Friday, June 10, 2016

पुलिस थाना द्वारकापुरी के फर्जी गोलीकाण्ड का पर्दाफाश, दोस्त के दुष्कर्म के प्रकरण में, गवाहों पर समझौते के लिये दबाव बनानें हेतु, रचा गया था झूठे गोलीकाण्ड षड़यंत्र


इन्दौर-दिनांक 10 जून 2016-पुलिस थाना द्वारकापुरी द्वारा दिनांक 8.06.16 को गोपुर चौराहे के पास के फर्जी गोलीकाण्ड का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
पुलिस थाना द्वारकापुरी क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 08.06.16 को रात्री मे 9.30 बजे नर्मदा चौराहा से गोपुर चौराहे के बीच रिंगरोड पर अंकित पंचोली पिता दिनेश पंचोली (22) निवासी 494 ए सेक्टर राजनगर अपने साथी अनिल पिता पन्नालाल वर्मा (22) निवासी 93 दामोदर नगर इन्दौर को अपनी मोटर सायकल क्र. एमपी/09/एनयू-4607 पर बिठाकर डी मार्ट मॉल से सामान खरीद कर अपने घर की तरफवापस जा रहा था, तो तभी रास्ते मे अंकित की मोटर सायकल को पीछे से लाल रंग की एफ.जेड. मोटर सायकल नंबर एमपी/09/एनई-1781 पर सवार दो लडको ने ओव्हर टेक कर कट मारी तो अनिल ने कट मारने से मना किया तो, उक्त मोटर सायकल सवारो ने अंकित को तमाचा मारा तथा अनिल वर्मा को बायी जांघ मे गोली मार दी। दोनो लडके एक दूसरे का नाम नितिन तथा अभिषेक ले रहे थे। उक्त घटना के बाद अंकित पंचोली ने मौके से 100 नंबर तथा 108 नंबर को सूचना देकर मदद चाही फिर घायल अनिल वर्मा को अपनी मोटर सायकल से ही जिला अस्पताल धार रोड ले जाकर ईलाज हेतु भर्ती कराया तथा अस्पताल मे अपने मित्र अनिल को नितिन एवं अभिषेक के व्दारा गोली मारना लिखाया।
                जिला अस्पताल धार रोड से उक्त घटना के संबंध में सूचना प्राप्त होने पर, तत्काल पुलिस को जिला अस्पताल भेजा गया एवं कन्ट्रोल रुम से सूचना प्रसारित होने पर थाना प्रभारी द्वारकापुरी एवं वरिष्ठ अधिकारीगण जिला अस्पताल पहुंचकर, घायल अनिल वर्मा तथा उसके साथी व घटना के चश्मदीद साक्षी अंकित पंचोली से घटना के बारे मे चर्चा की।   घटना के बाद अंकित पंचोली को मौके पर ले जाकर घटना स्थल का निरीक्षण किया तो घटना स्थलरिंगरोड जैसा सार्वजनिक स्थान है जहां रात्री के समय अंधेरा है उसके बाद भी अंकित पंचोली व्दारा घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकल का मेक, रंग, नंबर बिल्कुल स्पष्ट बताने के कारण एवं घायल को लगी गोली के प्रवेश एवं निकास के घाव के अवलोकन से घटना संदिग्ध प्रतीत हुइ। तब घटना स्थल की प्रारंभिक कार्यवाही कर अंकित के व्दारा बताये गये कथित आरोपी नितिन पिता गिरजाशंकर वर्मा (22) निवासी 14/20 गुरुकुल कालोनी राऊ एवं अभिषेक पिता महन्त शर्मा (23) निवासी 164/13 गणेश विहार कालोनी राऊ से पुछताछ की गई तो उक्त दोनो लडके अपने घरो पर मिले तथा घटना मे प्रयोग करना बतायी गयी मोटर सायकल भी नितिन वर्मा के घर पर मिली। पुलिस द्वारा दोनों से विस्तृत पुछताछ की गयी।
पुलिस द्वारा नितिन वर्मा के परिजनो से भी चर्चा की गयी तो, उसकी बहन सोनम वर्मा ने बताया गया कि, नितिन की चचेरी नाबालिग बहन के साथ दिनांक 20.04.16 को संदीप पिता जगदीश चौहान निवासी राऊ ने दुष्कर्म की घटना घटित की थी, जिसकी रिपोर्ट थाना राऊ मे अपराध क्रमांक 158/16 धारा 376,354,506 भादवि एवं 7/8 पास्को एक्ट के अंतर्गत होकर संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था जो अभी तक जेल मे है। उक्तप्रकरण मे संदीप के परिजन नितिन वर्मा के परिजनो पर राजीनामा करने के लिये दबाव बना रहे थे उक्त दबाव मे जब नितिन वर्मा के परिजन नही आये तो उन्हे किसी षडयंत्र के तहत फसाया जा रहा है।
