इन्दौर-दिनांक
30 अगस्त 2016-पुलिस थाना महूं क्षेत्रान्तर्गत
दिनांक 31.05.16 को रात्रि 10 बजे चमड़ा
व्यापारी दिलशाद फारुकी रोज की तरह अपने गोदाम पीठ रोड से खान कालोनी अपने घर
मोटरसायकल से जा रहा था। तभी अज्ञात बदमाशो ने मोटरसायकल से उसका पीछा करमाल गोदाम
रोड़ पर दिलशाद को पीछे की तरफ से जान से मारने की नीयत से गोली मारकर भाग गये थे।
जिसकी सूचना पर पुलिस थाना महूं द्वारा अपराध क्रमांक 355/16 धारा 307
भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये उप पुलिस
महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा घटना का जल्द पर्दाफाश कर,
आरोपियो
के पकड़ने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम
श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महू श्री विवेक सिंह एवं
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस महू श्री अरुण कुमार मिश्रा के मार्गनिर्देशन मे थाना
प्रभारी महू श्री प्रमोद साहू के नेतृत्व मे टीम बनाकर अज्ञात आरोपियो की पतारसी
हेतु लगाया गया।
पुलिस टीम द्वारा विवेचना के दौरान घायल एवं
अन्य गवाहो तथा आसपास के लोगो आदि से पूछताछ की गयी। घायल द्वारा अपनी बहन के देवर
तंजील फारुकी पर शक जाहिर किया गया तथा मुखबिरो द्वारा भी तंजील फारुकी के द्वारा
इस अपराध को अपने साथियो के साथ मे अंजाम देना बताया। उक्त जानाकारी के आधार पर
पुलिस टीम द्वारा वैज्ञानिक साक्ष्यो एवं मुखबिर सूचना के आधार पर संदेही नदीम शेख
निवासी मोती महलटाकीज को पकड़कर पूछताछ की गयी तो, उसने बताया कि
तंजील फारुकी के कहने पर, उसने घटना से दो माह पूर्व किशनगंज
निवासी रोहित उर्फ सनातन यादव से पिस्टल व राउन्ड खरीदे थे। बाद मे अमित उर्फ काड़ा
चावरे व तुषार उर्फ तिलकधारी को पैसो का लालच देकर दिलशाद को मारने की योजना मे
शामिल किया। तंजील फारुकी द्वारा अमित चावरे को बताया गया कि बम्बई के एक व्यापारी
को मारने की सुपारी मिली है, तुम अपने दोस्त तुषार उर्फ बिट्टु के
साथ उसे गोली मारकर खत्म कर देना, पिस्टल व राउन्ड एवं मोटरसायकल का
इंतजाम मै कर दूंगा। इस काम के बदले मे तुम्हे एक लाख रुपये एवं तेरे बड़े भाई
संदीप मट्टो को जेल से छुड़वा भी दूंगा। तंजील फारुकी ने घटना से 5-7
दिन पूर्व एवं घटना के एक घण्टे पहले, दिलशाद उर्फ बब्बु को पीठ रोड़ पर दिखा
कर, बताया था कि इसे ही गोली मारकर खत्म करना है। दिनांक 31.05.16 को
तंजील फारुकी ने एक मोटरसायकल का इंतजाम कर अमित को अपने घर से एक पिस्टल व दो
कारतूस मेग्जीन मे भरकर दिये और घटना को अंजाम देने के लिये उक्त मोटरसायकल से माल
गोदाम रोड़ पर रवाना कर दिया। बिट्टो मोटरसायकल चला रहा था एवं अमित चावरे पिस्टल
लेकर पीछे बैठाथा। जब दिलशाद उर्फ बब्बु पीठ रोड़ तरफ से आया तो अमित और बिट्टो ने
उसका पीछा करते हुये कुछ दुरी पर माल गोदाम रोड़ पर अमित ने दिलशाद के पास आकर उसके
सिर पर गोली चला दी जिससे दिलशाद मोटरसायकल सहित रोड़ पर गिर गया। अमित और तुषार
उर्फ बिट्टो दिलशाद को मरा हुआ समझकर वहां से भागकर अपने अपने घर चले गये।
पुलिस द्वारा उक्त चारों आरोपियों से पूछताछ पर,
उन्होने
अपना जुर्म स्वीकार किया है, जिन्हे गिरप्तार कर लिया गया है।
प्रकरण के मुखय आरोपी तंजील फारूखी की गिरफ्तारी शेष है, जिसे भी शीघ्र
गिरफ्तार किया जावेगा।
उक्त आरोपियो को पकड़ने वरिष्ठ अधिकारियों के
मार्गदर्शन में थाना प्रभारी महू श्री प्रमोद साहू के नेतृत्व में उनि. विकास
शर्मा, प्रआर. 2637 हुकम शर्मा, प्रआर. 1466
केदार,
प्रआर.
संजय गायकवाड़ तथा आर. 1876 जगदीश मीणा की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय
भूमिका रही।
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