Tuesday, December 10, 2013

अंधेकत्ल का पर्दाफाश, रूपयों के लेन देन के कारण हत्या

इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- पुलिस अधीक्षक जिला इंदौर (पूर्व) श्री ओ.पी. त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 05.12.13 को जीपीओ परिसर में एक अज्ञात पुरूष उम्र करीब 28 वर्ष की लाश मिली थी। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतक के सिर में चोट पहुॅचाकर हत्या की गयी। इस संबंध में थाना संयोगितागंज पर अपराध क्रमांक 1296/13 धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपी के विरूद्व पंजीबद्व कर अनुसंधान में लिया गया था। अज्ञात मृतक की पहचान हेतु उसके फोटो के पम्पलेट छपवाकर सार्वजनिक स्थानों पर लगाये गये व अखबारों में भी प्रसारित कराया गया था। शहर के विभिन्न क्षैत्रों में अज्ञात मृतक की पहचान हेतु टीमें भेजी गयी थी।
अज्ञात मृतक की पहचान उसकी पत्नी यमुना बांगर व पिता मनोहर बांगर निवासी 396 कृष्णबाग कॉलोनी के द्वारा की गयी। मृतक जितेन्द्र पिता मनोहर बांगर था, जो ड्रायवर था। मृतक के पिता मनोहर बांगर ने बताया कि उसके पुत्र जितेन्द्र ने कुछ महीने पहले 16000 रूपयें, ऑटो हेतु बैंक से लोन दिलाने के लिये संतोष मखर निवासी 12 पार्करोड़ को दिये थे,  जितेन्द्र उक्त रूपयें संतोष से वापस मांग रहा थापरंतु संतोष रूपयें वापस नही कर रहा था। संतोष ने दिनांक 04.12.13 को जितेन्द्र को रूपयें वापस देने हेतु साकेत चौराहा पर बुलाया था, उसके पश्चात्‌ जितेन्द्र बांगर नही दिखा। इस आधार पर संदिग्ध संतोष माखर की तलाश उसके घर पर की गयी, परंतु वह घर से गायब मिला व घर पर ताला लगा मिला।
इससे पुलिस का संदेह बढ़़ गया, लगातार तलाश करने पर वह भमोरी में मिला, उसे हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गयी, तब उसने जुर्म स्वीकार करते हुये, जितेन्द्र की हत्या करना स्वीकार किया। उसने बताया कि जितेन्द्र 16000 रूपयें वापस मांगने के लिये उसे बहुत परेशान कर रहा था, कहता था तुने रूपया वापस नही किये तो तेरा घर जला दूंगा, तेरी औरत बच्चों को उठवा लूंगा, जब आरोपी ने रूपयें लौटाने का कोई आश्वासन नही दिया तब जितेन्द्र ने उसे, उसकी पत्नी के बारे में अशोभनीय बाते कही, इस बात से आरोपी काफी आक्रोशित हो गया। घटना दिनांक को शराब पीते समय, मृतक ने शराब में पेशाब मिलाकर आरोपी को पीने के लिये दिया, कि इसे पी जाओ तो पैसे छोड़ दूंगा। इससे रूष्ट होकर आरोपी ने मृतक की हत्या की योजना बनायी। वह जितेन्द्र को और शराब पिलाने केबहाने जीपीओ परिसर लाया और वहॉ भी शराब पिलाई व मृतक जितेन्द्र के सिर में वही पड़ी हुई पत्थर की फर्सी से चोटे पहुॅचाकर उसकी हत्या कर दी।
संतोष पूर्व में पोस्ट ऑफिस में चपरासी रह चुका है, उसने नकली आयकर अधिकारी बनकर वर्ष 2010 में एक व्यापारी से 09 लाख रूपयें ठग लिये थे। जिसका प्रकरण थाना पलासिया पर दर्ज है। यह अपराध दर्ज होने पर उसे पोस्ट ऑफिस से निकाल दिया गया था। जीपीओ परिसर उसका जाना पहचाना क्षैत्र होने से मृतक को वह यहॉ लाया तथा शराब पिलाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी संतोष माखर द्वारा अपनी पहचान छिपाने हेतु अपने बाल व मूंछे मुडंवा ली थी तथा पैसा एकत्र कर शहर से भागने की फिराक में था।
इस अंधेकत्ल को सुलझाने में थाना प्रभारी संयोगितागंज डी.एस. येवले, उपनिरीक्षक अजय गुर्जर, प्रआर. शोभाराम, आर. सतीश अंजाना, संजय मालाकार व शेरसिंह की भूमिका सराहनीय रही है। जिन्हे पुलिस अधीक्षक जिला इंदौर (पूर्व) द्वारा पुरूस्कृत किया जा रहा है।

