Saturday, October 5, 2019

“Black Ribbon Initiative” ''संकल्प'' अभियान के तहत 324वीं कार्यच्चाला संपन्न.



अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री वरूण कपूर द्वारा “Black Ribbon Initiative” के तहत सायबर जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है । इस लोकप्रिय अभियान की 324 वीं कार्यशला का आयोजन नरसी मुंजी इंस्टिट्‌यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, इंदौर के सभागृह में किया गया जिसमें 279 छात्र-छात्राओं व फेकल्टी ने भाग लिया व सायबर सुरक्षा के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री वरूण कपूर, अमनि द्वारा सायबर अपराध बढ़ने के कारणों को विस्तृत रूप से समझाया गया । सायबर अपराध बढ़ने का कारण सुरक्षा के मापदंड नहीं अपनाना, नियमों की जानकारी न होना एवं असली दुनिया के मापदंड वर्चुअल वर्ल्ड में अपनाना ही सायबर अपराध बढ़ने का मुखय कारण है । यह युग इंफार्मेशन का युग है, जिसके पास जितनी ज्यादा इंफार्मेशन होगी वह उतना ही सशक्त होगा । आजकल अपराधी भी हमारी सोशल मीडिया पर शेअर की गई जानकारी का उपयोग कर सायबर अपराध को अंजाम दे रहे है । कार्यच्चाला को संबोधित करते हुए श्री कपूर ने विशेष तौर पर छात्र-छात्राओं को डिजिटल फुटप्रिंट के बारेमें जानकारी प्रदान की गई । डिजिटल फुटप्रिंट कभी भी खत्म नहीं होते हैं इसलिये कोई भी गतिविधि सायबर वर्ल्ड में करने के पूर्व सोच समझकर करें क्योंकि यदि आपसे कोई अपराध घटित हो गया तो डिजिटल फुटप्रिंट के माध्यम से आसानी से पकड़ा जा सकता है। इसलिये डिजिटल वर्ल्ड/ डिजिटल मीडिया में कार्य करने के पहले सोचे,समझे व फिर कार्य करें व अच्छा फुटप्रिंट बनाए । सोशल मीडिया पर रखने वाली सावधानियों के बारे में बताते हुए यह बताया कि कभी भी अपना फोन नंबर व पता पोस्ट न करें पते में जगह का नाम ही बताना काफी है,पूरा पता कभी भी पोस्ट न करें जिससे अपराधी आपके घर के सामने आकर खड़ा हो सकें और आपकी जानकारी ज्ञात कर किसी प्रकार का अपराध घटित कर सकें । साथ ही कभी भी अपना स्टेटस समय व स्थान की जानकारी के साथ अद्यतन न करें । कार्यशाला में फायनेंसियल क्राईम और कार्पोरेट क्राईम में किस प्रकार से सायबर अपराध किये जा रहे है, इसकी भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई । इसके अतिरिक्त सायबर के विभिन्न अपराधों की जानकारी देते हुए श्री कपूर ने आगे बताया कि :-
·         आज जहॉं पूरा विश्व मोबाईल, इंटरनेट के माध्यम से आपस में एक हो गया है व दैनंदिन के समस्त कार्यों में इंटरनेट का उपयोग सामान्य बात है, वहीं सबसे तीव्र गति से बढ़ने वाला अपराध भी, सायबर अपराध है ।
·         सायबर बुलिंग,सायबर स्टॉकिंग,फेसबुक स्टॉकिंग,मार्फिंग, फेक प्रोफाईल, कॉल स्पूफिंग जियो टेगिंग, सायबर से जुड़े वे अपराध है जिनके बारे में जानकारी होना आवच्च्यक है। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं का सायबर वार फेअर, सायबर क्षेत्र में सिटीजन क्राईम के बारे में भी जानकारी दी गई ।
·         आधुनिक टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल सुरक्षित ढंग से करते हुए उसका इस्तेमाल अपने लाभ के लिये करें न कि दूसरों को नुक्सान पहुंचाने में ।
·         युवा सोच समझकर ही फेसबुक पर दोस्त बनाये । इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाईस का उपयोग करते समय हमेच्चा अपने मस्तिषक में सुरक्षा की बातों को बनाये रखें ।
·         वर्तमान्‌ में नागरिकों को नित नये-नये सायबर अपराधों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी जानकारी हमें समाचार-पत्रों/न्यूज चैनलों से प्रतिदिन प्राप्त हो रही है।
·         सायबर अपराधों को नियंत्रित करने व इसके दुष्प्रभावों से बचने का सबसे सशक्त माध्यम है युवाओं, छात्रों व आम नागरिकों की-जागरूकता ।

  इस कार्यशाला में शामिल छात्र-छात्राओं ने अपनी बातें प्रश्नों के माध्यम से रखी, जिनका समाधान श्री कपूर ने सहजता से किया। कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो सक्रिय छात्रों क्रमशः प्रखर एवं कु. खुशी कुमारी को श्री कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया।

छात्र-छात्राओं एवं अन्य स्टॉफ के साथ उपुअ सुभाष सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में संस्थान की ओर से डायरेक्टर डॉ. प्राची घारपुरे द्वारा श्री कपूर को मोमेंटों व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । कार्यक्रम का समन्वय डॉ. निरंजन शास्त्री द्वारा किया गया ।




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