इन्दौर-दिनांक 12 अगस्त 2015-पुलिस थाना विजय नगर क्षेत्रान्तर्गत दिनाक 11.08.15 को मालवीय नगर बीट में बीट भम्रण के दौरान पुलिस थाना विजय नगर के आर.3078 गौतमपाल एवं आर.3304 आशीष शर्मा ने टेलीफोन पर सूचना दी कि होटल कन्ट्री-इन के सामने दो संदिग्ध व्यक्ति गाडी नम्बर एमपी/04/सीडी/2343 में बैठे हुये है। वहा पहुंचने पर थाना प्रभारी विजय नगर श्री छत्रपाल सिंह सोलंकी द्वारा दोनो व्यक्तियो से नाम पता पूछने पर उन्होने अपना नाम नवीन जिन्दल व सुरेश ठाकुर बताया। पूछताछ पर ओशियन पार्क निपानिया एडंवास एकेडमी के पास इंदौर पर रहना बताया एवं रोनक प्लाजा थर्ड फ्लोर 303 साउथ तुकोगंज इदौर मे सीन फायनेन्सर एड क्रेडिट के नाम से कार्यालय होना बताया। इनके पास वाहन एमपी/04/सीडी/2343 होण्डा सिटी कार के रजिस्टे्रशन नम्बर को जब एम-पी ट्रान्सपोर्ट साईड पर देखने पर उक्त वाहन नम्बर एक वेगनार कार का पाया गया। वाहन का गलत नम्बर होने पर, दोनो संदिग्धो से बारीकी से बाहन के नम्बर के संबंध में पूछताछ की गई, लेकिन इनके द्वारा इस संबध मे कोई संतोष जनक उत्तर नही दिया।
शंका के आधार पर दोनो संदिग्ध व्यक्तियों व वाहन को पुलिस
थाना विजय नगर लाकर पूछताछ की गयी, तो सुरेश
ठाकुरनाम बताने वाले व्यक्ति ने अपना असली नाम सोहेल सोलकर पिता मजीद सोलकर (42)
निवासी 78 के न्यू खोल राजीवाडा रत्नागिरी (महाराष्ट्र) एवं फ्लैट न.
704 बिल्डिग न. 3 विंग बी पुलिस फेडरेशन कम्पाउण्ड मालवानी मलाड
वेस्ट मुम्बई तथा नवीन जिंदल नाम बताने वाले ने अपना नाम शादाब शेख पिता सलीम
यूसूफ शेख (35) निवासी सोन मिल
कम्पाउण्ड दरगाह चाल रूम नं. 2 टी जे रोड शीवरी
वेस्ट मुम्बई बताया। सोहेल सोलकर ने उक्त गाडी का सही नम्बर एमएच/04/एबी/0712 जोकि उसकी पत्नी नाजनीन के नाम होना बताया। गलत नम्बर
लगाने के सम्बध मे बारीकी से पूछताछ पर सोहेल सोलकर ने बताया कि उसने उसके साथी
शादाब शेख की पत्नी जिसका कि इंदौर मे डिव्य शाह के नाम से सिन फायनेन्सर एंड
क्रेडिट के नाम की कम्पनी है, जिसका वह लीगल
एडवाइजर वं वेरिफाइडर तथा शादाब शेख लीगल डिपार्टमेन्ट का काम देखता है। इनका एक
अन्य साथी विजय ग्रोवर निवासी मीरा रोड मुम्बई भी इस कम्पनी मे काम देखता था।
कम्पनी के रजिस्ट्रेशन के सम्बध मे पूछताछ करने पर फायनेन्स के सम्बन्ध मे कोई
रजिस्ट्रेशन नही होना बताया ना ही प्रस्तुत किया गया। पुलिस द्वारा सोहेब सोलकर की
तलाशी ली गई तो उसकेपास एक पेनकार्ड जिसका नम्बर एएक्सक्यूपीटी6037पी जिसमे सोहेल का फोटो लगा है, पर नाम सुरेश ठाकुर पिता धीरू भाई ठाकुर लेख
किया है। इसी प्रकार ड्रायविग लायसेन्स नम्बर जीजे 01/004218/05 दिनांक 12/08/05 का बना हुआ है, उस पर भी उक्त नाम एवंम फोटो पाया गय तथा कार का रजिस्टे्रशन कार्ड एमपी/04/सीडी/2343 मध्यप्रदेश के भोपाल शहर के पते पर सुरेश ठाकुर के नाम से
