Wednesday, September 21, 2016

अन्धे कत्ल का पर्दाफाश, दोनों आरोपी पुलिस थाना हीरा नगर की गिरफ्त में



इन्दौर-दिनांक 21 सितम्बर 2016-पुलिस थाना हीरानगर को दिनांक 12.09.16 को पुलिस कन्ट्रोल रुम द्धारा सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति का शव एम.आर. 10 ब्रिज के पास रेल्वे पटरी के किनारे बबूल के झाड के नीचे पड़ा हुआ है। उक्त सूचना मिलते ही तत्काल थाना प्रभारी हीरा नगर व उनकी टीम मौके पर पहुंचे। घटना स्थल का निरीक्षण किया तो पाया कि एक अज्ञात व्यक्ति जिसकी उम्र लगभग 40 साल है, पेन्ट शर्ट पहना चित पडा हुआ पाया गया। पुलिस थाना हीरा नगर की टीम ने तत्काल अज्ञात मृतक के शिनाखतगी के प्रयास प्रारम्भ कर पता किया तो पता चला मृतक मानवेन्द्र उर्फ कल्लू निवासी सुखलिया क्षेत्र का है जो कि मजदूरी का काम करता था। घटना स्थल पर आरोपीयों द्धारा कोई भी सुराग नही छोडा गया है, जिससे केस काफी जटिल हो गया था। इसके बावजूद पुलिस द्वारा बडी बारिकी से जांच करने पर, घटना स्थल से बास के डन्डे की ताजी फटी हुई किमची का टुकडा मिलाजिसको आधार बनाकर पुलिस ने अपनी विवेचना प्रारम्भ की। मृतक का पीएम करावाया गया, जिसकी रिपोर्ट प्राप्त कर उसका अवलोकन किया तो मृतक के शरीर पर डन्डे की चोट के कई निशान थे और मृत्यू पूर्व उसके साथ बुरी तरह मारपीट का खुलासा हुआ पुलिस थाना हीरा नगर ने हत्या का प्रकरण अज्ञात आरोपीगण के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरु की।
उक्त अंधे कत्ल का शीघ्र खुलासा कर, आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु, उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा आवश्यक निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पूर्व श्रीमती मोनिका शुक्ला व अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री राकेश सिंह के मार्गदर्शन में, नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री अजय जैन के देखरेख में, थाना प्रभारी हीरानगर व उनकी टीम को हत्या के खुलासे व अपराधियों की पतारसी हेतु लगाया गया। जब पुलिस ने सूझ बूझ से गोपानीय तरीके से मृतक के साथी दारान एवं उसके विवाद आदि की जानकारी एकत्र की तो पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे जिसके आधार पर पुलिस ने अपनी विवेचना आगे बढाते हुए सम्बंधित संदिग्धों पर नजर रखी। पुलिस टीम के आर. देवेन्द्र सिंह जादौनको पता चला कि विजय नामक व्यक्ति जो कि मृतक का खास साथी था, घटना के बाद से ही फरार था। चूंकि विजय का कोई स्थाई अतापता नही था इसलिए पुलिस दल उसके आने जाने वाले, कार्य करने वाले स्थानों एवं निकट सम्बंधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी तो पता चला कि दिनांक 11.09.16 को विजय आखरी बार मृतक कल्लू के साथ देखा गया था। विजय की तलाश करते जानकारी मिली की विजय दिल्ली के पास हापुड के एक गाँव गुलावटी का रहने वाला है। उक्त जानकारी पर एक पुलिस टीम को दिल्ली रवाना किया, पुलिस ने वहां बडी ही मेहनत व लगन से तलाश कर आरोपी विजय को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी ने बताया कि हमारी मृतक कल्लू से मोबाईल गायब करने के संबंध में गाली गुप्ता व मारपीट होने लगी। साथी राहुल के साथ मिलकर पहले भमोरी में लात घूंसों से मारपीट की गई और उसके बाद भी जब कल्लू ने मोबाईल नही दिया और उलटी गाली गलोच करने लगा तो उसे नशे की हालत में पकड कर एम.आर. 10 ब्रिज के पास पटरी के किनारे ले जाकर डन्डो से बुरी तरह तब तक मारपीट की जब तक वह मर नही गया । मरने के बाद डन्डे वगैरह लेकर वहां से भागगये। पुलिस द्वारा इस अंधे हत्या काण्ड का पर्दाफाश करते हुए आरोपी विजय श्रीवास पिता टुक्की श्रीवास निवासी गाँव गुलावटी हापुड तथा राहुल पिता राजू जूनवाल निवासी नेहरू नगर इन्दौर को को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस हत्याकाण्ड का पर्दाफाश कर आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी हीरा नगर श्री शशिकान्त चौरसिया की टीम में सबसे अहम भूमिका देवेन्द्र सिंह जादौन ने निभाई इसके अतिरिक्त उनि, अशोक कनेश, प्र.आर. आशाराम, प्रआर.लक्ष्मण का भी सराहनीय योगदान रहा ।



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