★ तकनीकी रूप से दक्ष, बीसीए पड़ा है आरोपी।
★ अमेजन/फ्लिपकार्ट
से आनलाईन पेमेण्ट कर मंहगे फोन मंगाकर, उसमें
नकली फोन रखकर वापस करता था आरोपी।
★ फोन
वापस करने पर ई-कॉमर्स बेवसाईट कर देती थी पैसा रिफण्ड।
★ ब्राण्डेड
मंहगे फोन निकालकर डिब्बे में नकली या डमी मोबाईल रखकर वापस करता था आरोपी।
★ क्राईम
ब्रांच द्वारा पूर्व में पकड़ा गया था सरगना।
★ नकली
मोबाईल पर साफ्टवेयर की मदद से आईएमईआई टेंपरिंग भी करता था आरोपी।
इंदौर- दिनांक 08
फ़रवरी 2021- पुलिस
उमहानिरीक्षक (शहर) इंदौर श्री मनीष कपूरिया द्वारा ई कामर्स बेबसाईट के जरिये होने
वाली आनलाईन ठगी से संबंधित प्राप्त शिकायतों में कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़
करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में
पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अरविंद तिवारी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गुरु प्रसाद पाराशर द्वारा एक स्पेशल टीम का गठन कर
उसको इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके सें आसूचना संकलन कर कार्यवाही करने हेतु समुचित
दिशा निर्देश जारी किए गए थे।
ज्ञातव्य है कि दिनांक 28.01.2021 को क्राईम ब्रांच की टीम ने आरोपी वसीम
अकरम को पकड़ा था जोकि अमेजन/फ्लिपकार्ट के माध्यम से ऑनलाईन असली फोन खरीदने के
बाद साफ्टवेयर के माध्यम से डूप्लीकेट/डमी फोन में असली फोन की आईएमईआई टेम्परिंग
कर उसे ई-कामर्स बेव साईट पर फोन में खराबी होने का हवाला देकर वापस कर देता था, जिसके बाद अमेजन/फ्लिपकार्ट द्वारा आरोपी को
खरीदे गये फोन की राशि वापस कर दी जाती थी तथा आरोपी द्वारा मार्केट में असली फोन
को बेचकर दोहरा लाभ प्राप्त किया जाता था। इस प्रकार के कृत्य से आरोपी द्वारा कई
ग्राहकों, व्यापारियों
एवं ई कॉमर्स कंपनियों के साथ फर्जी सिम व आईडी का उपयोग मोबाईल हेंडसेट में कर
कूटरचित इलेक्ट्रानिक दस्तावेजो के आधार पर स्वंय की पहचान छुपाते हुये लाखों
रूपये के मोबाईल हेंडसेट को क्रय विक्रय कर धोखाधडी कर चुका था जिसे थाना अपराध
शाखा इंदौर के अपराध क्रमांक 03/21 धारा
420, 467, 468, 471 भादवि
एवं 66 आई.टी. एक्ट के तहत कार्यवाही कर
गिरफ्तार किया गया था। उपरोक्त आरोपी का पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर विस्तृत पूछताछ
की गई जिसमें तालिब हुसैन जयपुर राजस्थान को पकड़ा गया है। आरोपी शातिर किस्म का है
जिसके पास कई चाईनीज लैपटॉप मिले है जिसमें मोबाईल टेंपरिंग तथा आईएमईआई बदलने संबंधी
कई टूल व सॉफ्टवेयर हैं। आरोपी तकनीकी रूप से दक्ष है तथा बीसीए की पड़ाई की है।
पूर्व में गारमेण्ट का कार्य करता था लेकिन घर बैठे अवैध लाभ अर्जन के चलते आरोपी
ने उपरोक्त ठगी के कारोबार को अपनाया तथा अहमदाबाद व दिल्ली के कई व्यापारियों से
सांठ गांठ कर इसने सस्ती कीमतों में डमी फोन खरीदना आरंभ किये। बाद जिसके डमी फोन
उपलब्ध होते उसी मॉडल को ई कॉमर्स बेवसाईट के जरिये खरीदकर धोखाधड़ी करता था। आरोपी
ने अब तक विगत तीन वर्षों से उपरोक्त कृत्य को अंजाम दिया जा कबूला है जिसने बताया
कि वह 50 से
अधिक फोन अपने परिचितों के माध्यम से बेच चुका है तथा कुछ फोन उसने ओ0एल0एक्स0 पर भी बेचे हैं। आरोपी से विस्तृत पूछताछ जारी
है।
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