Friday, May 17, 2019

★ 54 वर्षीय महिला ने किया जहरीले पदार्थ का सेवन, समय रहते संजीवनी हेल्पलाईन पर सूचना मिलने पर टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुये बचाई पीड़िता की जान।



बेटे और पति के बीच रोजाना होने वाले विवाद के कारण मानसिक रूप से टूट चुकी थी महिला, परिवार में क्लेश होने से जान गंवाना चाहती थी।

छत से कूदने का भी किया था प्रयास, बाद जहर खाकर बेसुध हो गई थी महिला।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर, महिला को अस्पताल में कराया भर्ती, समय पर उपचार मिलने से हालत में हुआ सुधार।

विवाद के कारणों को ज्ञात कर संजीवनी की टीम ने कराई, पारिवारिक काउंसलिंग।

इंदौर - 17 मई 2019- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र के निर्देशन मे इंदौर पुलिस क्राइम ब्रांच द्वारा संचालित *संजीवनी“- एक कदम जीवन की ओर* हेल्प लाईन द्वारा नकारात्मक विचारो से ग्रसित होकर जीवन से हताश एवं परेशान लोगो की काउंसलिंग कराई जाकर उनको नकारात्मक विचारो से उबारने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे है। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के मार्गदर्शन में इंदौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा किये जा रहे प्रयासो से कई पीड़ितो को मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसे गलत कदम उठाने जा रहे दौर से उबारने मे मदद मिली है।

           संजीवनी हेल्पलाईन ( क्राइम ब्रांच ) नंबर 7049108080 पर पीड़िता महिला संगीता (परिवर्तित नाम) उम्र 54 साल निवासी इन्दौर द्वारा सूचना दी गई थी कि वह पारिवारिक कारणों से स्वयं की जिंदगी खोना चाहती हैं तथा छत पर से कूदकर आत्महत्या करने जा रही है। प्राप्त सूचना पर टीम संजीवनी (क्राइम ब्रांच) द्वारा गंभीरता से संज्ञान लेकर प्रकरण में त्वरित प्रभावी कार्यवाही करते हुये थाना मल्हारंगज पुलिस की सहायता से मौके पर पहुंचकर पीड़िता को छत से कूदने से रोककर उसकी जान बचाने में सफलता प्राप्त हुई है।

          पीड़िता से की गई प्रांरभिक पूछताछ में ज्ञात जानकारी के आधार पर आत्महत्या करने का विचार मन में आने का कारण प्रथम दृष्टया पारिवारिक विवाद से मानसिक रूप से अत्यंत परेशान होना पाया गया। पीड़िता के परिवार में पति के अलावा उसके तीन युवा बेटे हैं जिनमें 02 बेटे रोजगारशुदा हैं किंतु सबसे छोटा बेटा आवारा तथा बेरोजगार है जोकि बाहर समाज में नित प्रति दिन उपद्रव तथा लड़ाई झगड़े करता है तथा परिजनों से भी विवाद करता है। पीड़िता ने बताया कि बेटे को जब उसके पिता आवारागर्दी करने से रोकते हैं तो वह अपने पिता से भी मारपीट तथा विवाद करता है जिसके चलते परिवार में काफी तनाव व असंतुलन की स्थिति बनी रहती है। घर में होने वाले रोजाना के झगड़े से पीड़िता मानसिक रूप से थक चुकी थी जिसके चलते उसके मन में परिवार के क्लेश का सामना करने की बजाय स्वयं की ही जीवनलीला समाप्त करने का विचार आया था। पति तथा पुत्र के मध्य होने वाले झगड़े से पीड़िता की प्रतिष्ठित पारिवारिक छवि धुमिल हुई थी अतः घर में तनाव व अशांति का माहौल होने के कारण स्वयं को काल के गाल में प्रवेश कराना चाहती थी।  

         पीड़िता द्वारा कठिन प्रयासों के बाद कई बार बीच-बचाव कर पारिवारिक झगड़े के मसले को सुलझा लिया गया किन्तु आये दिन हो रहे झगडें से वह मानसिक रूप से टूट चुकी थी। पीड़िता ने आज हुये पति व बेटे के झगड़े को समझाईश देकर सुलझाने का काफी प्रयत्न किया किंतु सफलता ना मिलने के कारण उसने पहले आत्महत्या करने के लिये छत से कूदने का प्रयास किया बाद में जहरीले पदार्थ का सेवन भी कर लिया था। समय रहते संजीवनी की टीम को सूचना मिलने पर उसने मौके पर पंहुचकर ना सिर्फ मनोचिकित्सक की सहायता से पीड़िता के पति तथा बेटे की साथ रहकर खुशहाल जीवन व्यतीत करने के लिये काउंसलिंग कराई बल्कि जहरीले पदार्थ का सेवन कर चुकी महिला को तुरंत अस्पताल ले जाकर, उपचार कराया जाकर उसकी जान को खतरे से उबारने में सफलता अर्जित की। 

           पीड़ित महिला की मनः स्थिति का आंकलन कर संजीवनी टीम के द्वारा मनोचिकित्सक विशेषज्ञों तथा कुशल परामर्श दात्रियो की सहायता से काउंसलिंग कराई गई। महिला को मानसिक अवसाद को दूर करने के उपाय भी बताये गये जिसको अमल मे लाकर पीड़ित महिला अब सामान्य स्थिति मे होकर खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही है।

         क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा जनसामान्य से यह अपील की जाती है कि ऐसे किसी भी अवसादग्रस्त व्यक्ति के संबंध मे जानकारी प्राप्त होने ( जोकि आत्महत्या जैसे विचार मन मे लाता है) पर इंदौर पुलिस द्वारा संचालित की जा रही संजीवनी हेल्पलाईन के मोबाईल नंबर 7049108080 पर सूचित करे ताकि ऐसे निराशावादी ग्रसित लोगो को उचित परामर्श मुहैया कराई जाकर आत्महत्या करने से रोका जा सके।
            
*हमारा संकल्प - आपकी सुरक्षा

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