इन्दौर -दिनांक 10 दिसम्बर 2013- पुलिस अधीक्षक जिला इंदौर (पूर्व) श्री ओ. पी. त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 9/12/2013 को थाना बाणगंगा क्षैत्र में अरबिन्दों अस्पताल के पिछे स्थित अल्फा एण्ड ओमेगा स्कूल से अज्ञात बदमाशों द्वारा 06 वर्षीय मासूम बच्चे राजवीर राठौर उर्फ राज का अपहरण स्कूल प्रबंधन को गुमराह करते हुये कर लिया गया था। दो आरोपीयो ़द्वारा स्कूल पहूचकर राजवीर के रिश्तेदार कि मृत्यु हो जाने से राजवीर को ले जाने हेतू कहा गया स्कूल संचालिका द्वारा बच्चे के परिजनो को फोन कर कन्फर्म किये जाने का प्रयास किया गया तभी आरोपी ने अपने मोबाइल से बच्चे के चाचा जीवन से संचालिका की बात करा दी असल में संचालिका द्वारा उक्त आरोपी के अन्य साथी राहुल को जीवन समझकर बात कर ली गई व बच्चे को आरोपी शुभम व गणपत के साथ जाने दिया गया जब अज्ञात व्यक्ति द्वाराआई टी आई के सामने स्थित एसटीडी से फोन कर 09 लाख रूपये की मांग करते हुऐ बालक के अपहरण की जानकारी उसके चाचा जीवन को दी गई तो वह घबरा गया। आरोपी द्वारा धमकी दी गई यदि किसी को खबर की गई तो बच्चे को जान से खत्म कर देगे, जीवन द्वारा स्कूल पहूचकर प्रबंधन से बात की गई तब बच्चे के अपहरण के संबंध में संम्पूर्ण जानकारी मिली किन्तू डर के कारण ना तो परिजनों को व ना ही पुलिस को सूचना दी गई शाम करीब 7:00 बजे जीवन द्वारा पुलिस को सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी योगेशसिंह तोमर द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुवे त्वरित कार्यवाही की गई पुलिस अधीक्षक श्री ओ.पी.त्रिपाठी द्वारा तत्काल गंभीरता पूर्वक कार्यवाही कर अपहृत बच्चे की बरामदगी हेतू संम्पूर्ण प्रयास करने हेतू निर्देशीत किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खॉन व सी.एस.पी परदेशीपुरा श्री अजय जैन भी तत्काल घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये थाना बाणगंगा पहूचे बच्चे की बरामदी हेतू अलग अलग टीमे बनाई गई। शंका होने पर आरोपी राहूल पिता बहादूर सिंह निवासी पचडेहरिया को कडाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसके अन्य तीन साथी शुभम, गणपतव जितेन्द्र बालक राजवीर को भवानी नगर स्थित जितेन्द्र के घर में लेकर बैठे है जिस पर तत्काल घेराबंदी कर सावधानी पूर्वक दबिश दी गई ताकी बच्चे को कोई नुकसान ना पहूचे इस प्रकार बच्चे को सकुशल बरामद कर चारो आरोपियों को गिरफतार कर लिया गया ।
आरोपियों से पूछताछ में कई तथ्य पुलिस की जानकारी में आए है गत वर्ष जीवन ने करीब 06 बीघा जमीन 74 लाख रूपये में बैची थी उनमें से करीब 60 लाख रूपये की जमीन ग्राम खंडीया देपालपूर में खरीद ली व शेष रूपये जीवन के पास बचे होने का अंदेशा आरोपियों को था साथ ही जीवन गांव में लोगों को पैसे भी उधार देता है इसलिये आरोपियों को आसानी से राजवीर के अपहरण उपरांन्त पैसे मिलने की संभावना थी ।
आरोपीयो द्वारा पहले पंचडेरिया गांव के शेखर राठौर के लडके आदित्य उम्र 05 वर्ष के अपहरण की योजना बनाई गई थी चूकिं शेखर प्रापर्टी का व्यवसाय करता है व उसकी माली हालत भी ठीक है किन्तू आदित्य स्कूल नही जाता अतः उसको घर से उठाने में आरोपियों के पहचाने जाने का खतरा था इस लिये उक्त योजना को इनके द्वारा बदल दिया गया ।
दिनांक 28/11/2013 को आरोपी राहूल के होनेवाले साले दिनेश की शादी में सभी आरोपी एकत्रीत हुये जहॉ राजवीर के अपहरण की योजना बनाई गई । अपहरण के उपरांन्त राजवीर को छूपाकर रखने हेतू आरोपी गणपत ने अपने भवानी नगर स्थित मकान के पिछे वाली गली में छोटू के बंद पडे कमरे में योजना बनाई थी किन्तू उक्त कमरे में छत पर चददर नही पडी है तथा ठंड अधीक बढ जाने से आरोपियों द्वारा राजवीर को वहा नही रखा जा सका ।
जीवन से रूपये एठ कर सभी आरोपी साथ मिलकर व्यवसाय डालना चाहते थें। राजवीर का अपहरण करने के उपरांन्त आरोपी शुभम व गणपत मोटर साईकल पर पहले उसे सूपरकॉरिडोर ले गये फिर मरीमाता भागीरथपूरा होते हुये आई टी आई ग्राउन्ड के सामने पहूचे जहा से फोन लगाया वहा से बापट चौराहा होते हुये विजय नगर होते हुये एमआर 10 के रास्ते बाई पास पर पहूचे व शाम तक उसे मोटर सायकल पर ही घूमाते रहे शाम होने पर उसे जितेन्द्र की फैक्ट्री पर लेकर पहूचे जहॉ से वह उसे जितेन्द्र के घर भवानी नगर ले गये।
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