इन्दौर -दिनांक 15 अप्रेल 2014 - विकसित देशो में विकासशील देशो की अपेक्षा दुर्घटनाएं कम क्यों होती है ? जैसा कि सबको पता है अधिकतर दुर्घटनाएं बैलेन्स बिगडने से होती है, तो पुलिस इसमें क्या कर रही है ? ऐसे भी देखने में आता है कि बहुत छोटे बच्चे गाडी चलाते है, इसमें पुलिस क्या करती है ? पुलिस चालान का भय दिखाकर पहले ज्यादा पैसे मांगते है फिर कम पैसे लेकर छोड देते है ? उनके विरुद्ध क्या कार्यवाही होती है ? कुछ ऐसे ही प्रश्न सी.ए.टी के बच्चों द्वारा क्राईम प्रिवेन्शन एजुकेशन एवं ट्रेफिक अवेरनेस प्रोग्राम के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, यातायात सुश्री अंजना तिवारी एवं उप पुलिस अधीक्षक, यातायात अरविन्द तिवारी 400 बच्चों से रूबरू हुये तो बच्चों द्वारा बडे गंभीर विषयों पर पुलिस अधिकारियों से प्रश्न किये गये। पुलिस अधिकारियों द्वारा न केवल बच्चों की जिज्ञासाओं को शांत किया गया अपितु बच्चों को यह भी बताया कि वे कैसे पुलिस की मदद कर सकते है साथ ही अपनी हिफाजत भी कर सकते है। बच्चों द्वारा पूछे गये मुखय प्रश्न निम्नानुसारहै :-
प्रश्न क्र. 1 सड़को पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं बैलेन्स खोने के वजह से होते है ? पुलिस इसमें क्या करती है ?
उत्तर यह सही बात है कि दुर्घटनाओं का मुखय कारण बैलेन्स खोना भी होता है, जहां तक यांत्रिकी गलती है तो उसके सड़क निर्माण के दौरान योग्य इंजीनियरों द्वारा बनाया जाता है किन्तु बैलेन्स खोने का मुखय कारण ओव्हर स्पीडींग, गाडी चलाते समय मोबाईल पर बात करना, गाडी ध्यान से न चलाना भी होते है ।
प्रश्न क्र. 2 क्या गढढे भी दुर्घटना का कारण है ?
उत्तर जी हॉ, इसलिये अन्य विभाग निरंतर इस ओर विशेष ध्यान देते है अथवा कई बार यातायात विभाग द्वारा भी इस ओर उनका ध्यानाकर्षण किया जाता है ।
प्रश्न क्र. 3 ओव्हर स्पीडींग कैसे कम हो सकती है ?
उत्तर यातायात पुलिस के पास वर्तमान में एक स्पीड राडार है, जिसका उपयोग हम आकस्मिक चैकिंग के दौरान करते है, किन्तु इस ओर आमजनता को जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है ।
प्रश्न क्र. 4 दुबई में स्पीड नियंत्रण हेतु एक टेक्नॉलाजी का उपयोग किया जाता है, क्या ऐसी किसी तकनीकी का भारत में उपयोग नही किया जा सकता है ?
उत्तर वर्तमान में इन्दौर शहर में स्पीड ग्वर्नर तकनीकी का उपयोग,आरटीओ की सहायता से भारी वाहनों की गति नियंत्रण हेतु किया जा रहा है ।
प्रश्न क्र. 5 दुर्घटनाओं के समय हमें क्या करना चाहियें ? देखने में आता है कि पुलिस मदद करने वाले को ही परेशान करती है ?
उत्तर दुर्घटना के समय प्राथमिक तौर पर आप तत्काल 108 एवं 100 नम्बर पर पुलिस को सुचित कर सकते है, वर्तमान में इन्दौर सिटीजन कॉप के माध्यम से भी सुचित कर सकते है और आपकी सूचना गोपनीय रखी जाती है। माननीय न्यायालय के स्पष्ट आदेश है कि यदि दुर्घटना होने पर कोई मदद करता है और वह यदि अपनी पहचान छुपाना चाहता है तो उसकी जानकारी गोपनीय रखी जायेगी ।
प्रश्न क्र. 6 कई छोटे बच्चों को गाडी क्यों दी जाती है। इस संबंध में वास्तविक नियम क्या है ?
