Thursday, September 6, 2018

v स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना की इंदौर में भी हुई शुरूआत। v इन्दौर जिलें के 16 शासकीय स्कूलों के 8वीं-9वीं के बच्चों को दी जायेगी पुलिस व शिक्षा विभाग के सहयोग से दो साल की टे्रनिंग




इन्दौर- दिनांक 06 सितंबर 2018- बच्चों में व्यक्तित्व के विकास व उन्हे मूल अधिकार एवं नैतिक कर्तव्यों के पालन साथ-साथ कानूनी प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए अपने सामाजिक दायित्वों का पालन कर, एक अच्छे नागरिक बनाने के उद्‌देश्य से केन्द्रीय गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना पूरे देश के स्कूली बच्चों के लिये शुरू की गयी है। जिसके तहत म.प्र. के 31 जिलों के शासकीय स्कूलों के बच्चों को भी उक्त टे्रनिंग देकर इस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
       इसी परिपेक्ष्य में इस योजना की शुरूआत जिला इन्दौर में करने के लिये इन्दौर पुलिस द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों व स्कूल के पदाधिकारियों की एक बैठक का आयोजन आज दिनांक 06.09.18 को पुलिस कंट्रोल रूम इन्दौर में किया गया। उक्त बैठक में स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के इन्दौर की नोडल अधिकारी श्रीमती मनीषा पाठक सोनी, अति. पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इन्दौर एवं सुश्रीअंजना तिवारी, पुलिस अधीक्षक फायर सर्विसेज इन्दौर द्वारा प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री अभय सिंह राठौर की उपस्थिति में जिला इन्दौर के 16 शासकीय स्कूलों के पदाधिकारियों के साथ उक्त योजना के क्रियान्वयन व कार्यवाही के संबंध में आवश्यक जानकारियां साझा की गयी। इस योजना तहत शासकीय स्कूलों के 8वी एवं 9वीं कक्षा के बच्चों को दो साल का आंतरिक व बाह्‌य प्रशिक्षण दिया जावेगा, जिसके अंतर्गत प्रत्येक स्कूल से 20-20 विघार्थियों का चयन किया जावेगा।
       इस योजना के तहत विघार्थियों के लिये केन्द्रीय संस्था ठच्त्-क् के द्वारा पाठ्‌यक्रम तैयार किया गया है, जिसके अन्तर्गत बच्चों को इन्डोर एक्टिविटी में ''स्टूडेंट पुलिस कैडेट'' योजना का उद्‌देश्य एवं पुलिस संगठन की सामान्य रूपरेखा से अवगत करवाते हुए उन्हे निम्न विषयों-
·         समाज में पुलिस की भूमिका तथा समाज का पुलिस के कार्य में सहयोग/दायित्व एवं आपराधिक न्याय व्यवस्था।
·         विभिन्न सामुदायिक पुलिसिंग योजनाएं।
·         सायबर समस्या एवं सायबर अपराधो के लिये उपलब्ध कानून।
·         मानव अधिकार एवं दायित्व बाल अधिकार।
·         व्यक्तित्व विकास- आत्मविश्वास एवं आत्मानुशासन।
·         नशे की लत के दुष्परिणाम एवंनशीलें पदार्थो के संबंध में कानूनी प्रावधान।
·         सोशल मिडिया का उपयोग में रखने वाली सांवधानियां एवं पुलिस आधुनिकीकरण (विभिन्न वेब एप्लीकेशन की जानकारी)
·         आपदा प्रबंधन में हमारी भूमिका।
·         यातायात प्रबंधन/संचालन में युवाओं की भूमिका।
·         बच्चों के विरूद्ध अपराधों की पहचान, उनके निवारण आदि के संबंध में कानूनी प्रावधान एवं इनके रोकथाम के उपाय।

आदि महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों, शिक्षाविद व सेवानिवृत्त अधिकारी आदि के द्वारा व्याखयान आदि आयोजित कर, उन्हे संबंधित विषयों के संबंध में जानकारी दी जावेगी।
इसी तरह आउटडोर एक्टिविटी के तहत उन्हे नजदीकी पुलिस थाना, नियंत्रण कक्ष की विजिट, एम.पी.ई.बी एवं अन्य कार्यालयों में सीसीटीवी कंट्रोल रूम विजिट, यातायात प्रबंधन हेतु यातायात थानों व कार्यालयो की विजिट, पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों आदि स्थानीय स्थलों का विजिट करवाकर, उन्हे उनकी सामान्य कार्यप्रणाली से अवगत करवाया जावेगा।
       इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर, कार्यवाही का संचालन किया जावेगा तथा समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी इसकीसमीक्षा की जावेगी।



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