इंदौर- दिनांक- 01
नवम्बर 2020-
पुलिस महानिरीक्षक इंदौर झोन श्री योगेश देशमुख
एवं पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर (शहर) श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा संदिग्ध
मामलों में गंभीरतापूर्वक विवेचना करने तथा संदिग्ध घटनाक्रमों की सूक्ष्म विवेचना
करने के संबंध में समस्त पुलिस अधीक्षकों
एवं थाना प्रभारियों को निर्देश दिये हैं। उक्त निर्देशों के तारतम्य में
पुलिस अधीक्षक इंदौर (पश्चिम) श्री महेश चंद्र जैन ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
श्री प्रशांत चौबे व नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री पुनीत गेहलोद को उक्त
कार्यवाही करवाने हेतु निर्देशित किया था। उक्त प्राप्त निर्देशों के पालन में
थाना प्रभारी थाना द्वारकापुरी निरीक्षक धर्मवीर सिंह नागर ने प्रत्येक संदिग्ध
घटना क्रम पर नजर रखी।
घटना क्रम-----
दिनांक
27.10.2020 को थाना मानपुर में किसी अज्ञात वाहन
द्वारा रात्रि करीबन 10.00 बजे किसी अज्ञात व्यक्ति को टक्कर
मारने से उस व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। जिस पर से थाना मानपुर में अपराध क्र. 307/2020
धारा 304ए भादवि एवं मर्ग क्र. 48/2020
धारा 174 जाफौ का पंजीबद्ध कर जांच विवेचना की
जा रही थी। उस अज्ञात मृतक व्यक्ति की शिनाख्तगी दीपक वर्मा पिता मांगीलाल वर्मा
उम्र 23 वर्ष नि. बांगडदा थाना बरोठा जिला
देवास हाल विजय दुबे का मकान, 161 गुरुशंकर नगर
इंदौर के रूप में हुई।
दिनांक
31.10.2020 को फरियादी मुकेश वर्मा पिता बाबूलाल
वर्मा उम्र 39 साल नि. ग्राम चंदाखेडी तह. सोनकक्ष
जिला देवास हाल मुकाम – 161 लाल बाउड्री गुरूशंकरनगर इन्दौर मो. 7477206477 ने
रिपोर्ट किया कि उसका भांजा दीपक वर्मा पिता मांगीलाल वर्मा उम्र 23
वर्ष नि. बांगडदा थाना बरोठा जिला देवास हाल विजय दुबे का मकान, 161
गुरुशंकर नगर इंदौर दिनांक 27.10.2020 से
घर नहीं आया है। उसको लवीन, मनीष, प्रकाश
मिलकर अपने साथ जबरदस्ती गाडी पर बैठाकर
लेकर गये शिवसागर महू में रियान स्कूल के पास मारपीट किया था। जिस पर से
थाना द्वारकापुरी पर अपराध क्र. 542/2020
धारा 365, 342, 323, 506, 34 भादवि का
पंजीबद्ध किया।
घटना का संक्षिप्त विवरण---
दिनांक 27.10.2020 को
करीबन 02.00 बजे दीपक के दोस्त लवीन, मनीष सोलंकी एवं प्रकाश जाधव मोटरसाईकल
एवं जुपीटर से उसके घर गुरुशंकर नगर आये तथा मृतक दीपक को जुपीटर गाडी पर बीच में
बैठाकर ले गये पीछे मनीष सोलंकी बैठ गया और जुपीटर लवीन चला रहा था। मोटरसाईकल पर
मृतक दीपक का मामा अजय वर्मा प्रकाश जाधव के पीछे बैठ गया। फिर आरोपीगण मृतक को
गमले वाली पुलिया से होते हुए शैलेष गोयल के किराये के शिव सागर कालोनी वाले मकान
पर लेकर गये जहां पर शैलेष गोयल महुवाला मिला। आरोपियों व मृतक ने मिलकर मृतक की
महिला दोस्त यशस्वीनी उर्फ शिवानी की शीदी शाहदा (महाराष्ट्र) के रहने वाले शैलेष
के साढू भाई प्रवीण के भतीजे गोकुल के साथ करीबन दो माह पूर्व कराई थी। शादी के
बाद यशस्विनी उर्फ शिवानी शाहदा से गहने व रुपये लेकर इंदौर आ गई थी। जो मृतक ने
अपने पास रख लिये थे। इन्हीं गहनों व पैसों के बंटवारे को लेकर आरोपीगण व मृतक
दीपक के बीच विवाद चल रहा था इसी बात को लेकर दीपक के साथ बहस कर धक्का मुक्की
किया। शैलेष गोयल और लवीन ने कमरे मे लगे पर्दे की राड से दीपक के साथ मारपीट किया
और मनीष उस्तरा दिखाकर उसे डराया और प्रकाश जाधव लात- घूसो से मारपीट किया। अजय
