इन्दौर-दिनांक 23 मार्च 2015-पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेश्वरी, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री अनिल शर्मा व पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री आबिद खान द्वारा इन्दौर शहर में सुपारी किलिंग की घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वय अपराध श्री दिलीप सोनी एवं विनय प्रकाश पांॅल को निर्देशित किया। जिस पर अपराध शाखा की टीम को गठित किया गया। थाना जूनी इन्दौर के अप क्र 120/15 धारा 307, 34, भादवि. में मजरु खुजेमा पिता दाउद निवासी 19 सैफी नगर जिसकी एलीगेट फोम एण्ड फर्नीचर की 19 स्नेह नगर सपना संगीता मैन रोड स्थित फर्म है। जिसे अज्ञात 3 मोटरसाइकिल सवार द्वारा सिर में गोली मारकर हत्या का प्रयास किया।
पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री आबिद खान की टीम के साथ अपराध शाखा ने बारीकी से जांच की गई तो पाया कि मजरु खुजेमा का लड़का अदनान से पैसों के लेन देन को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। मजरु खुजेमा द्वारा अपने पुत्र अदनाान को 3 वर्ष पूर्व अपने घर से निकाल दिया था। अदनान ने अलीअसगर नामक दोस्त के साथ सेंसेक्स का बिजनेस चालू किया बिजनेस में करोड़ो रुपए का घाटा हो गया था। इसी समय अदनान ने प्रेम विवाह किया जो उसके पिता खुजेमा को स्वीकार नहीं था। अदनान अपनी पत्नी से बेहद प्रेम करता है। पैसे के लेन देन के विवाद में खुजेमा द्वारा अदनान की पत्नी के साथ गाली गलोच की थी। यह बात अदनान के दिल में घर कर गई। यह बात अदनान ने अपने पार्टनर अली असगर को बताई, तब दोनो ने मिलकर प्लान बनाया कि खुजेमा की क्यों न हत्या करवा दी जाये, जिससे पत्नी का बदला भी चुक चायेगा और प्रापर्टी से कर्जा भी निबट जायेगा। तब सुरेश यादव व अली असगर ने अदनान को बताया पिपली बाजार में सोनू पहलबान ऐसा काम करते है। तब अदनान और सुरेश, सोनू से मिले व प्रापर्टी की बातचीत हुई। इसी दौरान विशाल उर्फ सोनू से पिता की हत्या की 25 लाख रु में सुपारी दी जिसमें 4 लाख रु नगद दिए व अली असगर ने पार्टनरशिप के 8 लाख रु नगद सोनू को दिए व हार्ले डेविसन मोटरसाइकिल कीमत 4 लाख रु की विद्गााल उर्फ सोनू को दी। विद्गााल उर्फ सोनू ने राजू दूध वाले को जो पूर्व में मेंटेक्स गोली बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी उसमें पार्टनर था। राजू दूधवाला आपरााधिक प्रवृत्ति का है। सोनू ने राजू को 1 लाख 20 हजार रु व 2 एलसीडी बड़ी देकर हत्या की जिम्मेदारी सोंपी गई। राजू ने कुखयात बदमाद्गा मोंटी पुरी को हत्या की जिम्मेदारी दी। जब राजू, सोनू और मोटीं अपने 2 शूटरों को लेकर मोटरसाइकिलों से हत्या को अंजाम देने के लिए अदनान द्वारा अपने पिता की फोटो जिस पर पीछे पूर्ण पता लिखकर दुकान और घर का पता बताकर घटना को अंजाम देने के लिए भेजा। इस बीच चाल चल कर सोनू के कहने पर मुनीम सुरेश यादव ने अदनान को बताया कि निमरानी गांव मे ंएक बाबा मूठ के द्वारा तथा शूटरों के द्वारा हत्या करवाता है। तब अदनान, सुरेश यादव को साथ लेकर अपनी एक्सयूवी गाड़ी से निमरानी गए, जहां बाबा से मिलकर अपने पिता की हत्या के बारे में बाबा को बताया। तब बाबा ने इदरीश पिता सलीम खां निवासी सिंधी मोहल्ला धरमपुरी जिला धार का पता दिया तथा इदरीश का मोबाइल नं 9993277469 देकर कहा ये तुम्हारा काम कर देगें। तब अदनान ने इदरीश से सम्पर्क कर अपनें पिता खुजेमा की 5 लाख में हत्या करने की सुपारी दी। जिसमें 30 हजार रु इदरीश को दिए, तबइदरीश ने अपने साथी सहनबाज पिता मुहम्मद शिराज