ऽ टेक महिन्द्रा में कार्य करने वाली युवति लोगों को सरकारी कार्ड बनवाने का ठेका देकर कर ही थी ठगी।
ऽ अलीराजपुर, धार जिलों में ठेका देने के नाम पर 07 लाख में तय हुआ था सौदा, मंत्रालय से जानकारी ज्ञात करने पर फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा।
ऽ 50 हजार रूपये एडवांस लेने के बाद, शेष रूपये प्राप्त करने आई सुवति को जाल बिछा क्राईम ब्रांच की टीम ने दबोचा।
ऽ पूछताछ में युवति ने कई जिलों में इस प्रकार ठगी करने की वारदातों को करना कबूला, नेटवर्क की पतारसी हेतु पूछताछ जारी।
इन्दौर दिनांक 23 जुलाई 2020 - पुलिस महानिरीक्षक श्री विवेक शर्मा के निर्देशन में चिटफण्ड, फर्जी एडवाईजरी, तथा ठगी करने वाली गिरोहों के विरूद्ध संपूर्ण झोन में अभियान चलाया जा रहा है। उक्त अभियान के तहत पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री हरिनारायणाचारी मिश्र इंदौर शहर के द्वारा पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री सूरज वर्मा के निर्देषन में क्राईम ब्रांच इंदौर को ठगी, अवैध लाभ, तथा अन्य आर्थिक अपराधों को कारित करने वाली गिरोहों के संबंध में आसूचना सकंलित करउनकी धरपकड़ करने हेतु दिशा निर्देश दिये गये थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री राजेश दण्डोतिया द्वारा क्राईम ब्रांच की थाना स्तर पर टीमों का गठन कर उनको योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी कार्यवाही करने हेत समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि आवेदिका कल्पना सक्सेना निवासी इंदौर द्वारा क्राईम ब्रांच इंदौर में एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसमें लेख किया था कि कुछ लोगों द्वारा भारत सरकार द्वारा जारी ’’वन नेशन वन कार्ड योजना’’ के तहत लोगों को यह झांसा दिया जा रहा है कि वह लोग टेक महिन्द्रा कंपनी से नाता रखते हैं जिसने भारत सरकार द्वारा जारी ’’वन नेशन वन कार्ड योजना’’ नामक देशव्यापी योजना के तहत म0प्र0 के सभी जिलों में कार्ड बनवाने का टेण्डर लिया है अतः जिले स्तर पर कार्ड बनवाने हेतु सर्वे व ठेका देने के लिये लोगों को झांसे में लिया जा रहा है। आवेदिका को इसी प्रकार सर्वे तथा ठेका देने के लिये पल्लवी पुरे नामक महिला द्वारा संपर्क किया गया तथा फर्जी तथ्यों के आधार पर आवेदिका को धार और अलीराजपुर जिलों में कार्ड बनवाने के सर्वे तथा ठेका देने के लिये झांसा दिया गया।
आवेदिका से 03 लाख 50 हजार रूपये प्रति जिले के हिसाब से 02 जिलों के ठेके के लिये 07 लाख रूपये का सौदा तय हुआ। बाद आवेदिका से आरोपिया पल्लवी पुरे ने एडवांस 50 हजार रूपये का चेक प्राप्त कर लिया तथा शेष रूपयों की मांग की किंतु आवेदिका ने जब इस बारे में जानकारी पता किया तो ज्ञात हुआ कि ऐसी कोई निविदा भारत सरकार द्वारा जारी नहीं की गई जिसमें ’’वन नेशन वन कार्ड योजना’’ के अंतर्गत किसी भी जिले में किसी निजी कंपनी को सर्वे अथवा ठेका जारी दिया गया हो। आवेदिका को फर्जी तथ्यों के आधार पर ठगी होने का एहसास होने पर उसने क्राईम ब्रांच इंदौर को शिकायत की जिसमें क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम ने तत्परतापूर्वक कार्यवाही करते हुये ठगी करने वाली महिला को पकड़ने के लिये जाल बिछाया।
आवेदिका सहित पुलिस की टीम ने आरोपिया पल्लवी को पैसे के लेन देन संबंधी बातचीत के लिये बुलाया तथा जैसे ही उसने शेष रूपयों की मोग की वहां मौजूद पुलिस की टीम ने आरोपिया पल्लबी पुरे पिता स्व0 कमलेश पुरे निवासी बी ब्लॉक 101 पर्ल गैलेक्सी बिचैली मर्दाना इंदौर को हिरासत में ले लिया तथा थाना द्वारिकापुरी में आरोपिया पल्लवी पुरे के विरूद्ध अपराध क्रमांक 370ध्20 धारा 420 के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया।
आरोपिया पल्लवी पुरे ने बताया कि वह टेक महिन्द्रा कंपनी की कर्मचारी है जिसका चण्डीगढ़ में ऑफिस है। उसने बताया कि इस प्रकार ठेका देने के परिपेक्ष्य में देवास, उज्जैन तथा शाजापुर के लोगों से भी पैसे ऐंठे है। आरेापियों से विस्तृत पूछताछ जारी है जिसमें ठगी की कई वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।
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