Monday, March 19, 2018

क्राईम ब्रांच इन्दौर एवं थाना किशनगंज की संयुक्त टीम ने किया, किशनगंज क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल का पर्दाफाश, हत्या में संलिप्त तीनों आरोपी गिरफ्तार ।


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·        महिला से दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने वाले जीजा-साले व लाश को ठिकाने लगाने में मदद करने वाली, मृतिका की मुंहबोली बहन भी हुई गिरफ्तार
·        आरोपियों से घटना में प्रयुक्त वाहन सहित मृतिका का मोबाइल व कपडे़ आदि बरामद।

इन्दौर-दिनांक 19 मार्च 2018- पुलिस थाना किशनगंज के ग्राम आमाचंदन में सडक किनारे एक डिब्बे में सड़ी हुई लाश मिली थी जिस पर से थाना किशनगंज में मर्ग जांच पर से अपराध क्रमांक 121/18 धारा 302, 201 भादवि के तहत दिनांक 13.03.18 को पंजीबद्ध किया जाकर थाना किशनगंज द्वारा विवेचना में लिया गया। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर (शहर) श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा उक्त अंधेकत्ल के आरोपियों की पतासाजी कर उन्हे शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अघीक्षक मुखयालय इंदौर श्री मो0 युसूफ कुरैशी व पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री विवेक सिंह के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (महू) श्री नागेन्द्र सिंहएवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) श्री अमरेन्द्र इंदौर द्वारा उक्त अंधेकत्ल के प्रकरण में अज्ञात आरोपियों की पतासाजी किये जाने हेतु, क्राईम ब्रांच इंदौर तथा पुलिस थाना किशनगंज की टीमों को योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी कार्यवाही करने के लिये समुचित दिशा निर्देश दिये गये।
उक्त प्रकरण में मृतक की शिनाखतगी एवं प्रकरण के आरोपियों की पतारसी क्राईम ब्रांच इंदौर व थाना किशनगंज की टीम द्वारा की जा रही थी। इसी दौरान क्राईम ब्रांच की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि आमाचंदन में मिली लाश का आरोपी रामप्रसाद अपने जीजा के साथ बंगाली चौराहे के पास सूरज नगर में है। मुखबिर की सूचना की तस्दीक करते हुये क्राईम ब्रांच की टीम ने थाना किशनगंज पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही करते हुये सूरज नगर इंदौर से रामप्रसाद व उसके जीजा को पकड़ा। आरोपियों से नाम पता पूछने पर उन्होंनें अपने नाम क्रमश रामप्रसाद विश्वकर्मा व तुलसी विश्वकर्मा स्थाई निवासी जिला दमोह का होना बताया। आरोपियों से पुलिस टीम द्वारा विस्तृत पूछताछ की गई जिसमें आरोपी रामप्रसाद पिता बेनीप्रसाद विश्वकर्मा (23) ने बताया कि वह स्थाई निवासी गांव खागर तहसील इमलिया थाना इमलिया दमोह का है व उसके माता पिता गांव में रहते है। आरोपी का एक भाई लखन विश्वकर्मा व दो बहन प्रेमबाई पति तुलसी विश्वकर्मा निवासी टोहरी सागोनी दमोह व लक्ष्मी पति लक्ष्मण विश्वकर्मा खाटा रोड मुडिया दमोह के रहने वाले है, जिसमें भाई लखन इन्दौर में रहता है।
आरोपी रामप्रसाद ने पूछताछ में बताया कि वह 10-12 साल से अपने भाई लखन विश्वकर्मा के साथ इंदौर में रह रहा हूं ओर गाड़ी चलाता हू। आरोपी ने बताया कि आज से करीबन 6 महीने पहले आरोपी की जान पहचान अनिता पिता दुलीचंद उम्र 24 साल निवासी ग्राम अंजन जिला खरगोन से मूसाखेडी इंदौर में हुई थी। अनिता पहले से ही शादी-शुदा थी, वह अपने माता पिता एवं पति को छोड़कर इंदौर रह रही थी। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि अनिता ने मूसाखेड़ी में एक धर्म की मॉ बनाई थी जिसका नाम माया बाथम पति जगदीश बाथम उम्र 37 साल निवासी मूसाखेडी है, जो अपने पति के साथ मूसाखेडी चौराहे पर फल का ठेला लगाती है। माया बाथम की एक लडकी पूजा बाथम उम्र 17 साल व एक लडका विशाल बाथम उम्र 12 साल है। आरोपी रामप्रसाद ने अनीता से शादी कर ली थी तथा अनीता की शादी उसकी मुंह बोली मांमाया के मूसाखेडी में स्थित निवास से की थी। शादी के बाद आरोपी अपनी पत्नि अनीता के साथ अपने गांव चला गया था।