वर्मा ने बीच बचाव किया तो लवीन और शैलेष ने अजय वर्मा के साथ भी मारपीट की करीब
आधा घंटा तक दीपक के साथ मारपीट करने के बाद शैलेष गोयल ने कहा कि इसे ले जाओ और
अजय को धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो जान से खत्म कर देगे। दीपक के शरीर पर
मारपीट से जगह-जगह अंदरूनी चोटे आई थी और थोडा –बहुत
खून भी निकला था वह लगभग अधमरा जैसा हो गया था। फिर लवीन और मनीष दीपक को जबरदस्ती
जुपीटर पर बीच मे बैठाकर और प्रकाश अजय वर्मा को मोटरसाईकल पर लेकर रेयान स्कूल के
पीछे वाली गली मे लेकर गये फिर दीपक को कंधे मे हाथ डालकर थोडी दूर ले जाकर फिर
उसके साथ तीनो मारपीट किया इसी बीच मौके का फायदा उठाकर अजय वर्मा जान बचाकर मौके
से भाग गया। भागते हुए अजय वर्मा ने देखा कि तो यह तीनो आरोपी लोग फिर से दीपक को
बीच जबरदस्ती बिठाकर ले गये। उसके बाद तीनों
आऱोपीगणो ने मिलकर दीपक वर्मा जो कि अधमरी हालात में कराह रहा था को जान से
मारने की नीयत से मानपुर बिचोली गांव के पास हाईवे पर तेज गति से आ रहे कंटेनर से
सामने फेंक दिया। जो यह सब बातें आरोपियों
ने मैमोरेण्डम कथनों मे बताई जिस पर प्रकरण में धारा 302
भादवि बढाई गई। मैमोरेण्डम कथनानुसार आरोपियों के बताए छिपाए स्थान से एक मोटर
सायकल टीवीएस स्टार MP09LH9941, खून लगी पर्दे
की स्टील धातु की राड, उस्तरा, घटना
के वक्त तीनों आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़े जप्त किये गए गए हैं। घटना के बाद
आरोपी लवीन और मनीष ने घटना में उपयुक्त शैलेष गोयल की ज्यूपीटर गाडी उसे वापस कर
दी थी। आरोपी शैलेष गोयल घटना दिनांक से फरार है।
हत्या का मुख्य कारणः—
मृतक ने अपने सहयोगियों के साथ अपनी महिला दोस्त
यशस्वीनी उर्फ शिवानी की शाहदा (महाराष्ट्र) में शैलेष के साढू भाई प्रवीण के
भतीजे गोकुल के साथ करीबन दो माह पूर्व कराई थी। शादी के बाद यशस्विनी उर्फ शिवानी
शाहदा से गहने व रुपये लेकर इंदौर आ गई थी। जो मृतक ने अपने पास रख लिये थे।
इन्हीं गहनों व पैसों के बंटवारे को लेकर आरोपीगण व मृतक दीपक के बीच विवाद चल रहा
था। आऱक्षक 3346 शशांक की विश्वनीय मुखबिर सूचना पर
स्कीम न. 135 के खाली मैदान से 1. लवीन
उर्फ भूपेन्द्र पिता राजेन्द्र साबलकर जाति मराठा उर्म 32
वर्ष नि. 126 राजेन्द्र नगर पुलिस लाईन के सामने
मेन रोड़ राजेन्द्र इन्दौर हा.मु. 12/1 महाराष्ट्र
मंडल जवाहर नगर देवास 2. मनीष सोलंकी पिता राधेश्याम सोलंकी
उम्र 25 बर्ष निवासी 13
धनश्रीनगर नवनीत गार्डन के पास इन्दौर 3. प्रकाश उर्फ
ओमप्रकाश पिता रंजीत उर्फ रंजू सिंह जाधव
उम्र 19 वर्ष नि. सी-45
बुद्धनगर मल्टी इन्दौर का रहना बताया को
पकडा गया। मेमो के आधार घटना में प्रयुक्त
वाहन मोटरसाइकिल, पर्दे की राॅड, उस्तरा,घटना
के वक्त तीनों आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़े उनके बताए अनुसार जप्त किए गए हैं।
एक आरोपी शैलेष गोयल नि. शिव सागर कालोनी इन्दौर फरार है।
उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी
द्वारकापुरी निरीक्षक डीव्हीएस नागर, उप निरीक्षक एस. एन. पाण्डेय, उनि
विकास पाटिल, आर. 3346 शशांक
(महत्वपूर्ण) आर. 3234 स्वदीप , आर.
349 देवकुमार, आर.
3761 संतोष राठौर प्रआर. 3551 ओमप्रकाश
, आर. 3346 तन्मय, आर.
1821 पूरन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस
अधीक्षक महोदय पश्चिम श्री महेश चंद्र जैन ने संपूर्ण टीम को पुरुस्कृत करने की
घोषणा की है।
No comments:
Post a Comment