उत्तर 16 वर्ष तक के बच्चों को गाडी चलाने हेतु नही दी जाना चाहियें । 16 वर्ष के बाद आरटीओ से लर्निंग लायसेंस बनाया जाता है इसके बाद भी माता-पिता का दायित्व होता है कि बच्चों को भीडवाले स्थानों पर गाडी न दें फिर भी यातायात पुलिस द्वारा आकस्मिक चैकिंग के दौरान ऐसे बच्चे वाहन चलाते पाये जाते है तो वाहन स्वामी पर भी चालानी कार्यवाही की जाती है ।
प्रश्न क्र. 7 अक्सर यातायातपुलिस द्वारा चालान का भय दिखाकर रिश्वत लेते है । क्रेन में भी यही स्थिति आती है ?
उत्तर यातायात पुलिस द्वारा जब भी किसी के विरुद्ध चालानी कार्यवाही की जाती है, तो उसकी रसीद भी दी जाती है। वर्तमान में इन्दौर शहर में 10 क्रेन संचालित हो रही है, जिनमें वाहन टो करने हेतु कर्मचारी भी होते है लेकिन उनके साथ में भी यातायात का एक वर्दी में जवान होता है जो आपके वाहन पर कार्यवाही करने के लिये प्राधिकृत होता है तथा उसके द्वारा भी पैसे लिये जाने पर रसीद दी जाती है ।
प्रश्न क्र. 8 विकसित देशों में दुर्घटनाएं विकासशील देशो से कम होती है क्यों ?
उत्तर विकसित देशों में वाहन की संखया अधिक होती है किन्तु वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का स्वयमेव पालन किया जाता है । जिस देश की जनता स्वयं विवेक से जितनी अधिक जागरूक होगी उतना ही उस देश में दुर्घटनाओं की संखया कम होगी । फिर वह देश विकसित हो या फिर विकासशील देश ।
प्रश्न क्र. 9 क्या बीआरटीएस के कारण जाम एवं दुर्घटना की स्थिति बनी है ?
उत्तर बीआरटीएस कॉरीडोर लगभग 11 किमी क्षेत्र में विकसित है, जिसमें लगभग 3 स्थानों पर बॉटल नेक की स्थिति है, जिस कारण कईबार जाम की स्थिति बनती है किन्तु उक्त स्थानों पर भी यातायात नियमों का पालन किया जाये तो स्थिति सामान्य रहती है ।
प्रश्न क्र. 10 रेल्वे क्रासिंग पर जाम होता है वहां पुलिस बल क्यों नही लगाया जाता है ।
उत्तर आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन्दौर में लगभग 10 लाख से अधिक वाहन है तथा यहां कि जनसंखया एवं क्षेत्र दिन-प्रतिदिन बढता जा रहा है लेकिन उनके नियंत्रित करने के लिये हमारे पास हमें मिलाकर 304 का बल है, जो पूरे शहर के यातायात व्यवस्था के साथ-साथ शहर में आने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों के लिये भी मार्ग नियंत्रण का कार्य करते है जिस कारण सभी स्थानों पर बल लगाया जाना संभव नही है और ओव्हर ब्रिज के बाद यह स्थिति ठीक हो जायेगी ।
इसके उपरान्त सर्वश्रैष्ठ प्रश्न पुछने वाले सात्विक तिवारी, चिरजीव कौर, अन्नया विश्वास, हर्ष जायसवाल रजत गुप्ता को पुरूस्कृत किया । इन्दौर पुलिस द्वारा चलाई जा रही सिटीजन कॉप एप्लीकेशन के बारें में विस्तृत परिचय देते हुये बताया कि यह एप्लीकेशन किस प्रकार आपकी सहायता कर सकती है, विपरीत परिस्थितियों में किस प्रकार आप तत्काल पुलिस से संपर्क कर सकते है इसके अलावा किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों कीसुचना आप किस प्रकार पुलिस को दे सकते है ।