Saturday, July 18, 2020

★ आईडीबीआई बैंक के साथ लाखों रुपये की धोखाधडी कारित करने वाली गिरोह क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में।






★ फर्जी दस्तावेजो के आधार पर फर्म तथा बैंक मे खाता खोल किया लाखो का गबन।

★ आरोपियो ने स्वयं के क्रेडिट कार्डस को फर्म की POS मशीन में स्वाईप कर निकाले 9,12,000/- रुपये।

★ राशि आहरित कर फर्म व्दारा सामाग्री उपलब्ध ना कराने का किया बैंक में  दावा, विवादित स्थिति में बैंक ने लौटाई क्रेडिट कार्ड धारको की क्रेडिट लिमिट।

★ शाखा प्रबंधक की रिपोर्ट पर हुआ षडयन्त्र का खुलासा, 02 आरोपी गिरफ्तार।

पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री  हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा इंदौर शहर मे सक्रिय आनलाईन ठगी करने वाले गिरोहो के संबंध मे आसूचना संकलित कर उनकी धरपकड करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया था। उक्त निर्देशो के तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक, (मुख्यालय) श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्शन मे तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम ब्रांच) श्री राजेश कुमार दंडोतिया व्दारा क्राईम ब्रांच की टीमो को षडयंत्रपूर्वक छलकपट करते हुए आर्थिक ठगी करने वाले गिरोहो की धरपकड हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये थे ।

       इसी अनुक्रम मे आई. डी बी आई बैंक शाखा नंदलालपुर के शाखा प्रबंधक श्री राजेश कुमार बोरीवाल व्दारा थाना एम जी रोड कर रिपोर्ट की कि  बैक के चालू खाता क्र 0529102000019169 ( मे.विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स) प्रो. सागर पाटीदार द्वारा आई डी बी आई बैंक शाखा नंदलालपूरा (पीपली बाज़ार) जवाहर मार्ग के साथ धोखाधड़ी एवं चार्ज बैक कर बैक के साथ रूपये 932700/- की धोखाधडी कारित की गई। रिपोर्ट पर थाना एम0 जी0 रोड पर अपराध क्रमांक 208/20 धारा 420, 120 (बी) 34 भा.द.वि के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।

घटना का विवरण इस प्रकार है कि प्रकरण मे आरोपीयो के व्दारा सुनियोजित रूप से योजना बना कर बैक के साथ धोखाधडी करने हेतु पंचम की फेल स्थित विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स संचालक सागर पाटीदार के नाम का फर्जी गुमास्ता लाईसेंस बनवाया। उक्त लाईसेंस बनने के उपरांत आरोपीगणो के व्दारा सुनियोजित रूप से आई. डी. बी. आई. बैंक शाखा नंदलालपुर पीपली बाजार मे  विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोप्राईट के नाम से  खाता धारक सागर पाटीदार पता 318-पंचम की फ़ेल, आर एस भण्डारी मार्ग, मालवा मिल रोड, इंदौर के नाम से खाता खुलवाया गया ।

          उपरोक्त चालू खाते में आईडीबीआई बैंक द्वारा सागर पाटीदार प्रो. विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स के आवेदन पर पॉइंट ऑफ सेल्स मशीन (POS/Card मशीन ) मेसर्स विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स पता 318-पंचम की फ़ेल, आर एस भण्डारी मार्ग, मालवा मिल रोड, इंदौर पर उपयोग के लिए प्रदान की गयी। उपरोक्त चालू खाते में पॉइंट ऑफ सेल्स (POS/CARD) मशीन के माध्यम से कार्ड swipe द्वारा 1. दिनांक 10-02-2020 को 3,79,236, 2. दिनांक11-02-2020 को 2,20,088, एवं 3. दिनांक 12-02-2020 को 3,13,014 इस तरह से कुल 9,12,339/- चालू खाते में जमा हुआ ।  


