Thursday, March 14, 2019

★ फर्जी फेसबुक आई डी बनाकर, मित्र की पत्नि को कॉलगर्ल बताकर बदनाम करने वाला आरोपी, क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में।



मित्र से लेन देन का चल रहा था विवाद, बदला लेने की नीयत से उसकी पत्नी के फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर किया बदनाम।
फर्जी फेसबुक आई डी बनाकर मित्र की पत्नी को बता रहा था कॉल गर्ल।
फेसबुक आईडी से दोस्तों को भेज रहा था सस्तें दामों में कालगर्ल उपलब्ध कराने का ऑफर।

इंदौर- 14 मार्च 2019- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमति रूचि वर्धन मिश्र इन्दौर (शहर) द्वारा शहर मे बढ़ रही ऑनलाईन फ्रॉड एवं सायबर क्राईम की घटनाओं पर उचित वैधानिक कार्यवाही करने हेतु क्राईम ब्रांच को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय इन्दौर श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की टीम को सायबर क्राईम को अंजाम दे रहे आरोपियों की पतासाजी कर उनके विरूद्ध विधिसंगत कार्यवाही किये जाने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
      क्राईम ब्रांच इन्दौर को सायबर अपराधों के संबंध में आवेदक नीरज ब्राम्हनियां पिता भंवरलाल उम्र 24 साल निवासी सोमनाथ की नई चाल पाटनीपुरा इंदौर द्वारा शिकायती आवेदन पत्र दिया गया था जिसमें उसने लेख किया था कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसकी पत्नी के नाम से फर्जी फेसबुक आई डी बनाकर उसकी पत्नि के फोटो पोस्ट कर रहा है जिसको कॉलगर्ल बताकर अज्ञात व्यक्ति उसकी पत्नि को बदनाम करने के साथ ही, उसके परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहा है। उपरोक्त शिकायती आवेदन पत्र को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुये क्राईम ब्रांच की टीम ने, कुशल योग्यता तथा उच्च व्यवसायिक दक्षता का परिचय देते हुये सूक्ष्मता से तकनीकी विशलेषण के आधार पर जांच की जिसमें किस व्यक्ति द्वारा यह कृत्य किया गया उसके संबंध में आवशयक जानकारी ज्ञात की गई।
ज्ञात जानकारी के आधार पर प्रारंभिक तौर पर जिन लोगों के मोबाईल नम्बर सामने आये क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा उनको तलब कर पूछताछ की गई जिसमें यह खुलासा हुआ कि आरेापी अनिल दोहरे पिता रविकांत दोहरे निवासी कुशवाह नगर मरीमाता इंदौर द्वारा अपने दोस्त के नाम से पंजीकृत मोबाईल सिम का उपयोग करते हुये फर्जी फेसबुक आई डी का निर्माण किया गया था जिसके माध्यम से वह अपने दोस्त नीरज ब्राम्हनियां की पत्नि को कालगर्ल बताकर बदनाम कर रहा था।

आरेापी से विस्तृत पूछताछ में उपरोक्त करने का आशय ज्ञात किया गया जिसमें उसने पुलिस टीम को बताया कि आरोपी अनिल दोहरे तथा नीरज ब्राम्हनियां दोनों साथ में पेण्टिंग का कार्य करते थे तत्समय दोनों परस्पर घनिष्ठ मित्र थे, उसी दरमियान आरोपी अनिल दोहरे ने तात्कालिक दोस्त नीरज ब्राम्हनियां को कुछ नगद राशि उधार दी थी काफी समय बीतने के बाद भी नीरज ब्राम्हनियां आरेापी अनिल दोहरे से उधार ली गई राशि नहीं चुका रहा था जिससे परेशान होकर आरोपी अनिल दोहरे ने, बदला लेने की नियत से नीरज ब्राम्हनियां की पत्नि को फर्जी फेसबुक आई डी से बदनाम करने की योजना बनाई तथा उसने अपने किसी अन्य मित्र के नाम से पंजीकृत सिम कार्ड का उपयोग करते हुये नीरज ब्राम्हनियां की पत्नि के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उसके फोटो अपलोड कर दिये तथा उसको कालगर्ल बताकर सोशल मीडिया में बदनाम करने लगा। आरोपी ने व्हाट्सऐप पर डिस्पले होने वाली इमेज को सेव कर फोटो संग्रहित कर फेसबुक पर पोस्ट किये थे।
         आरोपी ने बड़ी चतुराई से अपने दोस्त के मोबाईल फोन का उस समय फेसबुक आई डी बनाने के लिये उपयोग किया जब उसका दोस्त किसी काम से कुछ समय के लिये उसका मोबाईल फोन अनिल दोहरें के पास छोड गया था। आरेापी ने पुलिस गिरफ्त से बचने के लिये ऐसा किया था ताकि शिकायत के समय उसके मित्र का नाम सामने आने पर वह स्वयं बच सके। आरोपी नीरज ब्राम्हनियां की पत्नि के नाम से बनाई गई फर्जी फेसबुक आई डी से ही उनके मध्यस्थ दोस्तों को युवति को कालगर्ल बताते हुये मैसेज कर रहा था जिसके संबंध में नीरज ब्राम्हनियां को अपने सहमित्रों से जानकारी प्राप्त होने पर उसने पुलिस को शिकायत की है।
           आरोपी अनिल दोहरे ने अपना जुर्म कबूल किया है जिसे क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा पकड़कर थाना अपराध शाखा के प्रकरण क्र 01/2019 धारा 66C 66E 67 A एवं 74 सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम 2000 के तहत कायम कर आरेपी अनिल दोहरे को गिरफ्तार किया गया है। आरेापी अनिल दोहरें मूलतः भिण्ड जिले का रहने वाला है जोकि गत दो वर्षों से इंदौर में काम के सिलसिले में रह रहा था।
सायबर हेल्पलाईन: -* *7049124444, 7049124445
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