जनरल इंश्योरेंस की फर्जी वाहन बीमा पॉलिसियॉं बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक आरोपी सुमित लुहाड़िया गिरफ्तार

इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- अतिरिक्तपुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री दिलीप सोनी ने बताया कि इन्दौर पुलिस को विगत कई दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि अज्ञात बदमाश जनरल बीमा कम्पनियों के नाम से वाहनों की फर्जी बीमा पांॅलिसीयांॅ बनाकर ग्राहकों से धोखाधडी कर अवैध आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहें हैं। इस संबध में रिलायंस जनरल इंश्योरेसं कम्पनी शाखा इन्दौर के उप प्रबंधक श्री राजेन्द्र छाबड़ा द्वारा भी पुलिस से संपर्क किया गया था। इस सूचना पर उप पुलिस महानिरीक्षक शहर श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) श्री अनिल शर्मा, क्राईम ब्रांच के अति. पुलिस अधीक्षक श्री देवेन्द्र पाटीदार एवं श्री दिलीप सोनी द्वारा अपने मातहतों को पतारसी हेतु लगाया गया था जिन्होंने अथक प्रयास कर फर्जी वाहन बीमा पांॅलिसी बनाने वाले गिरोह के एक सदस्य सुमित पिता विजय लुहाड़िया (जैन) उम्र 25 वर्ष नि. महावीर एवेन्यू मक्सी रोड उज्जैन को गिरफ्तार करनें में सफलता प्राप्त की है। 
             इस गिरोह में सुमित के अलावा एक अन्य सरगना आरोपी विनय पिता प्रेमचन्द जैन नि. उज्जैन भी है जो फिलहाल फरार हो गया है। इन दोनों बदमाशों ने उज्जैन शहर में सिद्वी विनायक ट्रेड सेन्टर शहीद पार्क स्थित दुकान न. 115, मेंआंॅफिस खोलकर अनाधिकृत रूप से रिलायंस कम्पनी की फर्जी वाहन बीमा पांॅलिसीयांॅ बनाने के लिए ग्राहकों से आंॅन लाईन प्रीमियम की राशी अपने खाते में जमा कराकर इंटरनेट के माध्यम से फर्जी पांॅलिसीयॉ तैयार कर ई-मेल आई डी द्वारा सम्बन्धीत ग्राहकों को भेज देते थे। ग्राहकों को यह बिल्कुल भी आभास नहीं हो पाता था कि बदमाशों द्वारा उन्हें इंटरनेट से भेजी गई बीमा पांॅलिसीयॉ फर्जी है। अभी तक गिरफ्तार आरोपी से फर्जीवाडा कर बनाई गई 43 वाहन बीमा पांॅलिसीया बरामद की है जिनकी गबन की गई प्रीमियम राशि लगभग पांच लाख रूपए है। आरोपीगण द्वारा जिस कम्प्यूटर सिस्टम के माध्यम से यह फर्जीवाडा किया जा रहा था उसका सी.पी.यू. भी बरामद किया जा चुका है जिसकी बारीकी से तकनिकी जांॅच की जा रही है। अभी तक इस गिरोह द्वारा विगत वर्षों में उपरोक्त बरामद की गई पांॅलिसीयों के अतिरिक्त अन्य कई फर्जी पांॅलिसीया भी बरामद होने की पूर्ण सम्भावना है। 
           इस गिरोह को पकडने में रिलायंस कम्पनी के उप प्रबंधक राजेन्द्र सिंह छाबडा, तथा बीमा कम्पनी से नियुक्त अन्बेषण अधिकारी आनन्द राठौर, उप पुलिस अधीक्षक अपराध श्री आर.सी.एस.राजपूत, थाना प्रभारीछोटी ग्वालटोली श्री आर.एन. शर्मा, उप निरी0 विनोद सिंह राठौर, प्र0आर0 अनिल सिलावट, आर0 जितेन्द्र परमार, योगेश परमार, जितेन्द्र सेन, देवेन्द्र सिहं एवं सुनील बिसेन की उल्लेखनीय भूमिका रही।     