            इस प्रकार कार्ड स्वाइप के माध्यम से जमा की गयी राशि को (1. दि. 10-02-2020 को 3,40,000/-, 2. दि.11-02-2020 को 2,40,000/-, 3. दि. 12-02-2020 को 3,00,000/- (सभी कैश पेमेंट के द्वारा एवं चालू खाते के एटीएम के द्वारा दि 12-02-2020 राशि 30,200/- की नगद निकासी सागर पाटीदार व साथीयो के द्वारा की गयी। इस तरह गिरोह के व्दारा बैक खाते से कुल राशि 9,10,200/- निकली गयी। इस राशि के निकालने के बाद खाते में बैलेन्स शून्य हो गया।  


उपरोक्त चालू खाते में 10-02-2020 से लेकर 12-02-2020 तक पॉइंट ऑफ सेल्स (POS कार्ड) मशीन द्वारा जमा हुई राशि के विरुद्ध मेसर्स विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स के जिन ग्राहको के द्वारा कार्ड स्वाइप कर भुगतान किया गया था वह सभी परस्पर संगनमत होकर आर्थिक धोखाधडी करने वाले गिरोह का हिस्सा थे जिनमे ग्राहक के रूप मे आरोपी 1.अविनाश तलवानिया पिता सुनील तलवानिया निवासी 618, पंचम की फेल इंदौर के व्दारा तीन क्रेडिट कार्ड  से ट्रांजेक्शन किया गया  तथा आरोपी सुमित मूंदडा पिता प्रहलाद मूंदडा उम्र  वर्ष निवासी 202, एकता आंगन अपार्टमेंट, 175 चिकित्सक नगर इंदौर के व्दारा अपने 06 विभिन्न बैंक के क्रेडिट कार्ड के व्दारा विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स नामक फर्म से ट्रांजेक्शन करना बताया।

उपरोक्त आरोपियों व्दारा स्वयं फरीयादी बनते हुए अपने अपने बैक मे डिस्पीयुट फार्म प्रस्तुत कर दावा किया गया कि उनके व्दारा जिन वस्तुओ के लिये विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान से सामान खरीदा गया था उक्त सामग्री उन्हे प्राप्त नही हुई है अतः उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट उन्हे पुनः लौटायी जाए। बैंक व्दारा इस स्थिति मे विशाल इलेक्ट्रानिक्स के प्रोप्राईटर सागर पाटीदार से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो यह पाया गया कि उक्त दुकान  सागर पाटीदार नामक व्यक्ति की न हो कर विशाल जोनवाल की है। इस स्थिति मे आई डी बी आई बैक व्दारा आर बी आई के नियमो का पालन करते हुए क्रेड़िट कार्ड धारको को रूपये 9,32,700/- रूपये लौटाये गये इस प्रकार बैक को रूपये 9,32,700/- की सदोष हानी हुई है ।

              जांच मे यह पाया गया कि आरोपीयो व्दारा  विशाल इलेक्ट्रानिक्स का फर्जी गुमास्ता लाईसेंस बनवाया गया, असत्य दस्तावेजो के आधार पर आई डी बी आई बैक मे खाता खुलवाया गया जिससे संबंधित POS मशीन भी प्राप्त कर ली गई तथा स्वयं के विभिन्न क्रेडिट कार्ड से उपरोक्त POS मशीन मे ट्रांजेक्शन कर  कुल राशि 9,10,200/- जमा करवायी गयी। बाद सभी आरोपीयो की मिली भगत से उपरोक्त राशि को आहरित कर बैक मे विशाल इलेक्ट्रानिक्स व्दारा सर्विस ना दिये जाने संबंधी डिस्पीयुट फार्म भर कर अपनी राशि पुनः प्रदान किये जाने हेतु आवेदन किया । बैक के व्दारा सागर पाटीदार जिसके नाम पर POS मशीन से लिंक किया हुआ बैक खाता था उससे संपर्क करने का प्रयास किया तो वह फरार पाया गया जब कि उक्त दुकान का प्रोप्राईटर विशाल जोनवाल नामक व्यक्ति की होना पायी गयी  जिसके कारण बैक को रूपये 9,32,700/- लौटाने पडे इस प्रकार बैंक के साथ धोखाधडी कारित की जाना पाया गया ।




No comments:

Post a Comment