बना पाया गया। इन दस्तावेजों के सम्बन्ध मे पूछताछ करने पर तीनो ही नकली होकर
स्कैन करके बनाना बताया। आरोपियों के पास से पांच मोबाईल जिसमे अलग-अलग सिम लगी थी,
पाये गये। इनके पास से एचडीएफसी बैंक के 3 डेबिट कार्ड, डीसीबी कंपनी के दो डेबिट कार्ड, आईसीआई बैंक के दो कार्ड, स्टेण्डर्ड चार्टड का एक कार्ड तथा रिलायंस कंपनी का एक
कार्ड पाया गया तथा शादाब के पास पर्स में उसकी पत्नी का फोटो मिला जिसका नाम
सहारा बताया। पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर सोहेल सोलकर ने बताया कि उसने व
उसके दोस्त शादाब शेख एवं उसकी पत्नी सहारा तथा अन्य साथी विजय ग्रोवर निवासी
मुम्बई ने इंदौर मे गलत नाम पते रखकर फर्जी फायनेन्स सम्बन्धी कार्यालय खोला,
जो बैगलोर /हैदराबाद /विशाखापट्टनम /गुजरात आदि
स्टेट मे सीन फायनेन्स एण्ड क्रेडिट के नाम से एड देकर लोगो को करोडो का लालच दिया
गया। सोहेल सोलकर स्पाट विजिट कर लोन दिलाने के नाम से स्पाट वेरिफिकेशन के समय 4-4 लाख रूपये लेते थे तथा सम्बन्धित लोन लेने
वाले को 15 दिन मे फायनेन्स की
ग्यारण्टी देते थे। अभी तक इनकी कम्पनी मे 40-50 लोगो ने फायनेन्स के लिये एप्लाई किया जिसका रिकार्ड इंदौर
के कार्यालय मे रखा होना बताया। फायनेन्स की लम्बी चौडी रकम का लालच देकर 4-5 लाख रू. लेते थे। दिनांक 08.08.15 को जी सजय कुमार विशाखापट्टनम को भी लालच देकर
2 लाख रूपये लिये थे ऐसा
पूछताछ मे बताया। तुकोगंज के पूर्व ऑर्विट मॉल विजय नगर मे ऑफिस चलाकर नकली
फायनेन्स संबन्धी काम करना बताया। इन लोगों ने नकली नाम पते व गाडी नम्बर इसलिये
लिखे थे, कि वह पकड मे न आ पाये।
उक्त सूचना पर पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर श्री संतोष
कुमार सिह के निर्देशन में, पुलिस अधीक्षक
पूर्व श्री ओ.पी त्रिपाठी एवं अति, पुलिस अधीक्षक
श्री राजेश साहाय एवं नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री विपुल श्रीवास्तव के
मार्गदर्शन में आरोपियों के विरुद्व थाना विजय नगर पर अप.क्र. 892/15 धारा420, 467, 468, 465 भादवि के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया। पुलिस द्वारा
दोनो आरोपियो को गिरफ्तार कर, इनके गैंग के
बारे में विस्तृत पुछताछ की जा रही है, जिसमें और खुलासे होने की प्रबल संभावना है।
उक्त फर्जी फायनेंस कंपनी की गैंग को पकडने में वरिष्ट
अधिकारियों के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी
विजय नगर श्री छत्रपाल सिंह सोलंकी के नेतृत्व में प्र.आर.2871 सुरेश भदकारे, आर. 3078 गौतम पाल, आर. 3304 आशीष शर्मा,
आर. 2909 शैलेन्द्र मीणा तथा आर. 3080 विरेन्द्र तौमर का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
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