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पूजा बाथम मेरी मानी हुई साली है, जिसने कुछ समय पहले भाग कर संजय सिलावट निवासी आजादनगर इंदौर से शादी कर ली थी, जिसकी रिपोर्ट उसकी मां माया ने थाना आजाद नगर में कर दी थी। उपरोक्त प्रकरण में पुलिस ने दोनों को पकड लिया था और संजय को बलात्कार एवं अपहरण के प्रकरण में जेल में निरूद्ध किया था और पूजा को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया था। आरोपी द्वारा बताई गई बात की तस्दीक की गई तो पाया कि माया बाथम ने अपनी लडकी के अपहरण की रिपोर्ट आजादनगर में दर्ज कराई थी जिसके परिपेक्ष्य में थाना आजादनगर में अपराध क्रमांक 275/17 धारा 363,366,376 भादवि व पास्को एक्ट के तहत्‌ पंजीबद्ध किया जाकर कार्यवाही कर लडकी के मिलने पर अपहरणकर्ता संजय सिलावट को बलात्कार के प्रकरण में पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था। पूजा बाथम अपनी मां के साथ नही रहना चाहती थी वह संजय सिलावट के साथ रहना चाहती थी चुंकि संजय जेल में था इस कारण मृतिका पूजा बाथम अपनी मुंह बोली बहन अनिता व जीजारामप्रसाद के किराये के घर बंगाली चौराहे के पास आकर रहने लगी थी, जिसकी जानकारी उसके मां-बाप को नहीं थी।
आरोपी ने बताया कि जब पूजा उनके साथ रहने लगी तो उस पर खर्चे का अधिक भार आ गया जिसके लिये उसने अपनी पत्नि अनिता को पूजा को उसके घर छोडने के लिये बोला, लेकिन उसकी पत्नि पूजा को नही छोड़ना चाहती थी और इस बात से कई बार उनकी उनमें आपस में लडाई हो जाती थी। इस बात से आरोपी बहुत परेशान था व उसने अपने जीजा तुलसी विश्वकर्मा को गांव टोरी दमोह से इंदौर बुला लिया था, जिस पर उसका जीजा तुलसी, होली से कुछ दिन पहले इंदौर आकर उसके यहां किराये के घर में रहने लगा। आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नि अनिता अपनी मुंह बोली मां माया बाथम के यहां जाकर रुक गई थी, ताकि माया देवी को शंका न हो कि पूजा उसके पास है। आरोपी ने बताया कि वह, पूजा के साथ रहने से बहुत परेशान हो गया था और इस कारण पति-पत्नि में लडाई झगडा होता रहता था, जिसने ये सारी बात अपने जीजा तुलसी को बताई थी। पूजा बाथम व आरोपी का जीजा तुलसी व आरोपी रामप्रसाद अपने किराये के घर पर रुके हुए थे, उस दिन आरोपी ने अपने जीजा केसाथ मिलकर पूजा के साथ दुष्कर्म किया, जिसकी शिकायत करने के लिये पूजा नें अनीता को फोन लगाने की कोशिश क तब, आरोपी ने उसके जीजा के साथ मिलकर पूजा का गला दबा कर मार डाला। उसके बाद अपनी पत्नी अनिता को फोन लगाकर बताया कि पूजा उठ नही रही है तो अनीता ने अपने किराये के मकान में वापस आकर देखा कि पूजा मर चुकी है। राम प्रसाद के कहने पर अनीता ने पूजा के कपडे बदले, फिर रामप्रसाद ने उसे बोला कि तुम मां के यहां जाओ में इसकी लाद्गा ठिकाने लगाता हूं नहीं तो हम फंस जायेगें। उसके बाद रामप्रसाद ने जीजा तुलसी के साथ मिलकर डिब्बे में लाद्गा रखकर पूजा के कपडे़ ओर बॉडी कार्टून में बंद करके उसे चद्दर में लपेट करके इंडिका गाडी से आमाचंदन ग्राम थाना किशनगंज क्षेत्र में फेक दिया।
आरोपी रामप्रसाद के जीजा तुलसी पिता गोपाल विश्वकर्मा उम्र 31 साल निवासी स्थाई गांव टोरी थाना तेजगढ जिला दमोह से पूछताछ की जिसमें उसने बताया कि वह फर्नीचर का काम करता है। उसकी शादी प्रमेबाई से हुई 3-4 साल पहले हुई थी जो ग्राम खागर दमोह की रहने वाली है। आरोपी के दो साले है लखन व रामप्रसाद व एक साली लक्ष्मी है। आरोपी ने बताया कि उसके साले रामप्रसादने जनवरी में अनिता निवासी मूसाखेडी से शादी की थी, जो कि अनिता की शादी उसकी मुंह बोली मां ने की थी। होली के कुछ दिन पहले रामप्रसाद नें फोन किया था जीजा इंदौर आ जाओ तो में इंदौर आया ओर रामप्रसाद के किराये के मकान बंगाली चौराहे पर गया। वहां पर रामप्रसाद उसकी पत्नि अनिता व रामप्रसाद की साली पूजा थे। होली के कुछ दिन पहले अनिता, अपनी