§ युवक
के बात करने हेतु दबाव डालने के कारण अवसादग्रस्त हो गई थी बालिका।
§ बलिका
ने पढ़ाई छोड़, बना ली थी परिवार से दूरियां।
श्रीमान पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर(शहर)
श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देशन मे इंदैर पुलिस द्वारा संचालित ''संजीवनी''-एक
कदम जीवन की ओर, हेल्प लाईन द्वारा नकारात्मक विचारों से ग्रसित
होकर जीवन से हताश एवं परेशान लोगों की काउंसलिंग कराई जाकर उनको नकारात्मक
विचारों से उबारने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे है। पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री
यूसुफ कुरैशी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह के
मार्गदर्शन में इंदौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा किये जा रहे
प्रयासों से कई पीड़ितो को मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसे गलत कदम उठाये जाने
के दौर से उबारने मे मदद मिली है।
इसी कड़ी में संजीवनी हेल्पलाईन नंबर 7049108080 पर
सूचना प्राप्त हुई थी कि खुशी (परिवर्तित नाम) उम्र 15 साल निवासी
इन्दौर कक्षा 10 वीं की छात्रा है, जो कि अपने
परिवार की इकलौती बेटी है। खुशी अपने स्कूल की होनहार छात्राओं मे से एक थी लेकिन
वर्ष 2016 मे खुशी स्कूल की छुटि्टयो में अपने परिवार के साथ मुम्बई
(परिवर्तित स्थान) गई थी। मुम्बई (परिवर्तित स्थान) में खुशी का परिचय एक युवक
मनीष उम्र 24 वर्ष से हुआ। खुशी की उस युवक से दोस्ती
दिनोंदिन गहराती गई और इन्दौर वापस आने के बाद भी करीब डेढ़ वर्ष तक दोनों की फोन
पर बातचीत होती रही। खुशी रात-रात भर मनीष से फोन पर बातें करने लगी थी और मनीष की
सभी बातें मानने लगी थी। परन्तु एक समय उन दोनों में हुये अलगाव के बाद मनीष,
खुशी
को परेशान करने लगा और खुशी पर बात करने का दबाव बनाने लगा। इसी बात से परेशान
होकर खुशी ने पढ़ाई लिखाई से अपना मुंह मोड़ लिया था और साथ ही परिवार वालों से भी
दूरी बना ली थी। खुशी ज्यादा से ज्यादा समय बंद कमरे मे बिताना पंसद करने लगी थी
जिस कारण वह दिनों-दिन अवसाद से ग्रसित होती गई तथा हताश व अपने आप से निराद्गा
होकर जीवन परित्याग करने की सोचने लगी। इसकी खबर जब खुद्गाी के परिजनों को लगी तो खुशी
के परिजन ने संजीवनी हेल्पलाईन पर उपरोक्त के संबंध में सूचना दी ।
सूचना मिलते ही ''संजीवनी'' हेल्पलाईन की टीम द्वारा त्वरित
कार्यवाही करते हुए पीड़िता खुशी (परिवर्तित नाम) से संपर्क कर उसकी मनोचिकित्सक विशेषज्ञों
की सहायता से काउंसलिंग कराई गई। खुशी ने बताया कि मुम्बई (परिवर्तित स्थान) में
उसकी दोस्ती मनीष (परिवर्तित नाम) नामक लड़के से हुई थी। मनीष और खुशी एक दूसरे से
खूब बातचीत किया करते थे परन्तु एक समय के बाद जब खुशी ने बातचीत बन्द करना चाही
तो मनीष, खुशी पर दबाव
बनाने लगा तथा कई बार मनीष ने खुशी को मानसिक रुप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया
था, जिस कारण वह खुशी अवसादग्रस्त हो गई थी तथा नकारात्मक विचारों को मन
में लाने के साथ ही जीवन लीला समाप्त करनें के बारे में सोचने लगी थी। संजीवनी
हेल्पलाईन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए खुद्गाी की मनः स्थिति का आंकलन कर
उसकी मनोचिकित्सक विशेषज्ञों के माध्यम से काउंसलिंग कराई। खुशी को इस प्रकार
मानसिक अवसाद से उबारने में टीम ने सराहनीय काम किया साथ ही उसे मानसिक अवसाद को
दूर करने के उपाय बताये जिनको अमल मे लाकर खुशी अब सामान्य स्थिति मे होकर खुशहाल जीवन
व्यतीत कर रही है।
इंदौर पुलिस द्वारा जनसामान्य से यह
अपील की जाती है कि ऐसे किसी भी अवसादग्रस्त व्यक्ति के संबंध मे जानकारी प्राप्त
होने (जोकि आत्महत्या जैसे विचार मन मे लाता है) पर इंदौर पुलिस द्वारा संचालित की
जा रही संजीवनी हेल्पलाईन के मोबाईल नंबर 7049108080 पर सूचित करे
ताकि ऐसे निराशावादी ग्रसित लोगो को विशेषज्ञो द्वारा उचित परामर्श मुहैया कराई
जाकर आत्महत्या करने से रोका जा सके।
हमारा संकल्प -
आपकी सुरक्षा
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