06 वर्षीय बच्चे का अपहरण कर 09 लाख रूपयें की फिरौती मांगने वाले आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- पुलिस अधीक्षक जिला इंदौर (पूर्व) श्री ओ. पी. त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 9/12/2013 को थाना बाणगंगा क्षैत्र में अरबिन्दों अस्पताल के पिछे स्थित अल्फा एण्ड ओमेगा स्कूल से अज्ञात बदमाशों द्वारा 06 वर्षीय मासूम बच्चे राजवीर राठौर उर्फ राज का अपहरण स्कूल प्रबंधन को गुमराह करते हुये कर लिया गया था। दो आरोपीयो ़द्वारा स्कूल पहूचकर राजवीर के रिश्तेदार कि मृत्यु हो जाने से राजवीर को ले जाने हेतू कहा गया स्कूल संचालिका द्वारा बच्चे के परिजनो को फोन कर कन्फर्म किये जाने का प्रयास किया गया तभी आरोपी ने अपने मोबाइल से बच्चे के चाचा जीवन से संचालिका की बात करा दी असल में संचालिका द्वारा उक्त आरोपी के अन्य साथी राहुल को जीवन समझकर बात कर ली गई व बच्चे को आरोपी शुभम व गणपत के साथ जाने दिया गया जब अज्ञात व्यक्ति द्वाराआई टी आई के सामने स्थित एसटीडी से फोन कर 09 लाख रूपये की मांग करते हुऐ बालक के अपहरण की जानकारी उसके चाचा जीवन को दी गई तो वह घबरा गया। आरोपी द्वारा धमकी दी गई यदि किसी को खबर की गई तो बच्चे को जान से खत्म कर देगे, जीवन द्वारा स्कूल पहूचकर प्रबंधन से बात की गई तब बच्चे के अपहरण के संबंध में संम्पूर्ण जानकारी मिली किन्तू डर के कारण ना तो परिजनों को व ना ही पुलिस को सूचना दी गई शाम करीब 7:00 बजे जीवन द्वारा पुलिस को सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी योगेशसिंह तोमर द्वारा  तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुवे त्वरित कार्यवाही की गई पुलिस अधीक्षक श्री ओ.पी.त्रिपाठी द्वारा तत्काल गंभीरता पूर्वक कार्यवाही कर अपहृत बच्चे की बरामदगी हेतू संम्पूर्ण प्रयास करने हेतू निर्देशीत किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खॉन व सी.एस.पी परदेशीपुरा श्री अजय जैन भी तत्काल घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये थाना बाणगंगा पहूचे बच्चे की बरामदी हेतू अलग अलग टीमे बनाई गई। शंका होने पर आरोपी राहूल पिता बहादूर सिंह निवासी पचडेहरिया को कडाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसके अन्य तीन साथी शुभम, गणपतव जितेन्द्र बालक राजवीर को भवानी नगर स्थित जितेन्द्र के घर में लेकर बैठे है जिस पर तत्काल घेराबंदी कर सावधानी पूर्वक दबिश दी गई ताकी बच्चे को कोई नुकसान ना पहूचे इस प्रकार बच्चे को सकुशल बरामद कर चारो आरोपियों को गिरफतार कर लिया गया ।
आरोपियों से पूछताछ में कई तथ्य पुलिस की जानकारी में आए है गत वर्ष जीवन ने करीब 06 बीघा जमीन 74 लाख रूपये में बैची थी उनमें से करीब 60 लाख रूपये की जमीन ग्राम खंडीया देपालपूर में खरीद ली व शेष रूपये जीवन के पास बचे होने का अंदेशा आरोपियों को था साथ ही जीवन गांव में लोगों को पैसे भी उधार देता है इसलिये आरोपियों को आसानी से राजवीर के अपहरण उपरांन्त पैसे मिलने की संभावना थी ।
आरोपीयो द्वारा पहले पंचडेरिया गांव के शेखर राठौर के लडके आदित्य उम्र 05 वर्ष के अपहरण की योजना बनाई गई थी चूकिं शेखर प्रापर्टी का व्यवसाय करता है व उसकी माली हालत भी ठीक है किन्तू आदित्य स्कूल नही जाता अतः उसको घर से उठाने में आरोपियों के पहचाने जाने का खतरा था इस लिये उक्त योजना को इनके द्वारा बदल दिया गया ।
दिनांक 28/11/2013 को आरोपी राहूल के होनेवाले साले दिनेश की शादी में सभी आरोपी एकत्रीत हुये जहॉ राजवीर के अपहरण की योजना बनाई गई । अपहरण के उपरांन्त राजवीर को छूपाकर रखने हेतू आरोपी गणपत ने अपने भवानी नगर स्थित मकान के पिछे वाली गली में छोटू के बंद पडे कमरे में योजना बनाई थी किन्तू उक्त कमरे में छत पर चददर नही पडी है तथा ठंड अधीक बढ जाने से आरोपियों द्वारा राजवीर को वहा नही रखा जा सका ।
जीवन से रूपये एठ कर सभी आरोपी साथ मिलकर व्यवसाय डालना चाहते थें। राजवीर का अपहरण करने के उपरांन्त आरोपी शुभम व गणपत मोटर साईकल पर पहले उसे सूपरकॉरिडोर ले गये फिर मरीमाता भागीरथपूरा होते हुये आई टी आई ग्राउन्ड के सामने पहूचे जहा से फोन लगाया वहा से बापट चौराहा होते हुये विजय नगर होते हुये एमआर 10 के रास्ते बाई पास पर पहूचे व शाम तक उसे मोटर सायकल पर ही घूमाते रहे शाम होने पर  उसे जितेन्द्र की फैक्ट्री पर लेकर पहूचे जहॉ से वह उसे जितेन्द्र के घर भवानी नगर ले गये। 