निवासीचंदन नगर, अब्दुल मनान पिता अब्दुल रज्जाक निवासी गंगा नगर तथा मुहम्मद आसिफ पिता अब्दुल अजीज निवासी सिग्नल बिहार महू के साथ अदनान द्वारा दी गई पिता की फोटो जिस पर पीछे पूर्ण पता लिखकर दुकान और घर का पता बताया। जिस पर इदरीश ने अपने साथियों के साथ खुजेमा की मोटरसाइकिलों से रैकी की तथा काम नही ंहो पाने पर इदरीश ने कहा कि बिना 4 पहिए की गाड़ी के रैकी नहीं हो पायेगी। तब अदनान ने नौलखा कार बाजार से 1 कार अल्टो इदरीश को दिलबाई, 35 हजार नगद दिए शेष राशि काम होने के बाद देने को कहा। इसी दौरान कर्ज लिए व्यक्तियों के पटठों द्वारा परेद्गाान किया जाने लगा तो अदनान ने इदरीश से कहा मुझे सुरक्षा के लिए पिस्टल दिलवाओ तब इदरीश ने प्रताप सिकलीगर से 1 पिस्टल एवं 23 कारतूस 15 हजार रुपए में खरीदकर 50 हजार रुपए में अदानान को दिए। इस प्रकार सोनू की चाल सफल होती दिखी अर्थात इदरीश की आड़ में खुद खुजेमा का विकेट गिराता तथा फसता इदरीश। इस बात की जानकारी अदनान को हुई इससे वह और खुश हुआ की दो पार्टी के लगने से काम पूरा होने की गारन्टी हो गई। 20 मार्च को सुरेश यादव दुकान से तथा अली असगर दुकान के सामने खड़े होकर लोकेशन दे रहा था। सोनू एवं राजू टावर चौराहे से मजरु खुजेमा की लोकेशन मोंटी पुरी एवं सूटरों को पल पल की लोकेशन बता रहा था । तब इनकी सूचना पर 20 मार्च 2015 को दिन शुक्रबार को घटना स्थल पर शूटरों ने खुजेमा को गोली मारकर घायल कर, घटना को प्री प्लान तरीके से अंजाम दिया गया।
मुखबिर की सूचना पुलिस महानिरीक्षक विपिन माहेश्वरी को मिली, जिस पर पूरी टीम द्वारा कड़ी मेहनत और लगन के साथ अदनान, इदरीश ,शहनबाज, मो आसिफ, अब्दुल मननान व विशlल उर्फ सोनू को पकड़ कर पिस्टल कारतूस जब्त कर वैधानिक कार्यवाही हेतू जूनी इन्दौर के सुपुर्द किया गया। फरार आरोपी अली असगर, राजू दूध वाला, मोंटी और उनके शूटरों की तलाश की जा रही है। राजू दूध वाला व इदरीश के विरुद्व कई प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है तथा मोंटी पुरी कुखयात सूची बद्व बदमाश होकर दर्जनों प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
इस संपूर्ण कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सीएसपी जूनी इंदौर शद्गिाकान्त के नेतृत्व में थाना प्रभारी जूनी इन्दौर पवन सिंघल, के साथ अपराध शाखा के उनि अशोक सिंह चौहान, सउनिनाथूराम दुबे, प्रआर. चंदर सिंह, रणबीर सिंह, ओमनाराण शुक्ला, आर अजीत यादव तथा हृदेश शर्मा का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
मुखबिर की सूचना पुलिस महानिरीक्षक विपिन माहेश्वरी को मिली, जिस पर पूरी टीम द्वारा कड़ी मेहनत और लगन के साथ अदनान, इदरीश ,शहनबाज, मो आसिफ, अब्दुल मननान व विशlल उर्फ सोनू को पकड़ कर पिस्टल कारतूस जब्त कर वैधानिक कार्यवाही हेतू जूनी इन्दौर के सुपुर्द किया गया। फरार आरोपी अली असगर, राजू दूध वाला, मोंटी और उनके शूटरों की तलाश की जा रही है। राजू दूध वाला व इदरीश के विरुद्व कई प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है तथा मोंटी पुरी कुखयात सूची बद्व बदमाश होकर दर्जनों प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
इस संपूर्ण कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सीएसपी जूनी इंदौर शद्गिाकान्त के नेतृत्व में थाना प्रभारी जूनी इन्दौर पवन सिंघल, के साथ अपराध शाखा के उनि अशोक सिंह चौहान, सउनिनाथूराम दुबे, प्रआर. चंदर सिंह, रणबीर सिंह, ओमनाराण शुक्ला, आर अजीत यादव तथा हृदेश शर्मा का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।