इन्दौर-दिनांक
17 मार्च 2019-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती
रुचिवर्धन मिश्र के निर्देशन में इन्दौर पुलिस द्वारा संपत्ति संबंधी अपराधो वाहन
चोरी/नकबजनी के प्रकरणो मे आरोपियो की पतारसी हेतु प्रभावी कार्यवाही लगातार की जा
रही है। पूर्व मे थाना खजराना व लसूडिया मे वाहन चोर गैंग पकडी जा चुकी है । उक्त
तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक श्री मोहम्मद यूसुफ कुरैशी के निर्देशन मे अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक श्री शैलन्द्र सिंह चौहान एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री एस.के.एस.
तोमर केमार्गदर्शन मे थाना कनाडिया को बाग टाण्डा के आदिवासी वाहन चोरों को
गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त हुई है।
पुलिस थाना कनाडिया मे हाल ही मे नकबजन पकडे
गये थे इनके व्दारा पूछताछ के दौरान बताया गया था कि उनके कुछ साथी जो बाग व
टाण्डा क्षेत्र के निवासी है, यह लोग मजदूरी की तलाश मे इन्दौर के विभिन्न
थाना क्षेत्रो मे निवास करते है और मौका पाकर वाहन चोरी भी करते है। ऐसे कुछ लोगो
के बारें में इन नकबजनों ने बताया। उक्त
सूचना पर वाहन चोरी की गैंग को पकडने हेतु सूचना पतारसी एंव दबिश दी गई । खजराना
थाना क्षेत्र मे की गई दबिश कार्यवाही मे पकडे गये वाहन चोर सुखलिया उर्फ अनिल
पिता वाघु भील उम्र 20 साल निवासी ग्राम चिचबा थाना बाग जिला धार को
पुलिस टीम कनाडिया व्दारा गिरफ्तार किया गया ।
उक्त जानकारी के आधार पर वरिष्ठ पुलिस
अधिकारियों के मार्गदर्शन में इन्दौर पूर्वी क्षेत्र अति. पुलिस अधीक्षक श्री
शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे बाग टाण्डा ग्राम चिच्बा, बेक्लया,
कोदी,
आगर
झोपडा मे आधी रात मे दबिश कार्यवाही की गई, जिसमें पूरे 100 के
करीब अधिकारियो व जवानो की टीम ने कार्यवाही को अंजाम दिया। इस दौरान संदेही
अश्विन उर्फ आशुपिता केसर सिंह निवासी ग्राम बेकल्या थाना बाग जिला धार, सुनील
पिता रेवसिंह निवासी ग्राम बेक्लया थाना बागजिला धार, संजय निवासी
ग्राम आगर झोपडा थाना बाग जिला धार की भी तलाश की गई परन्तु यह घर पर नही मिले ।
आरोपी इन्दौर गाड़ियाँ चुराने के लिये आते थे।
वे पॉश कॉलोनियो के आसपास अपना डेरा जमा देते थे और मौका पाकर गाड़ियो के लॉक तोडकर
उसी वाहन से गाँव निकल जाते थे। जहाँ पर ये गाड़ियो की नंबर प्लेट बदलकर, बहुत
ही कम कीमत में वाहन बेच देते थे। जप्त हुए वाहनो मे कई गाड़ियो पर फर्जी नंबर
प्लेट पाई गई । आरोपियो से अब तक कुल 15 वाहन जप्त हो गये है, शेष
मिले 24 वाहनो का सत्यापनकर अग्रिम कार्यवाही प्रस्तावित है। आरोपी व्दारा
दी गई सूचना पर 38 वाहन मिले है। 24 गाडी ऐसी है
जिन पर फर्जी नंबर लिखे है तथा इंजन/चेसिस नंबर मे टेमपरिंग भी की गयी है। जिनका
रिकार्ड/ मालिक की जानकारी नही मिली है, जानकारी मिलने पर अग्रिम वैधानिक
कार्यवाही की जायेगी ।
यह वाहन तीनो चोरो की निशादेही पर थाना बाग व
टाण्डा के अंतर्गत आने वाले गाँवो मे दबिश के दौरान, रात्रि मे की गई
चैकिंग मे छोडकर भागे हुए संदिग्ध वाहन लाएगए है। इनमे से कुछ गाडियाँ वाहन चोरो व्दारा इन्दौर के
सूने स्थानो पर खडी की गई थी, उनको चोरो की निशादेही पर थाने लाया
गया है। थाना स्तर पर इन गाड़ियो के इंजन/ चेसिस नंबर/रजिस्ट्रेशन के आधार पर
मालिको की जानकारी के प्रयास किये जा रहे है। अग्रिम विवेचना मे जैसे खुलासा उसके
आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
वाहन चोर दिगर जिलो से जैसे देवास, इन्दौर,
भोपाल,उज्जैन,
खरगोन,
खण्डवा
से गाडी चुराते है और चैकिंग मे चकमा देने के लिए जिला धार का एमपी-11
नंबर लिख लेते है। ऐसा करने से स्थानीय पुलिस लोकल रजिस्ट्रेशन नंबर को बारीकी से
चैक नही कर पाती है, और चैकिंग के दौरान मौके पर कागज नही होने व
अन्य बहाना बना कर बच जाते थे। इन चोरी की गाड़ियों को 5 से 10
हजार रू. के सस्ते दामों पर देहात क्षेत्रों में बेच देते थे और फायनेंस की गाड़िया
बताकर कागजात आदि नहीं देते थे।
उक्त उल्लेखनीय कार्य को करने मे वरिष्ठ पुलिस
अधिकारियों के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक खजराना श्री एस.के.एस.तोमर,
नगर
पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री पंकज दीक्षित, थाना प्रभारी
कनाडिया, खजराना, तिलक नगर, विजयनगर,
एमआईजी,
लसूडिया
थाना क्षेत्रो के सभी कर्मचारीयो व पुलिस लाईन इन्दौर की टीम की सराहनीय भूमिका
रही।
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