 1500 से अधिक मैनेजमेन्ट के बच्चों एवं स्कूल के
स्टाफ आदि उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में यातायात एज्युकेशन के साथ ही साथ आपराधिक
घटनाओं एवं महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों के सम्बन्ध में स्कूली छात्राओं
ने रोचक प्रश्न कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विपिन
माहेश्वरी से पूछे, जिनके उत्तर उनके व्दारा प्रशनकर्ता को बड़े सरल ढंग से समझाते
हुए बच्चों को दिये गये। कार्यक्रम के अन्त में इंदौर पुलिस की ओर से प्रथम चार
छात्राओं द्वारा किये जाने वाले अच्छे प्रश्न के आधार पर पुरष्कृत किया गया । इस
कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं ंद्वारा पूछे गये पुरस्कृत प्रश्न निम्नानुसार है
:-
प्रश्न
- पुलिस एवं पब्लिक के बीच में दूरी का
क्या कारण है ?
उत्तर पुलिस प्रशासन अग्रेजो द्वारा बनाई गई
कार्यप्रणाली पर आज भी कार्य कर रही है और यह दूरी तभी समाप्त हो सकती है जब आम
जनता पुलिस के सहयोग में आगे आये। इस प्रक्रिया में सुधार करने के लिये हम आप लोगो
के पास आये है। इन्दौर पुलिस द्वारा शुरू किये गये सिटीजन कॉप एवं क्राईम वॉच भी
इसी कडी का स्वरूप है ।
प्रश्न
:- अक्सर यातायात पुलिस चालान के दौरान चालक
के गाडी की चॉबी छीन लेते है, क्यों
?
उत्तर सामान्यतः लोग अपनी गाडी भगा लेते है जिसे
रोकने के लिये चाबी निकाली जाती है ताकि चालक न भागे तथा दुर्घटना न हो। सुरक्षा
हेतु चाबी निकाली जाती है ।
प्रश्न
एक गाडी पर तीन लडकियां होती है वो
उन्हें रोका क्यों नही जाता है ?
उत्तर सामान्यतः यह पाया गया है कि लगभग 98
प्रतिशत लडके एवं 2 प्रतिशत लडकियां आपराधिक गतिविधियों में लिप्त
रहती है ।
प्रश्न
ऐसा देखने में आयाहै कि कई लोग यातायात
नियमों का उल्लंघन करते है और पैसे देकर छूट जाते है ?
उत्तर सामान्यतः पुलिस पर ऐसे आक्षेप लगते है इसलिये
अब ई-चालान प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है ।
संभवतः आगामी समय में माननीय हस्तक्षेप पूर्णरूप से समाप्त कर दिया जावेगा
।
प्रश्न
जो लोंग ई-चालान नही भरते है उनके खिलाफ
क्या कार्यवाही होती है ?
उत्तर उन लोगो के खिलाफ तीन प्रकार की कार्यवाही होगी
:-
1. पुलिस उनके घर ई-चालान वसूल करने
जायेगी ।
2. उनके नाम आर.टी.ओ. में दिये जायेगे
जिससे वह भविष्य में गाडी का नाम ट्रान्सफर नही कर पायेगे ।
3. दुर्घटना की दशा में गाडी का बीमा
क्लेम नही मिलेगा ।