Monday, September 14, 2020

· सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स एवं ऑनलाईन ठगी से संबंधित शिकायतों पर क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा की जा रही है प्रभावी कार्यवाही।

 ·       ठगी के शिकार हुये पीड़ितों के ठगों के चंगुल से वापस कराये लाखों रूपये।

·       350 से अधिक फर्जी फेसबुक/इन्स्टा आई डी सहित ईमेल एकाउण्टस को कराया बंद।

·       पोर्न बेबसाईट से वीडियो डिलीट कराने के साथ ही वायरस अटैक संबंधी शिकायतों का भी किया निराकरण।

 

इंदौर - दिनांक 14.09.2020 - क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम द्वारा सायबर अपराधों के शिकार हुये पीड़ितों की हरसंभव मदद की जा रही है जिसमें आवेदकों के ठगे गये पैसों को वापस कराने, सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स से संबंधित शिकायतों के निपटारे के साथ ही आमजनों को सायबर अपराध तथा आनलाईन ठगी से बचने के लिये क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा जागरूक किया जा रहा हैं। विगत कुछ माहों में क्राईम ब्रांच को इस दिषा में महत्वपूर्ण सफलतायें भी मिली हैं जिससे आमजनों के मन में पुलिस के प्रति विष्वास जागृत हुआ है तथा इसके सकारात्मक परिणाम परिलक्षित हुये हैं।

            आनलाईन ठगी से संबंधित प्राप्त शिकायतों में विगत दिनों में क्राईम ब्रांच को आवदेक संजय मालवीय के 5339 रूपये, विकास नाईके के 2079 रूपये, अनुपा नाहक के 47280 रू, राजेन्द्र वलवानी के 16,000 रू, विजय सिंह चौहान के 13594 रू, मोना माहेश्वरी के 35,000 रू, मो0 अतीक खान के 8952 रू, अली असगर के 33996 रू, महक चौधरी के 45000 रू, शौर्य सूद के 38000 रू, पियूष निले के 7499 रू, रूपेश नीमा के 35000 रू, मयंक 8000 रू, प्रीति शास्त्री 3500 रू, इवेश खान के 40000 रू, के ठगे गये रूपयों को, ठगों के चंगुल से वापस आवेदकों को दिलाने में सफलता मिली है। इसमें आनलाईल ठगी के समस्त माध्यम ठगों द्वारा पैसा प्राप्त करने के लिये उपयोग किये गये थे जिसमें जॉब के नाम पर ठगी, कस्टमर केयर के स्थान पर गुगल पर अपना नम्बर अपलोड कर झांसे में लेकर की गई ठगी, बैंकिग कार्डस के नाम पर ठगी, लोन लेने तथा टावर  लगवाने के नाम पर ठगी आदि के प्रकार प्रमुख हैं जिसमें ओटीपी मांगकर यूपीआई लिंक भेजकर तथा झांसे में लेकर रूपये जमा कराकर ठगी की घटनायें कारित की गई थी। समय रहते क्राईम ब्रांच को सूचना मिलने पर त्वरित कार्यवाही करते हुये ऐसे पीड़ितों के कुल 03,40,739 रूपये वापस कराने में उल्लेखनीय सफलता मिली है जोकि आनलाईन ठगी से पार पाना वर्तमान में पुलिस के लिये चुनौतीपूर्ण लक्ष्य है। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स से संबंधित प्राप्त होने वाली शिकायतों में भी उल्लेखनीय कार्यवाही की गई है जिसमें आवेदक आकांक्षा जैन की ईमेल आई डी व 1500 रू रिकवर कराये गये, तथा आवेदक विकास नेहवाल का पुलिस मंच पत्रिका का फेसबुक पेज रिकवर, देवाशीष का जीमेल एकाउण्ट रिकवर, कौशलेन्द्र का हैक फेसबुक एकाउण्ट बंद कराया, केसी जॉर्ज का याहू एकाउण्ट रिकवर, उज्मा रावतीलाल का व्हाट्सऐप रिकवर, मंजू चौधरी के यूटयुब से आपत्तिजनक वीडियो हटवाये, राजेन्द्र जादौन का फेसबुक एकाउण्ट रिकवर, कुशल सुवासिया के सिस्टम में  रेंसम वायरस के अटैक को निष्क्रिय किया, राकेश अग्रवाल के फर्जी फेसबुक आईडी को बंद कराया, स्वाति (परिवर्तित नाम) नामक युवति के पोर्न बेबसाईट से आपत्तिजनक वीडियो हटवाये, इसके अलावा किसी भी व्यक्ति  के नाम तथा फोटो का दुरूपयोग कर फर्जी इन्स्टा व फेसबुक पेज से संबंधित शिकायतों पर भी कार्यवाही की गई । क्राईम ब्रांच की टीम विगत दिनों में लगभग 350 से अधिक फर्जी फेसबुक इन्स्टा आई डी की शिकायतें प्राप्त होने पर उन्हें संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफार्म की लीगल टीम से समन्वय स्थापित कर उन्हें बंद करा चुकी है।

 

            क्राइम ब्रान्च इंदौर, अपराध जगत में लिप्त बदमाशों पर कार्यवाही करने के साथ साथ साइबर अपराधों की जाँच का उन पर भी कड़ी कार्यवाही कर रही है इसमें कुछ गिरोह चिन्हित कर उनके विरुद्ध आई टी एक्ट व धोखाधड़ी सम्बन्धी भादवि की विभिन्न धाराओं में मुकदमा कायम किये गए हैं अतः शीघ्र ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।

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