               इस बात की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन मे अंकित पंचोली से पुनः पुछताछ की गयी तो अंकित ने बताया कि संदीप चौहान जो कि सी.आई.जेल मे बंद है, वह अंकित के घर के पास पूर्व मे परिवार सहित रहता था, जो कि उसका पर्व पडोसी होकर अच्छा दोस्त है। अंकित संदीप के पूरे परिवार से परिचित है। उक्त गोलीकाण्ड की घटना के 8 दिन पूर्व से संदीप के भाई मनोज चौहान ने अंकित से उसके घर पर जाकर सम्पर्क किया एवं उसे बताया कि तुम्हे कुछ रुपये दे देंगे दो चार डंडे पडेंगे फिर तुम नितिन एवं अभिषेक के नाम की उनकी मोटर सायकल का नंबर बता कर झूठी रिपोर्ट कर देना जिससे संदीप के प्रकरण मे नितिन वर्मा के परिजन समझौता कर लेंगे। इसके लिये जब अंकित तैयार नही हुआ तो, अंकित ने अपने मित्र अनिल वर्मा जिस पर कुछ कर्जा होकर उसे पैसो की आवश्यकता थी, उससे मनोज की बात कराई। फिर दोनो 06.06.16 को मनोज के घर पर जाकर मिले, तो 10-15 हजार रुपये मे अनिलवर्मा झूठी रिपोर्ट करने के लिये तैयार हो गया, तब मनोज ने नितिन वर्मा व उसकी मोटर सायकल को अंकित को दिखवाया। अभिषेक को अंकित पूर्व से जानता था क्योकिं अभिषेक पहले संदीप के चाचा के मकान मे किराये से रहता था। दिनांक 08.06.16 को रात्री 8.00 बजे डी मार्ट मे सामान लेने के लिये आकर वापसी के समय फर्जी षडयंत्र पूर्वक घटना कारित कराने का प्लान मनोज चौहान के व्दारा बनाया गया। उसी योजना के अंतर्गत अंकित पंचोली अपने दोस्त अनिल वर्मा को लेकर डी मार्ट से वापस जा रहा था तो एक मोटर सायकल पर सवार दो लडके जो चेहरे पर काला खाकी रंग का मास्क लगाये थे के द्वारा कट मारने की बात पर विवाद उपरांत अनिल को पैर मे गोली मारकर भाग गये। उक्त दोनो अज्ञात लडको के बारे मे पता करने हेतु मनोज चौहान के घर पर 08.06.16 की रात्री मे ही तलाश की गयी तो वह अपने घर से रात्री मे 10 बजे से ससुराल पिगडम्बर जाने की कहकर फरार है, जिसकी तलाश जारी है। मनोज चौहान के मिलने पर घटना मे प्रयुक्त पिस्टल एवं भाड़े के शूटर के बारें में जानकारी ली जावेगी। अभी तक की जांच से मनोज चौहान ने अपने भाई संदीप चौहान को दुष्कर्म के केस मे जेल से छुडाने के लिये पीडित पक्ष केपरिजनो को झूठे केस मे फसाने का षडयंत्र रचा है जिसमे अंकित एवं अनिल ने भी रुपये लेकर उसका सहयोग किया है। अंकित पंचोली के विरुव्द पूर्व में थाना चन्दननगर मे अप.कं्र 796/15 धारा 25,27 आर्म्स एक्ट अपराध पंजीबव्द हुआ था। पुलिस द्वारा उक्त संदिग्ध घटना अभी जांच की जा रही है, जांच मे मनोज चौहान एवं उसके व्दारा उपयोग किये गये शूटरो व घटना में सहयोगियों के बारे में जानकारी मिलने पर, दोषियो के विरूद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।

उक्त फर्जी प्रकरण का पर्दाफाश करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी द्वारकापुरी श्री राजीव त्रिपाठी एवं उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही।

अंकित पंचोली

अनिल वर्मा 

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