Friday, January 19, 2018

लाटरी खुलने के नाम पर लोगों से लाखों रूपये की ठगी कर धोखाधडी के मामले में फरार व ईनामी आरोपी क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में, आरोपी अपने साथियों के साथ दूरसंचार कंपनी (आईडिया, एयरटेल व अन्य) का कर्मचारी बन करता था फोन, आरोपी था ठगी करने वाली गैंग का मुख्य सरगना, हजारों लोंगों से कर चुकी है यह गैंग ऑनलाईन ठगी


इन्दौर-दिनांक 19 जनवरी 2018- शहर में पंजीबध्द अपराधों में फरार चल रहे ईनामी आरोपियों की धरपकड़ कर उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करनें के निर्देश पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र दियें गयें है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) श्री अमरेन्द्रसिहं चौहान द्वारा क्राइम ब्रांच की टीमों को ऐसे फरार अपराधियों की धरपकड़ के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने हेतु लगाया था।
उक्त निर्देश पर कार्यवाही के दौरान क्राईम ब्रांच थानें पर पंजीबद्ध अप.क्र. 05/17 धारा 406, 419, 420, 120-बी भादवि में फरार चल रहे आरोपी 1. हरिओम यादव नि. ग्राम थोना तह. निवारी जिला टिकमगढ 2. मोचनसाहू नि. 3. कैतकी साहू की तलाश कर गिरफ्तारी हेतू एक पुलिस टीम गठित कर जिला टीकमगढ रवाना किया। क्राईम ब्रांच की पुलिस टीम व्दारा उक्त फरार आरोपियों की पतारसी के भरसक प्रयास किये गये जिसके परिणामस्वरुप पुलिस टीम व्दारा उक्त अपराध में फरार चल रहे आरोपी हरिओम यादव पिता थानसिहं यादव उम्र 22 साल नि. ग्राम थोना तहसील निवाड़ी जिला टीकमगढ म.प्र. को ग्राम थौना से पकडा गया। पुलिस पूछताछ में आरोपी हरिओम यादव ने स्वीकार किया कि लोगों से, लाट्री खुलने के एवज में टैक्स के नाम पर ठगी का पैसा स्वंय के खाते में अन्य सदस्यों की मदद से जमा करवाता था, तथा इन जमा हुए पैसों को ठगी करने वाली गिरोह व्दारा आपस में बांट लेते थे। आरोपी के बैंक खाते में कई लोगों व्दारा जमा कराये पैसों की जानकारी मिली है। ठगी करने वाली गिरोह में आरोपी हरिओम यादव की भूमिका मूखय रही है।     पूछताछ में आरोपी हरिओम यादव ने बताया कि वह कक्षा 12 वीं तक पढ़ा है व वर्तमान में घर रहकर अन्य प्राईवेट परीक्षा देने की तैयारी कर रहा है। आरोपी के पिता दुध का व्यापारी है, किन्तु कम समय में अधिक पैसा कमाने की लालच में आरोपी इन आपराधिक कार्यों मे लिप्त हो गया।
                पुलिस पूछताछ में आरोपी हरिओम यादव ने बताया कि उसनें शैलेन्द्र के साथ दिल्ली जाकर काम सीखा है तथा जिला टीकमगढ के कई गांव थौना, अस्तारी, चौमो, गोबा आदि में इस तरह के कई गिरोह बडे पैमाने पर ऐसी गतिविधियों में सक्रिय है जो ठगी करने का काम करते है। इन गिरोह के सदस्य टेलीकाम कंपनी आईडिया, एयरटेल व अन्य मोबाईल कंपनी की ओर से लाखों रुपये का लकी ड्रा खुलने का मैसेज करते है जिसके बाद जिन्हें मैसेज भेजा गया उन्हें संबंधित टेलीकाम कंपनी का कर्मचारी बनकर फोन किया जाता है व टैक्स के नाम पर हजारों रुपये स्वयं के खातों में जमा करवा लिये जाते है। ये ठगी करने वाले गिरोह मध्यप्रदेश के कई शहरो इंदौर, नीमच, सागर व अन्य शहरों के लोगों को ही अपना निशाना नही बनाते बल्कि राजस्थान, छत्तीगढ, उत्तरप्रदेश के भी कई शहरों के लोगों को भी अपना शिकार बनाते है। पूछताछ में यह भी मालूम हुआ कि ठगी करने की ट्रेनिंग शेलेन्द्र यादव नाम का व्यक्ति दिल्ली से लेकर आया था व जिसके बाद वह अन्य लोगों को इस प्रकार के प्रशिक्षण देता रहा ।
पुलिस टीम द्वारा आरोपी हरिओम यादव से पुलिस पूछताछ की जा रही है। जिसे पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर टीकमगढ जिले के ग्राम थोना व अन्य आसपास के गांव में ठगी कर रहे सक्रिय गिरोह व उनके सदस्यों की जानकारी हासिल कर आरोपियों के खिलाफ भी वैधानिक कार्यवाही की जावेगी ।

                क्राईम ब्रांच पुलिस टीम द्वारा आम जनता से प्रलोभन, छलकपट व धोखाधड़ी से ठगी कर रहे गिरोहों पर लगातार धरपकड की जा रही है, जिससे संभावना है कि भविष्य में इस प्रकार के अपराधों में कमी आयेगी।  


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