मां के यहा मूसाखेडी चली गई तब एक दिन रामप्रसाद नें मुझे बताया कि उसकी साली पूजा ने भाग कर शादी की है, उसके पति संजय सिलावट को उसकी मां माया ने जेल करा दी है। पूजा मेंरे यहां रह रही है जिसके बारे में किसी को नहीं मालूम है। रामप्रसाद इस बात से परेशान था कि उसकी पत्नि पूजा को अलग नही करना चाहती थी इस कारण रामप्रसाद पूजा पर गुस्सा था कि उसके कारण परिवार टूट रहा है। आरोपी ने बताया कि दिनांक 4-3-18 को जब अनिता अपनी मां के यहां थी, तब पूजा कमरे मे थी, तो सुबह में  आरोपी ने रामप्रसाद के साथ े मिलकर पूजा के साथ बलात्कार किया तो, पूजा नें शिकायत करने की धमकी दी और शिकायत करने के लिये फोन उठाया व अनीता को फोन लगाने लगी तो दानों आरोपियों ने पूजा को पकड़लिया ओर गला दबाकर मार दिया। उसके बाद अनिता को फोन करके बताया कि पूजा उठ नही रही है तो अनिता घर आई ओर पूजा को देखा उसके बाद राम प्रसाद के कहने पर अनिता ने पूजा के कपडे बदले उसके बाद में अनिता को उसकी मां के यहां छोड आया और फिर पूजा की लाश को डिब्बे में पैक करके चद्दर में लपेट कर रामप्रसाद किसी की इंडिका गाडी लाया उसमें रखकर फेंक आये ओर पूजा के जो कपडे घर रखे थे वो भी फेक आये। उसके बाद दूसरे दिन आरोपी तुलसी, अनीता को लेकर गांव भाग गया था। जब रामप्रसाद नें फोन लगाकर बोला कि कोई दिक्कत नहीं है इंदौर आ जाओ तो आरोपी तुलसी वापस इंदौर आ गया था जिसे बाद में पुलिस ने सूरज नगर इंदौर से गिरफ्तार कर लिया है ।
आरोपियां अनिता पति रामप्रसाद विश्वकर्मा उम्र 25 साल स्थाई निवासी अंजन गांव खरगौन हाल निवासी बंगाली चौराहा इंदौर ने पूछताछ में बताया कि, मेरीे सगी मां का नाम लाचा व पिता का नाम दुलीचंद है वे दोनो आंजानगांव जिला खरगोन के रहने वाले है। मेरी शादी मेरे माता पिता ने 08 साल पहले फतेसिह निवासी खोईगांव से हुई थी शादी के बाद हम दोनो से दो लडकी पैदा हुई थी। मेरी बहनसंगीता की डिलीवरी के समय में इंदौर उसके पास आकर रहने करीबन डेढ साल मुसाखेडी व आसपास किराये के कमरा लेकर साथ रही। उसके बाद में अपनी बहन से अलग मुसाखेडी मे रहने लगी वहां मेरी जान पहचान मायाबाई व उसके पति जगदीश बाथम निवासी मुसाखेडी से होने के कारण मैने उन्हे मुंहबोले माता-पिता बनाकर उनके साथ रहने लगी। उनकी एक लडकी पूजा व लडका विशाल था। आरोपिया का मुंहबोला पिता शराब पीकर विवाद करता था इस कारण अनीता ने वहा से अर्पित नर्सिंग अस्पताल मे सफाई का काम करते हुए, अस्पताल मे रहने लगी, उसके बाद वहं इंदौर में घरू काम करके अपना गुजर बसर करने लगी। इसी बीच पता चला कि आरोपिया की मुंहबोली मां माया की लडकी पूजा किसी संजय नाम के लड़के के साथ भाग गई। वह अपने मुंहबोले माता-पिता से अलग रह रही थी, इस बीच उसकी रामप्रसाद विश्वकर्मा से दोस्ती हुई थी, जो ड्रायवरी करता है, उसने आरोपिया को काम पर लगवाया था। फिर अनिता ने रामप्रसाद के साथ शादी कर ली। आरोपिया मायाबाई के यहा मुसाखेडी में 05-06 दिन तक रही इस बीच पूजा वापस मुसाखेडी से भाग गई। उसके दो दिन बाद पूजा का फोन आया व बोली की उसे रहने के लिये मददचाहिये। मम्मी पापा पकड लेगे तो मार डालेंगे, संजय जैसे ही जेल से छुट जायेगा तो वह चली जाएगी। आरोपिया ने पूजा को साथ में रहने के लिये अपने पति को मना लिया व उसे अपने किराये के घर में रहने के लिये बुला लिया। इसी दरमियान आरोपिया अपनी माता के यहां चली गई तत्समय उसके पति व जीजा ने उसकी मुंह बोली बहिन पूजा के साथ बलात्कार किया व उसका गला दबाकर उसे मार डाला, जिसकी लाद्गा ठिकाने लगाने में आरोपिया ने अपने पति व जीजा की मदद की थी। पुलिस को मिली लाद्गा की शिनाखतगी मृतिका की मां से कराई गई, जिसने उसकी पहचान अपनी पुत्री पूजा के रूप में की।
पुलिस द्वारा घटना में संलिप्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायालय में पेद्गा करने के उपरांत पुलिस रिमाण्ड ली जाकर विस्तृत पूछताछ की जावेगी।



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