Friday, May 25, 2018

· सराफा स्थित चांदी के थोक व्यापारी की दुकान से चांदी के जेवरातों की चोरी करने वाला नौकर, क्राईम ब्रांच इन्दौर की गिरफ्त में । · चाँदी के थोक व्यापारी के यहाँ पिछले दो सालों से उनके ही नौकर द्वारा की जा रही थी, चाँदी के आभूषणों की सेंधमारी। · आरोपी के कब्जे से चोरी किए गए चाँदी के 20 किलो जेवरात कीमत करीबन 10 लाख रुपये व एक सोने का कड़ा कीमत करीबन 25 हजार रुपये जप्त। · आरोपी नौकर सराफा व्यापारी के यहाँ पिछले 15 सालों से कर रहा था काम।



इन्दौर-दिनांक 25 मई 2018-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरीनारायणाचारी मिश्र द्वारा शहर मे नकबजनी व चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने व इनमे संलिप्त आरोपियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा उप पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच एवं थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच की टीमों को इस दिशा मे प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा-निर्देश दिये गए।
इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा बड़ा सराफा के व्यापारी अनिल जैन के यहां चाँदी के आभूषणों की चोरी को ट्रेस करने के लिए थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच के नेतृत्व मे थाना सराफा के साथ एक सयुंक्त टीम का गठन किया गया व मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। चाँदी के व्यापारी अनिल जैन द्वारा कुछ दिन पहले जनसुनवाई मे एक शिकायत की थी कि बड़ा सराफा स्थित उनकी चाँदी कि दुकान से चाँदी के जेवरात गायब हो रहे है व उन्हे उनके यहां काम करने वाले नौकरों में विशेष रूप से पवन मोर्य पर शक है। इस पर से क्राइम ब्रांच एवं थाना सराफा की सयुंक्त टीम द्वारा व्यापारी कि दुकान का बारीकी से मुआयना किया गया तथा घर-दुकान के सभी नौकरों से गहन पूछताछ की गयी व आसपास के दुकानदारों से इस बारे मे चर्चा की गयी जिसमे दो बातें सामने आयी, पहली जिस दिन से व्यापारी अनिल जैन ने चोरी की शिकायत की है उस दिन से पवन मोर्य काम पर नहीं आया, दूसरी बात यह सामने आई कि पवन जब दुकान पर रहता था तो बार-बार बाथरूम करने के बहाने दुकान से बाहर जाता था इस पर से पवन मोर्य पर शक और गहरा हो गया तो और उसकीतलाश शुरू की गयी। पवन मोर्य मूलतः रायबरेली (उप्र) का रहने वाला है व उसका ससुराल प्रजापत नगर इंदौर मे है और वहीं पास मे किराए से रहता है। टीम द्वारा उसके ससुराल वालों से पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा पवन के बारे मे सही जानकारी नहीं दी गयी व पिछले कई दिनो से उसे अपने गाँव उत्तर प्रदेश जाना बताया टीम द्वारा मुखबिरो को सक्रिय किया गया। जैसे ही पवन के इंदौर आने की सूचना मिली तो क्राईम ब्रांच व थाना सराफा की सयुंक्त टीम द्वारा पवन मोर्य को घेराबंदी कर गिरफ्त में लिया गया। 
पूछताछ करने पर आरोपी पवन ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि वह पिछले दो-तीन सालो से अपने मालिक की सराफा स्थित सोने व चाँदी की दुकान से लगभग रोजाना कभी चाँदी के पायल, कन्दोरे, बिछिया आदि आभूषण, सेठ व अन्य नौकरों से नजरें बचाकर चुपके से अपनी जेब मे रख लेता था और बाथरूम के बहाने बाहर आकार सेठ द्वारा चलाने के लिए दी गई एक्टिवा की डिक्की में रख लेता था व बाद मे घर जाकर अलमारी मे छुपा देता था। पवन ने बताया कि पालिताना तीर्थ मे मालिक के नाती के हाथ मे से 25 हजार रुपये का सोने का कडा भी उसी ने चुराया था।  पवन द्वारा तीन सालपहले हुई स्वयं की शादी व बेटे की बीमारी मे हुए खर्चे के कारण ही अपने ही मालिक के यहां सराफा स्थित दुकान से लगभग 20 किलो चाँदी के जेवरातों की चोरी करना बताया। पवन स्थायी रूप से गाँव खरगवनपुर, तहसील ऊंचाहार, जिला रायबरेली, थाना गदागंज, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है व शिकायत होते ही पकड़े जाने के डर से वह उत्तर प्रदेश स्थित अपने गाँव भाग गया था
पवन के नाना नंदलाल मोर्य भी अनिल जैन सेठ के यहां ही काफी सालों से काम करते थे। पवन के मामा भी अनिल जैन के फार्म हाउस मे काम करते है जो की काफी ईमानदार व विश्वसनीय है और पवन के नाना ने ही बचपन मे ही पवन को साथ लाकर व्यापारी सेठ के यहाँ काम पर लगाया था। जल्दी अमीर बनाने व लालच के कारण ही पवन ने इस चोरी को अंजाम दिया, जिस पर से पवन के विरुद्ध थाना सराफा मे अपराध क्र0 68/18 धारा 381 भा00वि0 का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। उक्त प्ररकण में पुलिस द्वारा आरोपी पवन मौर्य को गिरफ्तार कर, उसके कब्जे से 20 किलो चाँदी व एक सोने का कडा जप्त किया गया। कुछ और जेवरात आरोपी पवन मोर्य द्वारा कहां और किसे बेचे गए है इस संबंध में पूछताछ जारी है।



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