Saturday, June 4, 2016

सेना के 6 करोड की धोखाधडी के प्रकरण में, सी.ए. कमलनयन सिंघल, क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में, प्रकरण के मुखय आरोपी व बेटे रामरतन सिंघल का दिया था धोखाधडी में पूरा साथ



इन्दौर-दिनांक 04 जून 2016-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश के तारतम्य में कार्यवाही करते हुए, इन्दौर क्राईम ब्रांच द्वारा नील इंटरप्राईजेस के बैंक खातों में सेना के खाते से ट्र्रांसफर हुए लगभग 6 करोड रूपयें के प्रकरण में आज मुखय आरोपी रामरतन सिंघल के पिता एवं चार्टेड अकाउंटेन्ट कमलनयन सिंघल को गिरफतार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।

                                उल्लेखनीय है कि, इन्दौर स्थित फर्म नील इंटरप्राइजेस के खाते में सेना के खाते से ट्र्रांसफर हुई राशि के प्रकरण में क्राईम ब्रांच इन्दौर में प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना की जा रही , जिसमें पूर्व में मुखय आरोपी रामरतन सिंघल, राजकुमार चौधरी, भूपेश जोशी, विनोद डाबर एवं नेवल बेस कारवर कर्नाटक के लेखा विभाग के ऑडिटर सुरेश हाटले, वरिष्ठ ऑडिटर एस. नारायणन, वरिष्ठ लेखा अधिकारी चन्द्रकान्त व्ही सिरी, लेखा अधिकारी रमेश जी.. को गिरफतार किया जा चुकाहै।
                                आरोपी कमलनयन सिंघल द्वारा इस सम्पूर्ण धोखाधडी में स्वयं के चार्टेड अकांउटेन्ट होने का भूरपूर फायदा उठाया गया है। सर्वप्रथम बैंक अधिकारियों से अपने संबंधों एवं साख के आधार पर आवेदिका को उपस्थित किये बगैर महिला के नाम का खाता खुलवाया गया। बैंक में खाता खुलवाने के पश्चात इस खाते में डेबिट की गई धोखाधडी की राशि को भी अलग-अलग बैंक खातो में ट्र्रांसफर कराने एवं वहां से आहरित कराने के साथ-साथ इस राशि से स्वयं के नाम पर प्रापर्टी खरीदने तथा कई लोगो को ब्याज पर राशि देकर ठिकाने लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में आरोपी कमलनयन सिंघल द्वारा अपने बेटे मुखय आरोपी रामरतन सिंघल की तत्परता से मदद की गई।
आरोपी कमलनयन सिंघल विगत 40 वर्षो से शहर में चार्टेड अकांउटेन्ट का काम कर रहे है। इनके द्वारा मण्डी का व्यवसाय कर रही 1 करोड से अधिक के टर्नओवर वाली फर्मा प्रमुखतः महेन्द्र प्रकाश, अक्षय ट्र्रेडिंग, मिड इण्डिया इण्डस्ट्र्रीज, आय.के. इन्टरप्राईजेस का ऑडिट किया जाता था। भारतीय चार्टेड अकाउटेन्ट इन्स्टीटयूट से संम्बद्व कमलनयन द्वारा बैंक मुखयालय के एपू्रवल उपरांत बैंक ऑफबडोदा अन्नपूर्णा शाखा, इण्डियन ओवरसीस बैंक औरंगाबाद शाखा, बैंक ऑफ इण्डिया आर.एन.टी.मार्ग शाखा तथा देना बैंक सीतलामाता बाजार इन्दौर का भी ऑडिट किया गया है। बैंको में ऑडिट के दौरान सहायक के तौर पर अपने बेटे रामरतन को भी साथ ले जाया करता था जिससे रामरतन के सम्पर्क एवं बैंक अधिकारियों से सम्बन्ध स्थापित हो गये थे।
आरोपी कमलनयन सिंघल द्वारा कई खुलासे किये गये है जिसमें रक्षा बजट की राशि को ठिकाने लगाने हेतु ब्याज पर देने वाले के नाम बताये गये , जिनसे उक्त रक्षा बजट की राशि की कडाई से वसूली क्राईम ब्रांच द्वारा की जावेगी। उल्लेखनीय है कि अब तक की विवेचना में क्राईम ब्रांच द्वारा लगभग 4 करोड रूपयें/सम्पत्ति की रिकवरी की महत्वपूर्ण कार्यवाही की गई है।


                                प्रकरण की विवेचना में आये साक्ष्यों के आधार पर आरोपी कमलनयन सिंघल पिता स्व. बाबूलाल सिंघल, उम्र 62 साल निवासी 55 मुराई मोहल्ला छावनी इन्दौर को गिरफतार किया जाकर माननीय न्यायालय से दिनांक 9.5.2016 तक का पुलिस रिमाण्ड लिया गया है, जिनसे प्रकरण में पूछाताछ की जा रही है।


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