Monday, November 25, 2019

· अयोध्या प्रकरण में माननीय उच्चतम न्यायालय भारत सरकार द्वारा पारित किये गये निर्णय के संबंध में क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा की गई Social Media Monitoring से आसामाजिक तत्वों पर प्रभावी कार्यवाही। · उपद्रव तथा हिंसा फैलाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक Post, Comment को Share/Forward करने वाले लोगो पर Open-Source Intelligence Collection (OSINT) से कसा शिकंजा। · पुलिस की बेहतर माॅनिटरिंग सर्तकता, तथा सक्रियता से शहर में कायम रही शांति व्यवस्था। · अन्य राज्यों से प्राप्त हो रही शिकायतों पर भड़काउ सामग्री को तत्काल सोशल मीडिया से डिलीट कराया, दोषियों पर कार्यवाही कराई गयी। · खजराना, कनाड़िया चंदननगर व तेजाजीनगर थानों में पंजीबद्ध किये गये आपराधिक प्रकरण। · सोशल मीडिया पर एडवाइजरी जारी कर "पुलिस एवं प्रशासन" ने आमजन तक पहुंचाए आवश्यक दिशा निर्देश।




इंदौर दिनांक 24 नवंबर 2019- विगत दिनों में माननीय उच्चतम न्यायालय भारत द्वारा सापंद्रायिक रूप  से लंबित धर्मस्थल के जमीनी विवाद में निर्णय सुनाया गया जिसके संबंध में पक्ष-विपक्ष के मध्य परस्पर निर्णय से असंतुष्ट होने अथवा किन्हीं उपद्रवियों द्वारा मौके का फायदा उठाकर, हिंसा, दंगा अथवा अन्य अवैधानिक गतिविधियों कां अंजाम देने की आशंका थी इस सिलसिले में इंदौर पुलिस ने पूर्वानुमान लगाते हुये जमीनी स्तर पर शांति व्यवस्था बहाल करने के उद्देश्य से कमर कस ली थी तथा गत 01 माह पूर्व से ही व्यापक स्तर पर काननू व्यवस्था की स्थिति को संतुलित बनाये रखने के लिये विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुये तैयारियां शुरू की थी। 


          इसी अनुक्रम में वर्तमान परिदृश्य में सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक, अपुष्ट तथा भड़काउ खबरें प्रसारित कर, अप्रत्यक्ष रूप से कानून व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित करने वाले कारकों पर सतत निगरानी रखकर, उन पर विधिसंगत कार्यवाही करने हेतु क्राइम ब्रांच इंदौर में Social Media Monitoring cell का गठन किया गया था। इंदौर पुलिस द्वारा शहर में तकनीकी रूप से सूचना संकलन (OSINET), सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ पोस्ट, मैसेज, वीडियो, आदि सामग्री प्रसारित करने वाले उपद्रवियों पर निगरानी रखकर, प्रकाश में आने वाले आपत्तिजनक तथ्यों के अनुसार दोषियों पर कार्यवाही करने हेतु क्राइम ब्रांच इंदौर में गठित की गई social media monitoring cell की टीम को  जिले भर में लागू धारा 144 जा0फौ0 का उल्लंघन करने वाले असामाजिक तत्वों की निगरानी करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे।


सोशल मीडिया Open Source Intelligence Collection (OSINT) के माध्यम से निगरानी के दौरान सांप्रदायिक रूप से भडकाऊ सामग्री नजर आने पर क्राईम ब्रांच में गठित social Media monitoring cell की टीम द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुये शांति व्यवस्था बहाल रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गई, इसके अलावा Facebook, Instagram, Twitter, Youtube, Whatsapp आदि सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर प्रसारित अथवा पोस्ट की जाने वाली आपत्तिजनक सामग्री अथवा तथ्यो के परिपेक्ष्य में क्राईम ब्रांच में सैंकडो शिकायतें प्राप्त हुईं जिनको गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुये त्वरित कार्यवाही कर, आरोपियों की धरपकड़ की गई तथा उनके विरूद्ध विभिन्न थानों पर आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किये गये तथा अन्य दोषियों के विरूद्ध भी प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां की गई। पोस्ट की जा रही भड़काउ सामग्री को भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के नोडल ऑफिसों से संपर्क कर तत्काल डिलीट कराया गया जिससे लोगों के मन में भ्रम उत्पन्न होकर कानून व्यवस्था भंग होने की आशंका थी।


Social Media Monitoring  के दौरान लगभग एक हजार से अधिक विभिन्न व्हाट्सएप्प ग्रुप जैसे-  पारिवारिक, राजनैतिक, सामाजिक तथा अन्य ग्रुप्स में प्रसारित हो रहे मैसेजों के कंटेंट पर सतत निगरानी रखी गयी। Facebook, Instagram, Twitter पर विभिन्न Word Filter Option का प्रयोग कर आपत्तिजनक शब्दो, वाक्यो, फोटो आदि पोस्ट करने वाली प्रोफाइल को चिन्हित किया गया। YouTube पर पोस्ट होने वाले सभी वीडियो की बारीकी से जांच की जाकर प्रभावी कार्यवाही की गई।


         0प्र0 के अन्य जिलों जैसे धार, शाजापुर, व खरगौन आदि जिलों से संबंधित संज्ञान में आई शिकायतों पर कार्यवाही करने हेतु संबंधित क्षेत्राधिकार के पुलिस अधिकारियों को सूचित किया गया साथ आपत्तिजनक सामग्री को डिलीट करने की प्रक्रिया इंदौर क्राईम ब्रांच द्वारा तात्कालिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुये की गई। कुछ शिकायतें राज्य की सीमा के बाहर दिल्ली तथा उ0प्र0 से संबंधित प्राप्त हुई ऐसी शिकायतों को ई मेल के माध्यम से संबंधितों को दोषियों पर कार्यवाही करने के लिये अग्रेषित कर की गईं।



पुलिस प्रशासन के आवश्यक दिशा निर्देश जनसामान्य में प्रदाय किये जाने हेतु अनेक Advisory जारी की गई उक्त एडवाईजरी सोशल मीडिया पर विभिन्न Whatsapp Group, Indore Police Facebook Page , Twitter Account आदि पर पोस्ट की जाकर अधिक से अधिक  प्रसारित की गई जिससे अतिसंवेदनशील समय के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने में इंदौर पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई।

कुछ उपद्रवी, सांप्रदायिक सौहार्द्र को प्रभावित करने के उद्देश्य से फर्जी आई डी बनाकर सोशल मीडिया पर भड़काउ तथा आस्था को ठेस पहुंचाने वाली सामग्री पोस्ट करते हैं जोकि अप्रत्यक्ष रूप से अपने मकसद को अंजाम देकर, पुलिस को कानून व्यवस्था बहाल बनाये रखने के लिये चुनौती पेश करते हैं इसलिये इंदौर पुलिस द्वारा पूर्व नियोजित तरीके से उनके मंसूबों पर पानी फेरने के लिये आमजन के जान माल की सुरक्षा तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये सोशल मीडिया की मानीटरिंग करने हेतु टीम गठित की गई है जोकि सदैव संदिग्धों की गतिविधयों पर निगरानी रखे हुये हैं।

*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर महोदया द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली पूरी टीम की प्रशंसा करते हुए, उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।*



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