14 संदिग्ध गिरफ्तार

इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- इन्दौर पुलिस द्वारा कल दिनांक 09 दिसम्बर 2013 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्धबदमाशो व ऐसे आदतन अपराधी जो अपनी आजीविका अपराध के बल पर ही चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए 14 संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा 109 जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।

10 स्थायी, 41 गिरफ्तारी व 190 जमानतीय वारन्ट तामील

इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- इन्दौर पुलिस द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में कल दिनांक 09 दिसम्बर 2013 को 10 स्थायी, 41 गिरफ्तारी व 190 जमानतीय वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी किये, यह वारन्ट तामील किये गये।

जुऑ खेलते मिलें 10 आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- पुलिस थाना चंदननगर द्वारा कल दिनांक 09 दिसम्बर 2013 को 21.45 बजे, मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर राजनगर इंदौर से ताश पत्तों द्वारा हारजीत का जुऑ खेलते मिलें जगदीश, ताराचंद्र, जितेन्द्र, घनश्याम तथा नानकराम को पकडा। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 6500 रूपयें नगदी तथा ताश पत्तें बरामद किये गये।
           पुलिस थाना भंवरकुऑ द्वारा कल दिनांक 09 दिसम्बर 2013 को 21.05 बजे,ट्रांसपोर्ट नगर इंदौर से ताश पत्तों द्वारा हारजीत का जुऑ खेलते मिलें अर्जुन तथा अकबर को पकडा। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 6000 रूपयें नगदी तथा ताश पत्तें बरामद किये गये।
           पुलिस थाना एमआईजी द्वारा कल दिनांक 09 दिसम्बर 2013 को 16.40 बजे, जगजीवनराम नगर इंदौर से ताश पत्तों द्वारा हारजीत का जुऑ खेलते मिलें आकाश, राजेश तथा सूरज को पकडा। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 3000 रूपयें नगदी तथा ताश पत्तें बरामद किये गये।
          पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरूद्व जुऑ एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्व कर कार्यवाही की जा रही है।