Wednesday, August 22, 2018

मोटर साइकिल टकराने की बात पर युवकों को बंधक बनाकर मारपीट करने वाले बदमाश, पुलिस थाना एमआईजी की गिरफ्त में। v पुलिस की त्वरित कार्यवाही से परदेशी युवक व उसका दोस्त हुए बदमाशो के चुंगल से मुक्त




इंदौर- 21 अगस्त 2018-  पुलिस की डायल 100 पर एक कॉलर व्दारा फोन कर बताया गया कि मै छतरपुर का रहने वाला हूँ मुझे औऱ मेरे दोस्त को कुछ लोगो ने एक कमरे मे बंद कर रखा है और मारपीट कर रहे है । सूचना पर डायल 100 मे पदस्थ कर्मचारियो व्दारा कॉलर को कई बार फोन लगाया गया परन्तु कॉलर ने फोन नही उठाया डायल 100 द्वारा थाना प्रभारी को इस सम्वंध मे जानकारी दी गई। थाना प्रभारी व्दारा उक्त घटना के सम्बंध मे डी आई जी इंदौर हरिचारिनारायणचारी मिश्र एंव पुलिस अधीक्षक  (पूर्व) श्री अवधेश कुमार गोस्वामी को अवगत कराया गया जिनके द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोन-2 श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान व सी एस पी विजयनगर इन्दौर श्री पंकज दीक्षित ने त्वरित कार्यवाही करने व बंधक युवको को तुरंत छुडवाकर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए गए। जिस पर  अधिकारियो व्दारा थाना प्रभारी एमआईजी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। टीम द्वारा मोवाईल ट्रेकिंग तकनीकी से बंधको का पता करने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त की गई जिसके आधार पर एम आई जी पुलिस टीम ने घेरावंदी की गयी एंव गौतम रेसीडेन्सी के पास दविश मारी गई तो एक टीन के टप्पर नुमा कमरे मे दो युवक सहमे व डरे हुये अवस्था मे मिले, जिनसे पुछताछ कि गयी तो उनके व्दारा वताया गया कि मै अपने  दोस्त धर्मेन्द्र के साथ जा रहा था तब रोवोट चौराहा पर रवि चौहान से मोटर साइकल टकरा गई जिससे रवि को चोट आयी रवि के रिश्तेदार महेश उर्फ डिम्पी व गोविन्द मेरे साथ मारपीट करने लगे और मुझे व मेरे दोस्त धर्मेन्द्र को गाडी मे डालकर गौतम रेसीडेंसी के पास नादिया नगर मै एक कमरे मे लाकर बंद कर लात घुसो व रोड से मारपीट करने लगे तथा गुण्डा डिम्पी व्दारा इनको डरा धमकाया फिर पिताजी को फोन लगवाया कि तुम्हारे लडके को तभी छोडेगे जब तुम 50000 रुपये दोगे और हमको कमरे मे बंद कर दिया।
युवक धर्मेन्द्र व्दारा लघु शंका के बहाने झाडी मे जाकर चुपचाप डायल 100 पर काल कर दिया फिर वापस कमरे मे बंद कर देने व गुण्डा डिम्पी व उसके साथियो व्दारा पहरेदारी करने से डायल 100 का पुनः फोन आया जिसे वह उठा नही पाया परन्तु बीट के सिपाही महेन्द्र के मोवाइल से कॉल आने पर उसने टेक्स मैसेज कर दिया कि गुण्डो के कब्जे मे है और मे फोन नही उठा पा रहा हूं। बीट के आर . महेन्द्र व्दारा जानकारी थाना प्रभारी को देने पर उक्त मोवाइल नम्बर की तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस टीम वहाँ तक पहुची तब गुण्डे अंधेरे मे इधर उधर छिप गये और पुलिस ने सकुशल दोनो लोगो को बरामद कर लिया गया। बाद मे पुलिस टीम व्दारा घेरावंदी कर गुंडे महेश उर्फ डिम्पी व गोविन्द अग्रवाल को पकड़ा गया। इन आरोपियों के खिलाफ थाना एमआईजी, खजराना ,परदेशीपुरा व अन्य थाना क्षेत्रो मे एक दर्जन से अधिक अपराध हत्या ,हत्या का प्रयास व अन्य अपराध दर्ज है तथा उक्त गुण्डे के खिलाफ प्रशासन व्दारा मकान तोडने की कार्यवाही भी की जा चुकी है ।  
उक्त बंधक युवको को सकुशल बरामद करने एंव आरोपियो को गिरफ्तार करने मे वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी तहजीव काजी ,सउनि कमलेश मिश्रा ,प्र आर 2613 संजय चतुर्वेदी ,आर रामकृष्ण ,आर.योगेश झोपे, आर नीरज रघुवंशी ,आर मनोज , आर.बलबंत ,आर अजय प्रजापति ,व आर अनुपम का योगदान उल्लेखनीय रहा है ।



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