इन्दौर-दिनांक
14 अगस्त 2017-पुलिस
थाना हीरा नगर क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 13.08.17
रविवार की रात्रि करीब 08.45 बजे प्रदीप उर्फ गोलू पिता कमल कुशवाह
उम्र 24 साल निवासी 63
भोलेनाथ धाम कालोनी इन्दौर की नृसंश हत्या उसके जानने पहचानने वाले युवकों ने
शनिवार के दिन हुए छोटे मोटे विवाद पर से प्रदीप के घर पर कर दी थी । घटना स्थल पर
आरोपीगण द्वारा मृतक के शरीर पर धारदार चाकुओं से अनेकों वार किये गये थे, उक्त
गंभीर घावों के कारण मृतक प्रदीप कुशवाह
ने एम.वाय.एच. अस्पताल पहुंचते पहुंचते दम तोड दिया था। घटना की पृष्ठ भूमि इस
प्रकार है कि मृतक प्रदीप ने आरोपीगण में से गौरव रजक को शनिवार के दिन में एक
थप्पड मारा था जिसके बाद प्रदीप से रंजिश रखने वाले विशाल उर्फ टउआ राजपूत , प्रदीप
जैन , मनीष , आशीष
मालवीय तथा सावन ने गौरव रजक के साथ मिलकर प्रदीप उर्फ गोलू कुशवाह की हत्या की
योजना बनाई । चाकू आदि हथियार लेकर एक राय होकर सभी 6
आरोपी प्रदीप के घर भोलेनाथ धाम कालोनी पहुंचे जहां पहले उसे ललकार कर घर से
निकालाऔर मारपीट कर हत्या कर दी।
उक्त नृशंस हत्या को अत्यंत गंभीरता से लेते
हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र व पुलिस अधीक्षक इन्दौर पूर्व श्री अवधेश गोस्वामी द्वारा
तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशों के तारतम्य
में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री सम्पत उपाध्याय एवं नगर पुलिस अधीक्षक
परदेशीपुरा श्री अजय कुमार जैन आरोपीगण की तत्काल धरपकड हेतु थाना प्रभारी हीरा
नगर के नेतृत्व में उनकी टीमों को लगाया गया। आरोपीगण के दुस्साहस एवं पूर्व
रिकॉर्ड को देखते हुए फरार होने की तथा अन्य कोई गंभीर वारदात करने की संभावना थी, जिसके
चलते वरिष्ठ अधिकारीगण के मार्गदर्शन में पुलिस थाना हीरानगर की अलग अलग टीमों
द्वारा अथक मेहनत व सूझबूझ से सभी 6
आरोपीगणों को चंद घंटों में गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त आलाजरब
धारदार चाकू जप्त कर लिए गये हैं। आरोपीगण के विरुद्ध घटना स्थल से महत्वपूर्ण
भौतिक एवं चश्मदीद साक्ष्य जुटाए गये हैं। आरोपीगण के द्वारा किये गये आपराधिक
कृत्य की नृसंशता को देखते हुए साक्ष्य संकलन के द्वारा आरोपीगणों को माननीय
न्यायालय से सख्त से सख्त सजा दिलाने हेतु कार्यवाही की जा रही
है।
उक्त
आरोपियों की गिरफ्तार करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, उनि
पी.एस. सोलंकी, आरक्षक देवेन्द्र सिंह, आरक्षक
विनोद पटेल, आरक्षक सुनील वाजपेयी तथा आरक्षक
प्रवीण सिंह की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
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