इन्दौर-दिनांक
25 फरवरी 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु विशेष प्रयास
करने के निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय
इन्दौर श्री मो.युसुफ कुरैशी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रॉच
श्री अमरेन्द सिह द्वारा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रॉच एवं थाना प्रभारी क्राईम
ब्रॉच को इस दशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
फरार आरोपियों को पकडने हेतु क्राईम ब्रांच की
एक टीम का गठन किया। टीम द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया तो टीम को
मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि थाना सराफा इंदौर से वर्ष 2011 से
मुजम्मील उर्फ बादशाह पिता शेख अब्दुल कादिर निवासी पं. बंगाल नामक बंगाली कारीगर,
सराफा
बाजार से व्यापारियों का करीब 3 किलो सोना लेकर फरार आरोपी, जिसके
विरूद्ध थाना सराफा पर अप. क्रं. 105/11 धारा 406 भादवि एवं थाना
सदरबाजार अप. क्रं.14/12 धारा 420,34 भादवि का
पंजीबद्ध है, जो इंदौर में अपने भाई यासीन से मिलने आया है।
उक्त सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए, टीम द्वारा पुलिस थाना सराफा की मदद से
फरार आरोपी शेख मुजम्मील उर्फ बादशाह को घेराबंदी कर पकडा गया। पूछताछ पर मुजम्मील
उर्फ बादशाह ने बताया कि मैं वर्ष 1982 से सराफा में काम कर रहा हूॅ। मै अपने
बडे भाई मो. हनीफ के साथ काम करता था, हनीफ भाई मुझसे पहले इंदौर आ गये थे।
मैंने इन्दौर का उक्त फ्लेट वर्ष 2009 में विजय राठी से 12
लाख रूपये में फायनेंस कराया था उसमें से मैनें 6 लाख रूपये जमा
करवा कर, मैने फायनेंस कराया था। जिसकी 6832 रूपये प्रतिमाह
की करीब 25 किश्ते भरी थी। मैं मार्केट में सोने के जेवरों में सोने की पॉलिश
कर उन्हे फिनिशिग करने का काम करता था जिसके एवज में मुझे रूपये मिलते थे। मेरे
साथ 7-8 कारीगर मेने वेतन पर रखे हुए थे। इस व्यापार में मुझे मार्केट से
इतना काम नही मिला जिससे में मजदूरों का वेतन पूरा हो सकें। फ्लेट की किश्त व
परिवार का खर्च होने से मेरे ऊपर करीब 10-12 लाख रूपये
बाजार का उधारी हो गया था उनका पैसा मैं नही चुका पा रहा था। मैने मुन्ना भाई निवासी
चंदन टॉवर से 04 लाख रूपये व लल्ला भाई निवासी चंदन टॉवर से 4.50
लाख रूपये 4 रूपये पति सैकडा व बाबू भाई निवासी आजाद नगर
से 2 लाख रूपये 5 रूपये सैकडा से ब्याज पर लिया था। 3
दिसम्बर 2011 को मै मेरे भानजे माबूद के पास गया और उससे
मिला। मैने उसको बताया कि मेरे उपर कर्ज हो गया है मेरी मदद करों तो उन्हौने बोला
कि आप 15-20 दिन रूकों कुछ व्यवस्था करता हू। फिर भानजे ने
ये योजना बताई। मैं उस दिन कुल करीब 03 किलों सोना लेकर घर से निकलकर पैदल
शीतला माता बाजार गया, वहां पर माबूद स्कार्पियों लेकर खडा मिला,
माबूद
ने मुझे सरवटे बस स्टेंड छोडा, मैं वहां से खंडवा निकल गया जहा से मै
सुबह 8:10 पर बोंम्बे मेल से चलकर शाम करीब 7:30 बजे इलाहाबाद
पहुंच गया। वहा पर दो-तीन दिन इलाहाबाद में केंट रोड पर मुस्लिम होटल में तीन दिन
रूका। वहा से तीन दिन बाद लखनऊ आ गया। लखनऊ से बाराबंकी होकर सडक मार्ग से देवा
शरीफ की दरगाह पहुचा वहा पर 10 दिन तक रहा। 10 दिन बाद दरगाह
से आसनसोल रेल से गया, वहां 10-15 दिन स्टेद्गान
के पास लॉज में रूका। 10-15 दिन बाद बस से कोलकाता पहुॅचा वहां
लॉज में 03 दिन रूका वहॉ मैनें एक टैक्सी वाले से रूम का बोला तो उसने कोलकाता
से 60 किमी. दूर अनवरवीरा में किराये के मकान में करीब एक साल तक रहा।
घटना के एक महिने बाद मैनें कोलकाता पहुंचने के बाद मैने माबूद को फोन पर एसटीडी
से कॉल किया और इंदौर के हालचाल पूछे। फिर उसने बोला कि माहोल ठंडा हो गया है
लेकिन मुझे इस नम्बर पर कॉल नही करना। मेरे नम्बर पर फोन लगाना फिर मैंनें 02
दिन बाद माबूद को दूसरे नम्बर पर फोन लगाया तो वह बोला मेरे इस नम्बर पर कॉल मत
करना मैं एक नम्बर दे रहा हू उस पर कॉल करना। माबूद ने मुझे 9564397391
नम्बर दिया जिस पर मुझे बात करनी थी। 2012 से 2015 तक करीब दो बार
माबूद मुझसे मिलने आया तथा करीब 7 लाख रूपये दिये। अंतिम बार मुझे मई 2015
में 1 लाख 20 हजार रूपये भेजे थे जो सेफु के माध्यम से मुझे
प्राप्त हुए। मैनें अधिकांश समय बार डोगरा में बिताया । जहा पर आर्मी एरिया में
दाल चावल की दुकान चलाकर समय व्यतीत किया।
पुलिस टीम ने बादशाह एवं माबूद की निशानदेही पर
कुल करीब 1 किलो 50 ग्राम सोने के
जेवरात एवं सोना माबूद पिता शेख तालिब अलीमंडल नि. बोहरा बाखल इंदौर से जप्त किये
है। अन्य माल के बारे मेंबादद्गााह एवं माबूद से पूछताछ चल रही है। बादशाह ने अन्य
व्यापारियों को भी माल बेचना बताया है, जिसके संबंध में जानकारी प्राप्त की जा
रही है। आरोपी बादशाह द्वारा व्यापारियों से लेकर भागे सोने व माल मश्रुका की
जप्ती के हरसंभव प्रयास किये जा रहे है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जिसमें
और माल जप्त होने की संभावना है।
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