Monday, November 25, 2019

· क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा किया गया एक दिवसीय सायबर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन।



·        प्रशिक्षु उप निरीक्षकों को सायबर अपराधों तथा ऑनलाईन ठगी से संबंधित जांच व विवेचना हेतु किया गया प्रशिक्षित।

                                                क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा वर्तमान परिवेश में बदलते हुये सायबर अपराधों के स्वरूप, सायबर अपराधों के प्रकार, विवेचना, तथा इनसे संबंधित न्यायालयीन कार्यवाही हेतु संयोजित किये जाने वाले आवश्यक तथ्यों के संबंध में प्रशिक्षु उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षित किये जाने हेतु कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 25.11.2019 को किया गया। उपरोक्त प्रशिक्षण शाला का आयोजन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमति रूचि वर्धन मिश्र (शहर) इंदौर, एवं पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री सूरज कुमार वर्मा द्वारा कराया गया। 


                                आधुनिक युग में सायबर अपराध जैसे सोशल मीडिया से संबंधित समस्त अपराध, आनलाईन फ्रॉड, पोर्नाग्राफी, आदि की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिससे निपटना पुलिस के लिये एक बड़ी चुनौती है इसी को ध्यान में रखते हुये इंदौर शहर के विभिन्न थानों में पदस्थ नवागत प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों के लिये सायबर अपराधों के संबंध में प्रषिक्षण हेतु कार्यशाला को आयोजित किया गया। इसमें प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों को अपुअ अपराध श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा सायबर अपराध, सायबर अपराधों के प्रकार, सायबर अपराधों की विवेचना, विवेचना के दौरान सावधानियां, के संबंध में प्रशिक्षित कराया गया। इसी प्रकार उपुअ अपराध श्री आलोक शर्मा द्वारा DIGITAL EVIDENCE COLLECTION  के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई जिसमें घटना स्थल से लेकर अपराधी को सजा दिलाने तक क्या क्या आवश्यक कार्यवाहियां विवेचना के दौरान की जाती है व साक्ष्य संकलन के साथ न्यायालय में साक्ष्य प्रस्तुत करते समय ध्यान देने योग्य कौन से तथ्य होते हैं की जानकारी दी गई।

        सोशल साईट्स के माध्यम से घटित होने वाले विभन्न अपराधों जैसे- Fake facebook,instagram,twitter account, Impersonation, Hacking, Call and Email Spoofing, Youtube पर Objectionable Post/Video आदि में आरोपी की पहचान निर्धारित करना एवं की जाने वाली कार्यवाही तथा पीएसटीएन/टॉवर डम्प, सीडीआर एनालिसिस, जीपीआरएस सीडीआर, आईपीडीआर आदि के संबंध में प्रशिक्षित किया गया साथ ही ऐसे अपराधों की जांच एवं विवेचना के दौरान की जाने वाली आवश्यक कार्यवाहियों से भी प्रशिक्षुओं को अवगत कराया गया।OTP Fraud, विभिन्न प्रकार से होने वाले आनलाईन फ्रॉड जैसे- Matrimony websites, Lons, Insurance, Online Shopping, Credit and Debit Card Fraud, Online Money Transfer related fraud, OLX, PayTM, Custom Officer fraud etc  के माध्यम से होने वाले फ्रॉड विभिन्न ऑनलाईन फ्रॉड, आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई जिसमें ठगी गई राशि को वापस कराये जाने के अतिरिक्त दोषियों की पहचान सुनिश्चित करना, तथा इनसे संबंधित अपराधों की जांच एवं विवेचना के दौरान की जाने वाली कार्यवाहियों के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।

               क्राईम ब्रांच द्वारा पूर्व में भी सायबर अपराधों पर नियंत्रण पाने तथा जागरूकता के अभाव में इस प्रकार की घटनाओं का शिकार हो रहे लोगों को अभियान चलाकर, जागरूक किये जाने के लिये सेमीनार आयोजित कर, जागरूकता अभियान चलाया गया था। जिसका उद्देश्य सायबर अपराधों के बढ़ते हुये ग्राफ पर अंकुश लगाना तथा दोषियों पर वैधानिक कार्यवाही करना है।





No comments:

Post a Comment