इन्दौर-दिनांक
10 अगस्त 2018- शहर
में लोगों से एटीएम व बैंक आदि की जानकारी मांगकर व ऑनलाईन ठगी करने वालो आरोपियों
की पतारसी कर, आरोपियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही
करनें के निर्देश पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र
द्वारा दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री
अवधेश गोस्वामी व अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-3
डॉ. प्रशांत चौबे के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए, पुलिस
थाना परदेशीपुरा द्वारा लोगों से एटीएम फ्राड कर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को
पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
उक्त
निर्देशों के तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत चौबे को मुखबिर के
माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि दो संदिग्ध लड़के मयूर व उसका साथी अर्जुन, लोगों
से एटीएम व उनकी खाता संखया एवं मोबाइल पर आने वाले ओटीपी की जानकारी लेकर, उनके
खातों से रूपयें निकाले जा रहे है। उक्त सूचना पर डॉ प्रशांत चौबे एंव नगर पुलिस
अधीक्षक परदेशीपुरा श्री हरीश मोटवानी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी परदेशीपुरा
श्री रत्नेश मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम गठित कर, उन्हे
आरोपियों की पतारसी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। पुलिस टीम द्वारा उक्त
दोनों संदिग्धों मयूर उर्फ महेन्द्र पिता सुरेश सिंह तंवर उम्र 28
वर्ष निवासी 13/1 नादिया नगर इंदौर तथा उसके साथी
अर्जुन उर्फ सौरभ पिता अशोक सिंह उम्र 28
वर्ष निवासी भाग्यश्री कालोनी विजय नगर इन्दौर को पकड़ा गया।
इसी
संबंध में दिनांक 09.08.18 को फरियादी संदीप पिता अशोक गहदल
निवासी 1139/11 नंदा नगर इन्दौर ने थाने आकर लिखित
आवेदन पत्र दिया कि फरियादी का दोस्त मयूर तथा उसका साथी अर्जुन दोनों मिलकर लोगों
से एसबीआई बैंक खाते व एटीएम की जानकारी तथा मोबाइल पर आने वाले ओटीपी की जानकारी
लोगों को बातों में उलझाकर लेकर उनके साथ धोखाधड़ी करके, अन्य
लोगों के खाते तथा मोबाइल व इंटरनेट के माध्यम से रूपयें निकाल रहे है। फरियादी की
सूचना पर उक्त दोनों आरोपियों के विरूद्ध पुलिस थाना परदेशीपुरा द्वारा अप. क्रं. 417/18
धारा 419,420 भादवि तथा 66 (डी)
एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है तथा आरोपियों के कब्जे से बैंको के
एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक व मोबाइल जप्त किये गये
है।
पकड़े
गये दोनों आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि वह फर्जी वेबसाइट के माध्यम से तथा
लोगों को रूपयें देने का प्रलोभन देकर, उनके
खातों की जानकारी लेते थे और उन्हे बातों में उलझाकर मोबाइल पर आने वाला ओटीपी
प्राप्त कर, उनके खातों से रूपयें निकाल लेते थे। आरोपियों
की लिंक पटना (बिहार) तथा दिल्ली से भी होने की जानकारी मिलीं है, जिस
संबंध में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा इनके साथ में अन्य लोगों की
संलिप्तता के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
उक्त
जालसाजों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी
परदेशीपुरा श्री रत्नेश मिश्रा, उनि एम.ए.एच. खान, सउनि
देवेन्द्र सिंह पंवार, सउनि के.के. तिवारी, प्रआर.
779 अनिल पाटिल, आर.
3431 राघवेन्द्र तथा आर. 2041
जगदीश दांगी की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
No comments:
Post a Comment